पटना: नौकरी के लिए प्रदर्शन कर रहे TET पास बेरोजगारों पर बरसाईं लाठियां

पटना
बिहार की राजधानी पटना में BTET पास शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। डाकबंगला चौराहे पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। प्रदर्शनकारी शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। उनका कहना है कि सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की विज्ञप्ति निकले बगैर वे वापस नहीं जाएंगे। पुलिस के पदाधिकारी और पटना सदर एसडीएम उन्हें समझाने में लगे हैं।

इस बीच मौके पर तैनात एक पदाधिकारी ने एक प्रदर्शनकारी की लाठियों से पिटाई कर दी। उनके साथ सुरक्षा में तैनात सिपाहियों ने भी सड़क पर गिरे अभ्यर्थी को लाठी से पीटा। डाकबंगला चौराहे पर दंडाधिकारी के रूप मे तैनात एडीएम लॉ एंड ऑर्डर केके सिंह ने उस अभ्यर्थी की पिटाई की। एक साथी की पिटाई से प्रदर्शनकारी जब और ज्यादा उग्र होने लगे तो केके सिंह को वहां से डटा दिया गया। उनके जाने के बाद सदर एसडीएम डाकबंगला पहुंच गए हैं।

आज सोमवार को लगभग 5000  से ज्यादा शिक्षक अभ्यर्थी डाकबंग्ला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का जत्था सचिवालय की ओर बढ़ रहा था जिसे इनकम टैक्स के पास रोक दिया गया। उसके बाद अभ्यर्थी डाकबंगला पर आकर सड़क पर बैठ गए।  इसी दौरान एक की पिटाई की गई।

प्रदर्शनकारी शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की बहाली की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि राज्य के प्राथमिकऔर माध्यमिक स्कूलों के लिए अविलंब बहाली की विज्ञप्ति निकाला जाए। नीतीश सरकार के शिक्षा विभाग का तर्क है अभी छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। इस चरण के लगभग 53 हजार पद अभी खाली हैं। इस पर टीईटी पास अभ्यर्थियों का कहना है कि रिक्ति वाले विषय में रोस्टर के अनुसार आवेदक नहीं होने से यह रिक्ति बनी हुई है। इन 53 हजार पदों को सातवें चरण में सम्मिलित करके नई विज्ञप्ति प्रकाशित किया जाए। सरकार इस पर उन्हें आश्वासवन दे रही है पर कोई बहाली नहीं हो रही है।

2019 में  एसटीईटी पास कर चुके शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताया कि एसटीईटी का आयोजन 8 साल बाद हुआ।  नोटिफिकेशन 2019 में जारी किया गया। जनवरी 2020 में ऑफलाइन मोड में परीक्षा ली गई। मगर, कुछ परीक्षा केंद्रों पर फर्जीवाड़े की बात सामने आने पर उसे रद्द कर दिया गया। दोबारा इस परीक्षा का आयोजन सितंबर 2020 में किया गया। तब इसे ऑनलाइन मोड में किया गया

ये अभ्यर्थी 3 साल से नौकरी मिलने  का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार  इनलोगों का नियोजन नहीं कर रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इस मामले में शिक्षा मंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। बात करने पर  शिक्षा विभाग हमारी मांग को अनसुनी करती रही है। यही कारण है कि नई सरकार बनने के बाद आज से प्रदर्शन शुरू किया गया है। जब तक एसटीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों का नियोजन नहीं किया जाएगा, तब तक ऐसे ही प्रदर्शन जारी रहेगा।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

Related Articles

Back to top button