Silwani News : सिलवानी विधायक सिंह ने मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को प्रदान की मुर्रा भैंसे
Latest Silwani News In Hindi : सिलवानी स्थित पशु चिकित्सालय परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना के अंतर्गत मुर्रा भैंस इकाई वितरण कार्यक्रम का सिलवानी विधायक रामपाल सिंह द्वारा कन्या पूजन कर शुभारंभ किया गया।
आदित्य रघुवंशी, उज्जवल प्रदेश, रायसेन.
Latest Silwani News In Hindi : सिलवानी स्थित पशु चिकित्सालय परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना के अंतर्गत मुर्रा भैंस इकाई वितरण कार्यक्रम का सिलवानी विधायक रामपाल सिंह द्वारा कन्या पूजन कर शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में विधायक सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा कृषि के साथ-साथ पशुपालन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। यह किसानों के लिए अतिरिक्त आमदनी का बेहतर जरिया है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए किसानों, पशुपालकों को सशक्त बनाना जा रहा है। सरकार ने किसानों और पशुपालकों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना कृषकों की जीविका उपार्जन के साथ ही आय में वृद्धि के लिए तैयार की गई है । अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर वर्तमान में यह योजना रायसेन जिले के साथ ही सीहोर एवं विदिशा में संचालित है।
विकासखंड सिलवानी और बेगमगंज में योजना के अंतर्गत 32 हितग्राहियों का चयन किया गया है जिनमें से 24 हितग्राहियों को पशु प्रदान किए जा चुके है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। प्राकृतिक खेती में गोबर और गोमूत्र से बनने वाली खाद का उपयोग किया जा रहा है।
पशुपालन से किसानों को अतिरिक्त आय तो मिलती ही है, साथ ही गोबर और गोमूत्र से जैविक खाद भी तैयार होती है। खेती में इस खाद का उपयोग करने से उत्पादन में वृद्धि होने के साथ ही मिट्टी की उर्वरकता क्षमता भी बढ़ती है। कार्यक्रम में पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक डॉ प्रमोद अग्रवाल द्वारा मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना की विस्तार से जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के जिन जिलों में दुग्ध एवं उनके उत्पादकों की मांग की तुलना में कमी है उन जिलों में यह योजना का क्रियान्वयन किया जाना है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर वर्तमान में यह योजना जिला रायसेन, सीहोर एवं विदिशा में संचालित है। योजना का उद्देश्य राज्य में नय उन्नत पशुओं का उत्प्रेरण, दुग्ध उत्पादन में वृद्धि एवं लघु एवं सीमांत पशुपालकों को उच्च उत्पादन क्षमता वाले पशु प्राप्त हो सकें।
योजना की कुल लागत राशि रू. 2.50 लाख है। योजना के अंतर्गत सामान्य एवं अन्य पिछड़ा वर्ग हेतु 50% अनुदान तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति हेतु 75% अनुदान का प्रावधान है। हितग्राहियों को उच्च अनुवांशिक गुणवत्ता वाली दौ भैस जिनका औसत दुग्ध उत्पादन 8-10 लीटर प्रति दिन है प्रदाय की जाती है।
योजना अंतर्गत 01 गर्भित भैंस (5 मांह या उससे ऊपर) जिसकी निर्धारित राशि रू. 90 हजार एवं 01 पहली व्यात भैंस जिसका दुग्ध उत्पादन 8–10 लीटर प्रति दिन होगा या दूसरी या तीसरी व्यात की भैस का जिसका दुग्ध उत्पादन 10-12 लीटर प्रति दिन की क्षमता वाली भैंस जिसकी निर्धारित राशि 1.20 लाख है।
इस प्रकार इकाई की अधिकतम राशि रू. 2.10 लाख निर्धारित है। भैंसो की बीमा हेतु 8% के मान से बीमा राशि रू. 16800 है। पशु क्रय हेतु पशुपालकों के भ्रमण पर राशि रू. 7200.00 के व्यय का प्रावधान है और भैंसो के परिवहन हेतु राशि रू. 16000.00 प्रावधानित है। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।