MP News: इंटखेड़ी भोपाल मे आयोजित आलमी तब्लीगी इस्तिमा 2023 में आयुष विभाग द्वारा संचालित किये जा रहे निशुल्क चिकित्सा शिविर
MP News: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. आलमी तब्लीगी इस्तिमा 2023 मे आयुष संचालनालय मध्यप्रदेश के मार्गदर्शन मे भारत की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद सहित यूनानी एवं होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। आयुष विभाग जिला भोपाल के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा दो पालियों मे आयोजित शिविरों मे सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। प्रथम पाली प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक एवं द्वित्तीय पाली दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक संचालित की जा रही है तीनो चिकित्सा पद्धति के पृथक पृथक स्टाल बनाये गये हैं यूनानी चिकित्सा पद्धति मे पारंगत चिकित्सकों द्वारा निशुल्क परामर्श के माध्यम से विभिन्न रोगों की औषधियां वितरण की जा रही हैँ यूनानी पद्धति से तैयार किया जाने बाला जुशानदा का काढ़ा ठंड से बचाव के लिए वितरण किया जा रहा है जिससे हजारों हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है यह विशेष आकर्षण का केंद्र है यहाँ पर हजारों लोगों को काढा वितरण किया जा रहा है।
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में पारंगत चिकित्सकों द्वारा निशुल्क परामर्श के माध्यम से विभिन्न रोगों के उपचार हेतु निशुल्क औषधियाँ वितरण की जा रही हैँ। आयुर्वेद चिकित्सा परामर्श मे माध्यम से दर्दनिवारक नारायण तेल का निशुल्क वितरण किया जा रहा है यह विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है जहाँ हजारों की संख्या मे हितग्राही नारायण तेल प्राप्त कर असहनीय दर्द से निजात पा रहे हैं। होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति मे पारंगत चिकित्सकों द्वारा निशुल्क परामर्श देकर निशुल्क औषधियाँ वितरण की जा रही हैँ।
डॉ. आज़म खान यूनानी फार्मेसी भोपाल, डॉ. एस पी वर्मा संभागीय आयुष अधिकारी भोपाल एवं डॉ. अंतिम नलवाया जिला आयुष अधिकारी भोपाल के निर्देशन मे डॉ. अंचलेश मिश्रा, डॉ.प्रियेश दीक्षित, डॉ. लक्ष्मण पाल, डॉ. दिनेश गौर, डॉ. अखिलेश साहू, डॉ. अशोक पचोरी, डॉ. उधम साहू, कंपाउंडर संदीप जैन, फूल सिंह चौहान, आशुतोष पटेरिया, लेवन सिंह मार्को, अतर सिंह, विकास मानकर, दवासाज अनूप चौधरी, मनीष पावसे, अजय धाकड़, राजकुमार साहू सहित आयुष विभाग जिला भोपाल के दर्जनों अधिकारी सैकड़ो कर्मचारियों द्वारा निशुल्क सेवाएं दी जा रही हैं।
गौरतलब है इंटखेड़ी भोपाल मे प्रतिबर्ष आलमी तब्लीगी इस्तिमा आयोजित किया जाता है जिसमे दुनिया भर से दस लाख से अधिक मुस्लिम समाज के लोग शिरकत करते है।