प्रदेश में 15 नवंबर से तेजी से बदलेगा मौसम, हवा का रूख बदलने से बढ़ेगी ठिठुरन, गिरेगा पारा

भोपाल

मध्य प्रदेश में अब धीरे धीरे ठंड की दस्तक होने लगी है। हवाओं का रुख बार बार बदलने से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।  उत्तरी हवाओं के चलने से 15 नवंबर से राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज ठंड पड़ने की उम्मीद है। नवंबर के दूसरे सप्ताह में शहरों का अधिकतम तापमान 29-30 डिसे तो न्यूनतम तापमान 15 से 19 डिग्री के बीच हो सकता है।

नवंबर के तीसरे हफ्ते में ग्वालियर-चंबल के कुछ जिलों में तापमान 6 डिग्री तक गिर सकता है। अगले 3-4 दिनों तक राजधानी भोपाल, जबलपुर, इंदौर व ग्वालियर में  अधिकतम तापमान 31-32 व न्यूनतम तापमान 18-19 डिसे के बीच आ सकता है।आमतौर पर नवंबर में दिन का तापमान 30 डिसे तो रात का तापमान 15 डिसे से कम हो जाता है।

अगले हफ्ते से बढ़ेगी ठिठुरन

आज  प्रदेश में ठंडी हवाएं चलेंगी जिससे ग्वालियर, भोपाल, इंदौर , जबलपुर सहित कई शहरों में ठंड बढ़ेगी, ।आने वाले दिनों में उत्तरी हवाओं की वजह से पचमढ़ी, मलाजखंड, अमर कंटक, सहित कई जिलों के मौसम में परिवर्तन होगा और रात के तापमान में गिरावट आते ही ठिठुरन बढ़ेगी। अबतक नवंबर महीने में ट्रेंड रहा है कि दूसरे सप्ताह से ही सर्दी जोर पकड़ती है और तापमान में गिरावट दर्ज की जाती है।इस दौरान कुछ जिलों में मावठे की हल्की वर्षा भी होती है, जिसके बाद सर्दी का असर तेज होता है।

15 नवंबर से बढ़ जाएगी ठंड

मौसम विभाग की मानें तो 15 नवंबर से ठंड का असर और तेज देखने को मिल सकता है। पिछले 10 वर्षों से तापमान ने ऐसा ही माहौल बना रखा है। बताया गया है कि दिन में गर्मी का असर दूसरे सप्ताह तक बना रहेगा। इसके बाद पारा तेजी से नीचे आने की संभावना है। बताया जा रहा है कि उत्तरी हवाओं की वजह से मौसम में तेजी से गिरावट आ रही है।
इन शहरो में तेजी से नीचे आ रहा पारा

बदलते मौसम के बीच कई जिलो में ठंड का असर तेज देखने को मिल रहा है। यहां तेजी से पारा नीचे आया है, जिनमें मंडला में 15.6 डिग्री टेम्प्रेचर मापा गया, तो वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर समेत प्रदेश के करीब 20 से 25 शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा है। वहीं पचमढ़ी में टेम्प्रेचर 13.4 डिग्री, राजगढ़-उमरिया में 16.4 डिग्री, मंडला में 15.6 डिग्री, रीवा में 16.6 डिग्री के अलावा बैतूल-मलाजखंड में तापमान 16.8 डिग्री रहा।

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