Bageshwar Dham पं. धीरेंद्र शास्त्री महाशिवरात्रि पर 251 कन्याओं का कराएंगे विवाह
Bageshwar Dham धीरेंद्र शास्त्री महाशिवरात्रि पर 251 बेटियों का विवाह कराएंगे, इनमें से 108 हैं आदिवासी। बाबा बागेश्वर महाशिवरात्रि पर 251 गरीब कन्याओं का विवाह कराएंगे, नौ राज्यों की बेटियां होंगी शामिल।
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Bageshwar Dham : उज्जवल प्रदेश, छतरपुर. प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बड़ा बयान दिया है। कुछ समय पहले कुछ महिलाओं ने वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज की रात की पदयात्रा पर आपत्ति जताई थी। इस पर महाराज ने कहा कि पहले भी राक्षसों को हवन-पूजन में दिक्कत होती थी, इंसानों को नहीं। उन्होंने साफ कहा कि जो लोग इस यात्रा से परेशान हैं, वे इंसान तो हो ही नहीं सकते। जिनके पेट में दर्द है, वे वृंदावन छोड़कर दिल्ली चले जाएं। यहां तो सिर्फ “राधे-राधे” गूंजेगा।
धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने अपने चुटीले अंदाज में कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, उनकी “ठठरी बांध देंगे” यानी उनकी परवाह नहीं करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो वे खुद वृंदावन जाकर प्रेमानंद महाराज से मिलेंगे और उन्हें फिर से यात्रा शुरू करने के लिए कहेंगे।
बड़ा आयोजन हैं हिंदू बेटियों के लिए
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि इस साल भी महाशिवरात्रि पर कन्या विवाह महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस बार 251 गरीब और जरूरतमंद बेटियों का विवाह धूमधाम से होगा। महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुद इस सूची को जारी किया। इसमें 108 बेटियां आदिवासी समाज से हैं, जबकि 143 बेटियां अन्य समाजों से चुनी गई हैं।
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि मंदिरों में करोड़ों रुपये का दान हिंदू समाज देता है, तो यह पैसा हिंदू बेटियों के घर बसाने में भी लगना चाहिए। उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से बाहर निकाला जाए, ताकि यह पैसा सही जगह इस्तेमाल हो सके।
251 बेटियां चुनी गईं कैसे
महाशिवरात्रि पर हो रहे इस आयोजन के लिए 1000 से ज्यादा आवेदन आए थे। इसके बाद बागेश्वर धाम की एक टीम ने देशभर में 22 से 24 हजार किलोमीटर की यात्रा कर 251 बेटियों को चुना। 60 लोगों की टीम ने एक महीने तक इन परिवारों की जांच की। गांवों, पड़ोसियों और स्थानीय लोगों से बात कर यह तय किया कि कौन सी बेटियां इस मदद के लिए योग्य हैं।
इन 251 बेटियों में 54 अनाथ हैं, 94 बेटियों के सिर से पिता का साया उठ चुका है, 12 बेटियां मात्रहीन हैं और 87 बेटियां अत्यंत गरीब परिवार से आती हैं। इनमें से कई बेटियों के माता-पिता गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। एक बेटी के पिता कैंसर पीड़ित हैं और उनका सपना था कि बेटी का विवाह बागेश्वर धाम से हो। महाराज ने इस बेटी को भी इस पवित्र आयोजन में शामिल किया है।
नौ राज्यों की बेटियां होंगी शामिल
इन बेटियों का चयन सिर्फ मध्यप्रदेश से ही नहीं, बल्कि नौ अलग-अलग राज्यों से किया गया है। सबसे ज्यादा 209 बेटियां मध्यप्रदेश से हैं, जबकि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और दिल्ली से भी बेटियों का चयन किया गया है।
ग्रेट खली की एंट्री होगी 24 फरवरी को
इस विवाह समारोह को खास बनाने के लिए मशहूर रेसलर द ग्रेट खली भी बागेश्वर धाम पहुंचे। उन्होंने महाराज का आशीर्वाद लिया और बताया कि 24 फरवरी को धाम में जबरदस्त कुश्ती प्रतियोगिता होगी। यह आयोजन युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करने के लिए किया जा रहा है।
खली ने कहा कि महाराज ने जिस तरह युवाओं को नशे से दूर रखा है, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जब युवा सही दिशा में आगे बढ़ेंगे, तो वे देश की प्रगति में योगदान देंगे।
बागेश्वर धाम में इस बार महाशिवरात्रि पर कन्या विवाह महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का सपना है कि कोई भी बेटी खुद को अनाथ और असहाय महसूस न करे। वहीं, वृंदावन में प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा पर उठे विवाद को लेकर भी उन्होंने दो टूक जवाब दिया है।