अब ट्विटर में सप्ताह में 80 घंटे काम, जो ऑफिस नहीं आएगा, उसे माना जाएगा इस्तीफा
नई दिल्ली. 44 अरब डॉलर में कंपनी को खरीदने के बाद ट्विटर कर्मचारियों को पहली बार संबोधित करते हुए एलन मस्क ने फर्म के दिवालिया होने की आशंका जताई है।
नई दिल्ली. ट्विटर कर्मचारियों के लिए आए बुरे दिन कम होते नहीं दिख रहे हैं। अब एलन मस्क ने कुछ ऐसे फरमान जारी किए हैं, जो आने वाले दिनों में ट्विटर कर्मचारियों की मुश्किलें और बढ़ा सकते हैं। 44 अरब डॉलर में कंपनी को खरीदने के बाद ट्विटर कर्मचारियों को पहली बार संबोधित करते हुए एलन मस्क ने फर्म के दिवालिया होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि हमें फायदे की स्थिति में आने के लिए सप्ताह में 80 घंटे तक काम करना होगा। इसके अलावा ऑफिस में मुफ्त खाने जैसी सुविधाएं भी खत्म की जाएंगी। यही नहीं कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम जैसी जो सुविधा दी गई थी, उसे भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है।
एलन मस्क का कहना है कि जो भी ऑफिस नहीं आएगा, उसे लेकर यह मान लिया जाएगा कि उसने इस्तीफा दे दिया है। एलन मस्क ने अपने संबोधन में कहा कि यदि कंपनी ज्यादा कैश नहीं जुटा पाती है तो फिर दिवालिया होने का भी खतरा पैदा हो सकता है। एलन मस्क ने ट्विटर की कमान संभालने के दो महीने के अंदर ही कई बड़े फैसले लिए हैं। वह आधी से ज्यादा वर्कफोर्स को नौकरी से बाहर कर चुके हैं। भारत में भी ट्विटर इंडिया के 90 फीसदी कर्मचारी नौकरी से हटाए जा चुके हैं। इन लोगों में ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल भी शामिल हैं। अन्य बकाया कर्मचारियों को उन्होंने ऑफिस आकर काम करने की नसीहत दी है।
पूरे मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने कहा कि एलन मस्क ने कर्मचारियों से कहा कि यदि आप ऑफिस नहीं आते हैं तो आपका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाएगा। यही नहीं लोगों को नौकरी से हटाए जाने के सवाल पर एलन मस्क ने कहा कि हमें और मजबूत होना होगा। मस्क ने कहा कि हमें इस संकट से निपटने के लिए तत्काल 8 डॉलर सबस्क्रिप्शन फीस वाले प्लान पर आगे जाना होगा। जानकार मानते हैं कि कर्मचारियों से ज्यादा काम लेने और उन्हें प्रेरित करने के लिए उनकी ओर से आर्थिक संकट वाली बात कही गई है। वह यह संदेश देना चाहते हैं कि यदि लोगों ने गंभीरता के साथ काम नहीं किया तो फिर ट्विटर मुश्किल हालातों में होगा।