युवा मित्रों की फौज तैयार करेगी कानपुर कमिश्नरेट पुलिस, बिगड़े सांप्रदायिक माहौल को सुधारने की कवायद
कानपुर
नई सड़क उपद्रव के बाद शहर के बिगड़े सांप्रदायिक माहौल को बेहतर करने और आगे आने वाले समय में पुलिस की मदद को युवा मित्रों की फौज खड़ी करने का फैसला लिया गया है। पुलिस आयुक्त के आदेश से थानावार पुलिस युवा मित्र नियुक्त किए जाएंगे। यह टीम ठीक वैसे ही काम करेगी, जैसे पूर्व में विशेष पुलिस अधिकारी या एस-10 काम करती थी। हालांकि इस बार युवा मित्र बनाते समय उनके चरित्र को अच्छी तरह से परखने को कहा गया है।
नई सड़क उपद्रव के दौरान पुलिस को आम लोगों के बीच से आने वाले ऐसे लोगों की कमी खली, जो कि पब्लिक के बीच के ही होते थे, लेकिन शांति व्यवस्था कायम रखने में वह पुलिस की मदद करते थे। पहले विशेष पुलिस अधिकारी हुआ करते थे और बाद में इनका स्थान एस-10 ने ले लिया था। दोनों ही व्यवस्थाओं में तमाम अपराधी तत्व घुस गए, जिसके बाद इन्हें समाप्त करना पड़ा। अब दोबारा से पुरानी व्यवस्था को खड़ा करने की जरूरत महसूस की जा रही है।
पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने सभी थाना प्रभारियों को पुलिस युवा मित्र की टीम खड़ी करने को कहा है, जिसमें सभी धर्म, संप्रदाय से जुड़े युवा होंगे, जिनकी उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच होगी। पुराने सबक को ध्यान रखते हुए कहा गया है कि ऐसा कोई युवा मित्र न बने, जिस पर मुकदमा हो या आम शोहरत अच्छी न हो। थानेवार ऐसी 50-50 युवाओं की टीम बनाने को कहा गया है। पुलिस इन्हें परिचय पत्र भी जारी करेगी।
इसके साथ ही पुलिस आयुक्त ने थानावार मोहल्ला मीटिंग शुरू करने को भी कहा है, ताकि तनाव को कम किया जाए और लोगों की परेशानियां दूर कर पुलिस आम लोगों से संपर्क स्थापित करे। पुलिस आयुक्त ने यह भी कहा है कि सभी थानेदार क्षेत्र के एक-एक मुस्लिम गणमान्य नागरिकों से मिलकर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाए।