Desh News: TDP सांसद का OFFER- तीसरा बच्चा पैदा करने पर गाय और 50 हजार रुपए देंगे इनाम
Desh News: आंध्र प्रदेश के लोकसभा सांसद केलिसेट्टी अप्पला नायडू ने राज्य के लोगों से आबादी बढ़ाने की अपील की है। यही नहीं उन्होंने विवादित ऑफर देते हुए कहा कि यदि कोई महिला तीसरा बच्चा पैदा करती है तो 50 हजार रुपये की मदद दी जाएगी।

Desh News: उज्जवल प्रदेश, नई दिल्ली. आंध्र प्रदेश के लोकसभा तेलगु देसम पार्टी के सांसद (TDP MP) केलिसेट्टी अप्पला नायडू ने राज्य के लोगों से आबादी बढ़ाने की अपील की है। यही नहीं उन्होंने ऑफर (offer) देते हुए कहा कि यदि कोई महिला तीसरा बच्चा पैदा (Third Child Birth) करती है तो 50 हजार रुपये (50 Thousand Rupees) की मदद दी जाएगी (Gave Reward)। इसके अलावा यदि तीसरी संतान बेटा हुआ तो फिर एक गाय (Cow) दी (Give) जाएगी।
उन्होंने अपने इस विवादित ऑफर का बचाव भी किया और कहा कि राज्य की आबादी कम हो रही है। उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी में आंध्र प्रदेश की आबादी कम होने का खतरा है। इसके अलावा पूरे देश में ही आबादी को बढ़ाने की जरूरत है। बता दें कि भारत आबादी के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ते हुए सबसे आगे निकल गया है। टीडीपी सांसद के इस बयान को उनकी ही पार्टी के कई लोगों ने क्रांतिकारी बताया है। सांसद का यह बयान उस समय आया है, जब तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश समेत दक्षिण भारत के राज्य परिसीमन को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
सबसे ज्यादा सवाल तो तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ही उठा रहे हैं। उनका कहना है कि यदि नई जनगणना के आंकड़ों के आधार पर लोकसभा सीटों का परिसीमन हुआ तो फिर दक्षिण के राज्यों की हिस्सेदारी का अनुपात घट जाएगा। एमके स्टालिन की पार्टी का कहना है कि फिलहाल तमिलनाडु में 39 लोकसभा सीटें हैं, जो घटकर 31 या 30 ही रह जाएंगी। इसी तरह केरल के खाते में 20 की बजाय 12 सीटें ही रह सकती हैं।
नायडू भी कह चुके, सिर्फ यूपी और बिहार हैं फायदे में
चंद्रबाबू नायडू भी कह चुके हैं कि आंध्र प्रदेश के लोगों को आबादी बढ़ाने की जरूरत है। उनकी यह मांग भी रही है कि सरकार को परिसीमन को फिलहाल रोक देना चाहिए और 1971 के उस फॉर्मूले को लागू रहने देना चाहिए, जिसके आधार पर फिलहाल राज्यों को सीटों का आवंटन हुआ है। उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि दक्षिण भारत के राज्यों में लोग बच्चे पैदा कम कर रहे हैं औऱ इसके चलते बुजुर्ग आबादी बढ़ने का संकट है।
उन्होंने कहा कि बुजुर्ग लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और वर्किंग एज वाले लोग कम होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘बढ़ती उम्र के लोगों की अधिक संख्या होने की समस्या दक्षिण भारत में दिखने लगी है। उत्तर भारत में सिर्फ यूपी और बिहार ही इस मामले में बढ़त में हैं। लेकिन हमारे यहां लोग ज्यादा आबादी को कमजोरी मानते हैं। लेकिन आज यह फायदे की चीज हो गई है।’