आश्रम क्यों बन गया मरघट? अब तक 5 मौतें और कई लोग हैं बीमार, कलेक्टर ने कहा – डॉक्टर और प्रशासनिक टीम कर रही सर्वे
उज्जैन
उज्जैन के बड़नगर रोड स्थित अंबोदिया ग्राम सेवाधाम आश्रम में मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। 1 मई को पहली मौत के बाद 3 मई को दो मौत व 4 मई को फिर से हुई दो मौतों ने आश्रम को कई सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। अब तक कुल 5 मौतों के साथ ही यहां कई लोग बीमार भी हैं। बीमार मरीजों के उपचार का सिलसिला भी जारी है। जिले के जिला चिकित्सालय में करीब 16 व आर.डी गार्डी मेडिकल कॉलेज में 6 व इंदौर के एमवाय में 1 मरीज को उपचार दिया जा रहा है।
डॉक्टर जितेंद शर्मा की माने तो सभी मरीज सामान्य हालात में हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक 3 डेड बॉडी का ही पोस्टमार्टम हुआ है 2 का बाकी है। प्राथमिक तौर पर यही कह सकते हैं कि इन्हें उलटी, दस्त और घबराहट की शिकायत थी। सम्भवतः ऐसा लू या ज्यादा गर्मी के चलते हुआ हो। चिकित्सक ने कहा कि विसरा रिपोर्ट व 2 डेड बॉडी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौतों के बारे में स्पष्ट रूप से पता चल पाएगा।
वहीं जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा है कि पानी के कारण वहां के मरीजों की स्थिति बिगड़ी है। हालांकि, अभी स्पष्ट नहीं कह सकते मॉनीटरिनिग की जा रही है। कलेक्टर ने बताया कि डॉक्टर और प्रशासनिक टीम सर्वे में लगी हुई है। दरअसल जिले के घट्टिया तहसील अंतर्गत व उज्जैन शहर से 14 km की दूरी पर अंबोदिया ग्राम स्थित अंकित सेवा धाम आश्रम बना हुआ है। इस आश्रम के संचालक सुधीर भाई गोयल हैं जो सालों से आश्रम संचालित करते आ रहे है। यहां कुल 700 लावारिस, दिव्यांग, बच्चे, बुजुर्ग, और निशक्त आश्रम में रहते हैं। हाल ही में जो मरीज बीमार हुए उनकी मौत हो रही है।
करीब 120 ऐसे निशक्त जन हैं जो ना पलंग से उठ सकते है न बैठ सकते हैं। उसमें से अब तक 21 मरीजों को जिला चिकित्सालय व आर.डी गार्डी मेडिकल कॉलेज व इंदौर के एमवाय में उपचार के लिए लाया जा चुका है। जहां सबका उपचार जारी है। मौतों की बात करे तो कुल 5 मौत की पुष्टि आधिकारिक तौर पर डॉक्टर के द्वारा की जा चुकी है। सभी मौतें निशक्त जनों की है। मृतकों में अमर, लोकेश, राजू, सत्य और गेंदालाल शामिल हैं। सत्य की रिपोर्ट में पुरानी बीमारियों को कारण बताया गया है वहीं अमर और लोकेश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दोनों की आंत में वायरल इंफेक्शन है।
1. मरने वालों में शामिल अमर संक्रमण मनोरोग, मानसिक मंदता और बधिरता का शिकार होकर साल 2016 से आश्रम में थे।
2.मृतक लोकेश साल 2007 से आश्रम में थे। वो मनोरोग, मिर्गी और बहु विध संक्रमण का शिकार थे।3.राजू साल 2016 में झाबुआ की सड़क से लावारिस हालत में मिले थे। वो विविध संक्रमण मनोरोग, मिर्गी और बहु दिव्यांगता के साथ बिस्तरग्रस्त थे।
4.मृतक गेंदालाल बीमार थे और मनोविक्षिप्त भी थे। करीब 17 वर्षों से वो आश्रम की सेवाएं प्राप्त कर रहे थे। वो अपने परिवार के सम्पर्क में थे और परिवार द्वारा ही उनका अंतिम संस्कार किया गया।
5. 26 साल के सत्य लावारिस हालात में मिले थे। उनको 1 मई को सुबह 7:30 बजे अचानक मृत पाया गया। वो मानसिक रूप से विक्षिप्त थे।
कलेक्टर ने कही यह बात
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा की सेवा धाम में एक वार्ड में मनोरोगी रहते हैं। वहां पर हुई मौतों में अभी तक कोई बीमारी समझ में नहीं आ रही है। एक दिन पहले डॉक्टर ने चेकअप किया है। सभी को जिला अस्पताल भर्ती कर दिया गया है। पोस्टमार्टम होने पर सारी जानकारी मिल जाएगी विसरा भी भेजा गया हे। उसकी रिपोर्ट भी आज जाएगी।