GANGSTER ENCOUNTER: अमन साहू का नेपाल के होटलों में 200 करोड़ का निवेश, विदेशी नेताओं से भी संबंध

GANGSTER ENCOUNTER: अमन साहू को जिस केस में रांची में पेश करने के लिए एटीएस की टीम रांची ला रही थी, उसमें खुलासा हुआ था कि रंगदारी के पैसों से उसके सगे भाई आकाश साहू ने जमीन में निवेश किया। बड़ा निवेश काठमांडू के कई होटलों और रियल एस्टेट कारोबार में कर रखा है।

GANGSTER ENCOUNTER: उज्जवल प्रदेश, रांची. अमन साहू (Aman Sahu) को जिस केस में रांची में पेश करने के लिए एटीएस की टीम रांची ला रही थी, उस केस की जांच में हाल ही में खुलासा हुआ था कि रंगदारी के पैसों से उसके सगे भाई आकाश साहू ने जमीन में निवेश किया। महंगी गाड़ियां भी खरीदी थीं। सवाल उठता है कि रंगदारी से मिलने वाले अथाह पैसे को अमन साहू कहां निवेश करता था और उसके आतंक का साम्राज्य कौन संभाल रहा था।

रंगदारी में वसूले गए पैसों के बैंक खातों में ट्रांजेक्शन के साक्ष्य भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जुटाए थे। वहीं एनआईए ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद आकाश साहू के हस्ताक्षर का सैंपल भी लिया था, हस्ताक्षर मिलान के बाद एनआईए ने जनवरी माह में लातेहार के तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी केस में आकाश साहू पर भी चार्जशीट दायर की है।

एनआईए की जांच में खुलासा हुआ था कि आकाश साहू को अमन साहू गैंग के विकास आनंद ओझा उर्फ अभिषेक, अजय तुरी ने पैसे भेजे थे। एनआईए ने इस संबंध में कई लोगों की गवाही ली, साथ ही बैंक खातों की स्क्रूटनी भी की थी। जिससे एनआईए को जानकारी मिली कि तेतरियाखाड़ फायरिंग केस के आरोपियों ने आकाश साहू को अपने अन्य सहयोगियों के जरिए पैसे भेजे थे।

कहां निवेश करता था रंगदारी के पैसे

झारखंड पुलिस पहले भी अमन साहू गैंग के कई शूटरों को पकड़ चुकी है। जांच में नेपाल कनेक्शन सामने आया था। यह भी पता चला था कि अमन का नेपाल (Nepal’s) के कई बड़े गैंगस्टर, हवाला कारोबारियों और राजनेताओं से संबंध है। उसने रंगदारी में वसूले गए पैसे का बड़ा निवेश काठमांडू के कई होटलों (Hotels) और रियल एस्टेट कारोबार में कर रखा है। साहू ने करीब 200 करोड़ रुपये (200 Crores) नेपाल के रॉयल इंपावर बुटिक होटल, होटल डायनेस्टिक और टिप टॉप होटल काठमांडू में निवेश (Investment) किया है। ये पैसे व्यवसायियों से रंगदारी में वसूले गए हैं।

रंगदारी से मिली रकम का निवेश भी क्रिप्टोकरेंसी के साथ साथ जमीन और होटल कारोबार में किया गया था। बीते दिनों एटीएस ने जांच में पाया था कि अमन साहू ने अपने करीबी सहयोगी नारायण थापा के जरिए नेपाल में पैसों का निवेश किया था। रंगदारी के पैसों को बाहर भेजने के लिए हवाला ऑपरेटिव की मदद भी गिरोह के द्वारा ली जाती थी।

सिंगापुर के बाद अमन साहू के गैंग के सुनील मीणा ने अजरबैजान को ठिकाना बनाया था, जहां दिसंबर 2024 में उसकी गिरफ्तारी हो गई थी। लेकिन सुनील की गिरफ्तारी के बाद भी मयंक सिंह के नाम से लगातार कारेाबारियों को धमकी भरे कॉल किए जा रहे थे। आकाश साहू के बैंकिंग ट्रांजेक्शन गैंग के शंकर यादव के साथ भी मिला था। शंकर यादव को आकाश साहू के द्वारा 17 लाख देने की पुष्टि भी जांच में हुई थी।

एनआईए ने जांच में पाया था कि आकश साहू ने रंगदारी के पैसों का बिहार व झारखंड में चल व अचल संपत्ति के तौर पर निवेश किया। एनआईए ने मौखिक व ड्राक्यूमेंटी साक्ष्य पाया था। एनआईए ने अमन साव के रांची स्थित आवास से एक फार्च्यूनर गाड़ी जब्त की गई थी। जांच के क्रम में यह बात सामने आयी कि शंकर यादव ने यह कार ओरमांझी के हैरिटेज टोयटा शोरूम से खरीदी थी। जांच के क्रम में एनआईए ने शोरूम से सारी जानकारी ली, तो पता चला था कि खरीद के बाद इस महंगी कार को आकाश साहू ने रिसिव किया था।

कार रिसिविंग के दौरान की गई हस्ताक्षर की कॉपी भी एनआईए ने जब्त की। इसके बाद इस हस्ताक्षर से आकाश साहू के हस्ताक्षर के मिलान के लिए सैंपल लिया गया था। तेतरियाखाड़ केस में एनआईए अबतक दो दर्जन से अधिक आरोपियों पर चार्जशीट दायर कर चुकी है। एनआईए ने आकाश साहू पर तीसरा सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया था।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। वे समाचार का प्रबंधन करने, सामग्री तैयार करने और समय पर सटीक समाचार प्रसारण सुनिश्चित करने में माहिर हैं। वर्तमान घटनाओं की गहरी समझ और संपादकीय कौशल के साथ, उन्होंने समाचार उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, संस्कृति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाचार कवरेज एवं संपादन किया है।

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