CG News : छात्र-छात्राओं को पार्टी करना पड़ा महंगा, 104 Student सस्पेंड
CG News in Hindi : ऐसा अनूठा मामला पहली बार सामने आया है जब किसी स्कूल में एक साथ 11वीं और 12वीं के सभी छात्र-छात्राओं को निलंबित किया गया होगा.
CG Balodabazar News : उज्जवल प्रदेश, बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार के भाटापारा स्थित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां प्रधानाचार्य द्वारा अनुशासनहीनता को लेकर कक्षा 11वीं और 12वीं के 104 छात्र छात्राओं को सस्पेंड कर दिया गया है. दरअसल, पूरा मामला फेयरवेल पार्टी से जुड़ा हुआ है. 11वीं के छात्रों द्वारा 12वीं के छात्रों को फेयरवेल पार्टी दी गई थी जिसके चलते स्कूल ने यह कदम उठाया.
बिना अनुमति के स्कूल के बाहर फेयरवेल पार्टी करने के कारण बच्चों को सजा के तौर पर निष्कासित करने की कार्रवाई की गई है. वही इस पूरे मामले को लेकर प्राचार्य केशव देवांगन ने बताया की बच्चों के द्वारा अनुशासनहीनता बरती गई है, इसलिए सभी बच्चों को 14 जनवरी तक के लिए निष्कासित किया गया है.सभी छात्रों ने मिलकर होटल में फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया था। इस बात की जानकारी प्राचार्य को मिलने पर उन्होंने 22 छात्रों को निलंबित कर दिया है। वहीं स्कूल के 82 छात्रों को नोटिस जारी किया गया है.
स्कूल के बाहर फेयरवेल पार्टी से नाराज हुए प्रिंसिपल
दरअसल छात्रों के स्कूल से दूर होटल में फेयरवेल पार्टी करने से प्रिंसिपल काफी नाराज हो गए। जिसके बाद बच्चों पर कार्रवाई कर दी लेकिन अब प्रिंसिपल केशव देवांगन पर मनमानी करने का आरोप लग रहा है। क्योंकि प्राचार्य ने कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों को 14 जनवरी 2023 तक निलंबित करने का आदेश जारी किया है।
ऐसा अनूठा मामला पहली बार सामने आया है जब किसी स्कूल में एक साथ 11वीं और 12वीं के सभी छात्र-छात्राओं को निलंबित किया गया होगा. स्कूल के प्राचार्य केशव देवांगन ने बताया कि शनिवार की घटना है जब स्कूल समय में 11वीं और 12वीं के कोई भी छात्र-छात्राएं स्कूल नही पहुंचे. जब पता लगाने को कोशिश की गई तब पता चला कि स्कूल के किसी भी शिक्षक को बिना जानकारी दिए स्कूल के बाहर किसी निजी होटल में फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया था, जहां ये बच्चे स्कूल बंक मार कर गए थे.
इस पर प्रचार्य केशव देवांगन ने नोटिस जारी कर 14 जनवरी तक के लिए सभी को निलंबित कर दिया. उन्होंने ने बताया कि घोर अनुशासनहीनता और बच्चों की सुरक्षा को लेकर ये कठोर कदम उठाया गया है. बच्चों के पालकों को जानकारी दी गई है उनकी जानकारी में ये मामला डालने के बाद निलंबन खत्म किया जाएगा.