MP News : सरकार ने उठाया बड़ा कदम, प्रदेश के अस्पतालों में तैनात होंगे 48 प्रबंधक
Latest MP News : सरकारी अस्पतालों में अस्वच्छता, दवाओं की कमी और डॉक्टरों की मनमानी छुट्टियों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
Latest MP News : उज्जवल प्रदेश, भोपाल. सरकारी अस्पतालों में अस्वच्छता, दवाओं की कमी और डॉक्टरों की मनमानी छुट्टियों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। इन तमाम व्यवस्थाओं के लिए सरकार इसी महीने प्रदेश में 48 प्रबंधक नियुक्त करने जा रही है। प्रदेश के जिला अस्पताल और अन्य सरकारी अस्पतालों का मैनेजमेंट अब मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित 48 सहायक प्रबंधक सम्हालेंगे। इनकी तैनाती इसी माह से शुरू हो जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि जिला अस्पताल और अन्य प्रमुख अस्पतालों में दवाओं, उपकरणों के प्रबंधन, अस्पतालों की सफाई व्यवस्था, चिकित्सकों की तैनाती, छुट्टी प्रबंधन सहित अन्य सभी प्रकार के प्रबंधकीय कार्य चिकित्सकों से न कराए जाकर उनकी जगह प्रबंधक तैनात किए जाए। इसके लिए मध्यप्रदरेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से पिछले महीने 48 सहायक प्रबंधकों का चयन किया गया है।
इन सहायक प्रबंधकों की पदस्थापना अब की जाना है। चयनित सहायक प्रबंधकों से पोस्टिंग के लिए ऑनलाईन विकल्प मांगे गए है। सभी को तय फार्मेट में जानकारी प्रविष्ट कर स्कैन कर पीडीएफ फाईल के माध्यम से ई मेल के माध्यम से गजेटेड पीजी एटद रेट ऑफ जी मेल डॉट काम पर प्रस्ताव बुलाए गए है।
51 जिलों के लिए मांगे प्रस्ताव
सहायक प्रबंधकों से सभी 51 जिला चिकित्सालयों में सौ से सात सौ बिस्तर वाले अस्पतालों में यह तैनाती की जाना है। सभी को अस्पतालों की सूची भेजकर बीस विकल्प भरने को कहा गया है। उज्जैन में सर्वाधिक सात सौ बिस्तरों वाला अस्पताल है। इनकी तैनाती से अस्पताल में सफाई, सुरक्षा, बायो मेडिकल वेस्ट का निपटान, हेल्प डेस्क, भीड़ का प्रबंधन जैसे कामों में सुधार होगा।
23 अप्रैल तक मांगे आवेदन मेरिट से होगी पोस्टिंग
16 अप्रैल से 23 अप्रैल के बीच आवेदन भेजे जाने है। सहायक प्रबंधकां को रिक्त पदों में से अधिकतम बीस संस्थाओं के विकल्प देना होगा। यदि एक या दो विकल्प ही भेजे जाते है तो ऐसी संस्थाओं में मेरिट के अनुसार पदस्थापना पूरी होने पर विभाग उपलब्ध किसी भी रिक्त संस्था में चिकित्सक को पदस्थ कर सकेगा।
यह भी जरूरी नहीं होगा कि दिए गए विकल्प के अनुसार ही पदस्थापना की जाए। विभाग इसमें पदस्थपना करने के लिए स्वतंत्र रहेगा। चयनित सहायक प्रबंधक द्वारा विकल्प प्रस्तुत न करने की स्थिति में विभागीय आवश्यकतानुसार पदस्थापना की जाएगी। ये विकल्प स्वास्थ्य आयुक्त सह सचिव स्वास्थ्य विभाग को भेजे जाने है।
डॉक्टर्स ने कहा था-सफाई व्यवस्था देखना हमारा काम नहीं
दरअसल पिछले साल डॉक्टरों ने प्रस्ताव दिया था कि अस्पतालों में सफाई के लिए अलग से अधिकारी तैनात किया जाए। अभी यह जिम्मेदारी अस्पताल अधीक्षक की होती है, जबकि वह इसके विशेषज्ञ नहीं होते। चिकित्सकों द्वारा लंबे समय से यह मांग की जा रही थी कि सफाई, सुरक्षा देखने का काम डाक्टर का नहीं है।
कई बार अधिकारियों के निरीक्षण में इसके लिए अस्पताल अधीक्षक पर कार्रवाई की जाती है जो गलत है। इस कारण पिछले तीन साल से अस्पताल प्रबंधक नियुक्ति करने के प्रयास चल रहे थे। लेकिन अब सरकार ने इससे आगे कदम बढ़ाते हुए दवाओं की व्यवस्था और डॉक्टरों की अवकाश व्यवस्था का काम भी प्रबंधकों को सौंपने जा रही है।