Astrology Tips: कुंडली में राहु विराजमान हो तो करें गोमेद धारण

Astrology Tips: रत्न पहनना या न पहनना जातक पर निर्भर करता है। ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति अगर परेशान हो और उसकी हर बात कट रही हो या बात बनते बनते बिगड़ जाये तो उसे गोमेद धारण करना चाहिए। क्योंकि उसकी राशि पर राहु बैठे हैं।

Astrology Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. रत्न पहनना या न पहनना जातक पर निर्भर करता है। ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति अगर परेशान हो और उसकी हर बात कट रही हो या बात बनते बनते बिगड़ जाये तो उसे गोमेद धारण करना चाहिए। क्योंकि उसकी राशि पर राहु बैठे हैं।

गोमेद रत्न करें धारण

ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों की राशि या लग्न मिथुन, तुला, मकर, कुंभ या वृष राशि हों तो उन लोगों को गोमेद रत्न धारण करना चाहिए। इससे लाभ मिलेगा। जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु उच्च स्थान पर बैठे होते हैं, ऐसे आदमियों को गोमेद रत्न पहनना चाहिए। इससे आपके सभी बिगड़ते काम बनने शुरू होने लगेंगे और धन लाभ के योग बनने लगेंगे।

महादशा चल रही हो तो…

जातक की कुंडली में राहु कुंडली में छठवें व आठवें भाव में स्थित हो तो भी आप गोमेद धारण कर सकते हैं। वहीं वृषभ, मिथुन, कन्‍या और तुला व कुंभ राशि के लोग भी गोमेद को पहन सकते हैं। अगर आपकी कुंडली में राहु देव उच्च के स्थित हैं तो आप गोमेद धारण कर सकते हैं या फिर अगर आप पर राहु की महादशा चल रही है आप गोमेद पहन सकते हैं। वहीं

क्या राहु की महादशा में गोमेद पहन सकते हैं?

आपको राहु महादशा के अंत तक गोमेद धारण करते रहना चाहिए । यह आपको राहु द्वारा जीवन में लाए जाने वाले अप्रत्याशित और अचानक परिवर्तनों से बचाएगा।

चांदी में धारण करें गोमेद

ज्योतिषी यह भी सुझाव देते हैं कि व्यक्ति को चांदी की अंगूठी में प्राकृतिक गोमेद पत्थर पहनना चाहिए। हालांकि, असाधारण मामलों में, ज्योतिषी सफेद सोने या प्लैटिनम जैसी अन्य धातुओं का भी सुझाव देते हैं। अपनी हेसोनाइट अंगूठी से अधिकतम अनुकूल परिणाम और ज्योतिषीय लाभ प्राप्त करने के लिए, इसे चांदी के साथ पहनना पसंद करें।

गोमेद कब नहीं पहनना चाहिए?

जातक को गोमेद रत्न मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन राशि के जातकों को नहीं पहनना चाहिए। अगर आप पहनना चाहते हैं तो रत्न एक्सपर्ट से सलाह लेने के बाद ही धारण करें। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु के साथ चंद्रमा और सूर्य ग्रह एक ही भाव में विराजमान हो तो गोमेद रत्न नहीं पहनना चाहिए।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button