MP News : लेटलतीफी पर डिप्टी और असिस्टेंट रजिस्ट्रार पर लगेगा प्रतिदिन जुर्माना

Latest MP News : राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में स्टूडेंटस चार्टर लागू किया जा रहा है। इसमें विश्वविद्यालयों को समय पर विद्यार्थियों को दस्तावेज और सुविधाएं देना होंगी।

Latest MP News : उज्जवल प्रदेश, भोपाल. राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में स्टूडेंटस चार्टर लागू किया जा रहा है। इसमें विश्वविद्यालयों को समय पर विद्यार्थियों को दस्तावेज और सुविधाएं देना होंगी। लेटलतीफी होने पर डिप्टी और असिस्टेंट रजिस्ट्रार पर प्रतिदिन के हिसाब से ढाई-ढाई सौ रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा।

उच्च शिक्षा विभाग ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय को नोडल एजेंसी घोषित किया है। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को समय पर रिजल्ट, मार्कशीट, टीसी और अन्य दस्तावेजों देंगे। क्योंकि सभी विवि में स्टूडेंट चार्टर लागू किया जा रहा है। इसकी शुरुआत बीयू से होगी। इसलिए बीयू को ही नोडल एजेंसी बनाया गया है।

वहीं स्टूडेंटस चार्टर लागू होने के बाद कोई विभाग विद्यार्थियों को तय समय-सीमा में दस्तावेज या सुविधाएं मुहैया नहीं पाता है, तो संबंधित विभागीय डीआर और एआर पर प्रतिदिन 250 के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माने की वसूली रजिस्ट्रार कराएंगे।

दलालों पर लगेगा अंकुश,डरेंगे जिम्मेदार

विद्यार्थी विदेशी कॉलेज और विवि में प्रवेश लेने और नौकरी ज्वाइन करने बीयू से ट्रांसक्रिप्ट से मिलने का इंतजार कर रहे हैं। विद्यार्थी ट्रांसक्रिप्ट लेने कुछ महीने पहले आवेदन कर चुके हैं, लेकिन बीयू उनकी तरफ ध्यान ही नहीं दे रहा है। अंकसूची, ट्रांसक्रिप्ट, डिग्री सहित अन्य दस्तावेजों के लिए विद्यार्थियों को विवि के महीनों चक्कर लगाने होते हैं।

इसका पूरा फायदा प्रशासनिक भवन के पास घूमने वाले दलाल उठाते हैं। दलालों के प्रभाव में अधिकारी विद्यार्थियों परेशान करते हैं। इसका पूरा फायदा दलाल उठाते हैं। इसके बदले उन्हें मोटी रकम चुकानी पड़ती है। स्टूडेंट चार्टर लागू होने से दलालों पर अंकुश लगेगा और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों में भय रहेगा।

ये सुविधाएं और समस्याएं होंगे चार्टर में शामिल

डुप्लीकेट सर्टीफिकेट व मार्कशीट 10 दिन, नाम व अन्य डाक्यूमेंट में करेक्शन 15 दिन, डाक्यूमेंट्स का वेरीफिकेशन 10, प्रोवीजनल डिग्री 15, डाक्यूमेंट का प्रमाणीकरण 15, परीक्षा फीस की वापसी 20, मार्कशीट का वेरीफिकेशन 20, पुनर्मूल्यांकन और रिजल्ट 60, पासिंग सर्टिफिकेट 7, पेपर बनाने व जांच करने वालों का भुगतान 45, प्रोवीजनल इलिजीबिल्टी 10, माइग्रेशन 10, स्कालरशिप वितरण 60, टीसी व चरित्र प्रमाण पत्र 7, ट्रांसक्रिप्ट 10, मेरिट सर्टिफिकेट 7, पीएचडी आरएसी 30, पीएचडी कोर्सवर्क 6 माह, पीएचडी कोर्सवर्क परीक्षा व मूल्यांकन 30, पीएचडी आरडीसी 6 माह, पीएचडी रजिस्ट्रेशन लेटर 15, थीसिस एग्जामिनर पैनल 10, थीसिस डिस्पैच 15, थीसिस मूल्यांकन 3 माह, पीएचडी के वायवा एग्जामिनर चयन 10, पीएचडी वायवा 30 और पीएचडी नॉटिफिकेशन 10 दिन में जारी होगा।

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