एनआईए ने गौहर चिश्ती के प्रकरण में अभी तक अजमेर पुलिस से संपर्क नहीं किया: एसपी

अजमेर
अजमेर के पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने कहा कि गौहर चिश्ती के प्रकरण में एनआईए ने अभी तक भी अजमेर पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया है और न ही दरगाह क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं। अजमेर पुलिस ब्यावर में भड़काउ नारे लगाने व उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के प्रकरण के बारे में भी गौहर चिश्ती से पूछताछ करेगी। पुलिस अधीक्षक ने अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह के मुख्य द्वार पर गत 17 जून को भड़काऊ नारे लगाने के प्रकरण में मुख्य आरोपी खादिम गौहर चिश्ती को 14 जुलाई की रात हैदराबाद के सांई नाथ गंज स्थित गौस महल से गिरफ्तार कर अजमेर लेकर आने पर गिरफ्तारी के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

जाट ने बताया कि पुलिस को मुखबिर और तकनीकी सपोर्ट से पता चला कि गौहर चिश्ती 1 जुलाई को जयपुर से हवाई जहाज के जरिए हैदराबाद चला गया है। इस गुप्त सूचना के आधार पर ही अजमेर पुलिस ने भेष बदल कर हैदराबाद में रेकी की। रेकी में हैदराबाद पुलिस का भी सहयोग लिया गया। पुख्ता सूचना के आधार पर ही 14 जुलाई की रात को छापामार कार्यवाही कर गौहर चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया गया। चिश्ती को अपने घर में शरण देने वाले अहसास उल्ला उर्फ मुनव्वर को भी गिरफ्तार किया गया है।

जाट ने बताया कि अब गौहर चिश्ती और मुनव्वर को रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी। अजमेर के दरगाह थाने में चिश्ती के विरुद्ध भड़काऊ भाषण और नारे लगाने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया था। फरारी के दौरान चिश्ती किन- किन व्यक्तियों के संपर्क में रहा, उसकी भी जांच की जाएगी। मालूम हो कि कन्हैयालाल के हत्यारे रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद हत्या के बाद उदयपुर से अजमेर की ओर आ रहे थे कि तभी भीम टॉडगढ़ क्षेत्र में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है कि यह दोनों अजमेर में गौहर चिश्ती से मिलने के लिए ही आ रहे थे। कन्हैयालाल की हत्या के प्रकरण की जांच एनआईए भी कर रही है। पुलिस गौहर चिश्ती को संभव है शाम तक मजिस्ट्रेट के निवास पर पेश करेगी।

ब्यावर में लगे नारों के मामले की भी जांच होगी:
एसपी जाट ने बताया कि 17 जून को अजमेर में दरगाह के मुख्य द्वार पर जो भड़काऊ नारे लगे वैसे ही नारे अजमेर जिले के ब्यावर उपखंड में 10 जून को मौन जुलूस के दौरान लगे। नारों का वीडियो अब अजमेर पुलिस के संज्ञान में आया है। वीडियो की जांच पड़ताल कर उचित कार्यवाही की जाएगी। जाट ने कहा कि किसी भी असामाजिक तत्व को माहौल बिगाड़ने का मौका नहीं दिया जाएगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की पहल पर 10 जून को ब्यावर में भी मौन जुलूस निकाला गया था। लेकिन इस मौन जुलूस में खुले आम भड़काऊ भाषण लगे। हालांकि तब ब्यावर पुलिस की ओर से कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, लेकिन अब सोशल मीडिया पर भड़काऊ नारों का वीडियो वायरल हो रहा है, तब पुलिस सक्रिय हुई है। वीडियो के माध्यम से नारे लगाने वालों की पहचान की जाएगी।

एडीएम कोर्ट से नोटिस:
एसपी जाट ने बताया कि दरगाह के खादिम सरवर चिश्ती के विवादित भाषण के प्रकरण में एडीएम कोर्ट से नोटिस जारी हुए हैं। चिश्ती के वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने एडीएम कोर्ट में इस्तगासा प्रस्तुत किया है। इसमें सरवर चिश्ती को पाबंद करने की मांग की गई है। यहां यह उल्लेखनीय है कि सकल हिन्दू समाज ने जब एक रैली निकाली थी, तब सरवर चिश्ती ने दरगाह के मुख्य द्वार पर खड़े होकर विवादित भाषण दिया। इस भाषण के आधार पर ही पुलिस ने कार्यवाही की है। मालूम हो कि सरवर चिश्ती इस समय खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव हैं। हालांकि चिश्ती ने ऐसे सभी आरोपों से इनकार किया है।

एनआईए को मुनव्वर की तलाश:
प्राप्त जानकारी के अनुसार अजमेर पुलिस ने गौहर चिश्ती के साथ साथ जिस अहसास उल्ला उर्फ मुनव्वर को गिरफ्तार किया है। उसकी तलाश एनआईए को भी है। जानकार सूत्रों के अनुसार एनआईए ने विगत दिनों मुनव्वर के हैदराबाद स्थित आवास पर एक नोटिस भी चस्पा किया था। सूत्रों की माने तो उदयपुर में कन्हैयालाल टेलर की हत्या के प्रकरण में एनआईए को मुनव्वर की तलाश है। कहा जा सकता है कि जिस मुनव्वर को एनआईए नहीं पकड़ सही उसे अब अजमेर पुलिस ने पकड़ लिया है।

एनआईए की नजर:
जानकार सूत्रों के अनुसार अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह में हो रही गतिविधियों और अजमेर पुलिस की कार्यवाहियों पर एनआईए की नजर है। हो सकता है कि गिरफ्तारी के बाद एनआईए गौहर चिश्ती से पूछताछ करे। चूंकि अभी तक गौहर चिश्ती फरार था, इसलिए एनआईए सक्रिय नहीं हुई। लेकिन अब जब गौहर चिश्ती गिरफ्तार हो चुका है तब एनआईए की सक्रिय बढ़ गई है। एनआईए ने कन्हैयालाल टेलर की हत्या के प्रकरण में मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के साथ साथ अन्य 15 व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है। एनआईए की अब तक की जांच में पता चला है कि हत्यारों के संपर्क पाकिस्तान में बैठे कट्टरपंथियों से भी रहे हैं। यही वजह है कि गौहर चिश्ती की गिरफ्तारी को एनआईए के सूत्र भी महत्वपूर्ण मान रहे हैं। यहां यह खासतौर से उल्लेखनीय है कि गौहर चिश्ती ने ही दरगाह के मुख्य द्वार पर खड़े होकर सिर तन से जुदा के नारे लगवाए थे और इसी के बाद उदयपुर में कन्हैयालाल टेलर की गर्दन काट दी गई।

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