Desh News: इंडी खेम के उमर अब्दुल्ला का सरेंडर, बोले-मोदी के रहते आर्टिकल 370 की वापसी नामुमकिन

Desh News: इंडी खेमे के प्रमुख घटक नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता व जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के द्वारा जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद मोदी के सामने सरेंडर करते हुए दिख रहे हैं। केंद्र सरकार के साथ उनके संबंधों में निकटता देखने को मिली है।

Desh News: उज्जवल प्रदेश, श्रीनगर. इंडी खेमे के प्रमुख घटक नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता व जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के द्वारा जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद मोदी के सामने सरेंडर (Surrenders) करते हुए दिख रहे हैं। केंद्र सरकार के साथ उनके संबंधों में निकटता देखने को मिली है।

हालांकि उनका कहना है कि यदि मोदी सरकार द्वारा किए गए वादे पूरे नहीं होते हैं तो उनकी सरकार केंद्र के साथ अपने संबंधों को लेकर पुनर्मूल्यांकन कर सकती है। साथ ही उन्होंने यह भी साफ शब्दों में कहा है कि नरेंद्र मोदी के रहते हुए जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 की वापसी नहीं हो सकती है। उमर अब्दुल्ला से जब पूछा गया कि जब तक नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं, क्या जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के बहाल होने की कोई संभावना है? उमर अब्दुल्ला ने साफ शब्दों में कहा कि नहीं, इसकी कोई संभावना नहीं है।

उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के प्रति अपनी दृष्टिकोण को लेकर उठाए गए सवालों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल के पहले कुछ महीनों में केंद्र के साथ एक सहयोगात्मक संबंध स्थापित करना महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, “कम से कम मेरी सरकार के पहले कुछ महीनों में मुझे जम्मू और कश्मीर के लोगों के लिए केंद्र सरकार के साथ एक अच्छा कार्य संबंध स्थापित करने की कोशिश करनी चाहिए। अगर वह वादे पूरे नहीं होते हैं, तो हम इसे पुनः देखेंगे।”

उनके पिता और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बार-बार केंद्र और जम्मू और कश्मीर सरकार के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया है। उनका कहना है कि दोनों को एक-दूसरे के साथ काम करना चाहिए, न कि झगड़े में उलझना चाहिए।

2019 में केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के मुद्दे पर उमर अब्दुल्ला ने अपनी स्थिति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा की इसकी बहाली के लिए संघर्ष को छोड़ नहीं दिया है। उन्होंने कहा, “हमने विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया था जिसमें जम्मू और कश्मीर के स्पेशल स्टेटस को बहाल करने और संवैधानिक गारंटी को फिर से लाने की मांग की गई थी।” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, तब तक अनुच्छेद 370 की बहाली संभव नहीं है।

इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान के साथ संबंधों को स्थापित करने के लिए भारत सरकार को सलाह देने के बारे में आप सोच रहे हैं? उन्होंने कहा, “इस समय इसके लिए कोई स्थान नहीं है।”

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। वे समाचार का प्रबंधन करने, सामग्री तैयार करने और समय पर सटीक समाचार प्रसारण सुनिश्चित करने में माहिर हैं। वर्तमान घटनाओं की गहरी समझ और संपादकीय कौशल के साथ, उन्होंने समाचार उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, संस्कृति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाचार कवरेज एवं संपादन किया है।

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