Health Tips: यूरिन के रंग से जानें अपनी सेहत का हाल: गुलाबी, भूरा, पीला या लाल, कौन सा संकेत खतरनाक?

Health Tips: यूरिन का रंग आपकी सेहत के बारे में कई संकेत देता है। लाल, भूरा, नीला या पीला यूरिन किस बीमारी का संकेत हो सकता है, जानें इस लेख में।

Health Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. पेशाब का रंग आपकी सेहत का हाल बता सकता है। अक्सर डॉक्टर यूरिन टेस्ट कराने की सलाह देते हैं क्योंकि इसके जरिए शरीर में हो रही गड़बड़ियों का पता चलता है। आमतौर पर यूरिन का रंग हल्का पीला या पारदर्शी होता है, लेकिन जब यह रंग बदलता है तो यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यूरिन के रंग में बदलाव शरीर में हो रही बीमारियों की ओर इशारा कर सकता है। आइए जानते हैं यूरिन के विभिन्न रंगों का क्या मतलब होता है।

हर रंग कुछ कहता है…

यूरिन हमारे शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने का प्राकृतिक तरीका है। पानी की सही मात्रा लेने से यूरिन हल्का पीला या पारदर्शी रहता है, लेकिन जब इसमें कोई बदलाव आता है तो यह शरीर में किसी समस्या की ओर इशारा करता है। यूरिन के विभिन्न रंगों का अपना एक अलग संकेत होता है। डॉक्टर और पैथोलॉजिस्ट यूरिन के रंग और उसके गुणों के आधार पर कई बीमारियों का पता लगाते हैं।

लाल या गुलाबी यूरिन

अगर आपने चुकंदर, बेरीज या कुछ अन्य लाल रंग के खाद्य पदार्थ खाए हैं तो आपका यूरिन गुलाबी या लाल हो सकता है। लेकिन अगर बिना किसी वजह के पेशाब का रंग लाल या गुलाबी नजर आता है, तो यह गंभीर समस्या हो सकती है। इसका कारण ब्लैडर कैंसर, किडनी स्टोन, बढ़ा हुआ प्रोस्टेट या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) हो सकता है। अगर आपको इस तरह का यूरिन दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

भूरा या चाय के रंग का यूरिन

डार्क ब्राउन या चाय के रंग जैसा यूरिन शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) का संकेत हो सकता है। यह हेपेटाइटिस, लिवर प्रॉब्लम या किसी अन्य गंभीर बीमारी का भी संकेत दे सकता है। यदि पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के बावजूद यूरिन का रंग डार्क बना रहता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

नीला या हरा यूरिन

नीले या हरे रंग का यूरिन बहुत ही दुर्लभ स्थिति होती है, लेकिन यह कुछ विशेष खाद्य पदार्थों, दवाओं या मेडिकल कंडीशन्स के कारण हो सकता है। अगर आपने हाल ही में कोई ऐसी दवा ली है जिसमें मेथिलीन ब्लू मौजूद है तो यह यूरिन को नीला बना सकता है। इसके अलावा कुछ बैक्टीरियल संक्रमण भी यूरिन के रंग को हरा बना सकते हैं। अगर आपको ऐसा रंग दिखे तो तुरंत मेडिकल चेकअप करवाएं।

वाइब्रेंट येलो यूरिन

अगर आपका यूरिन सामान्य से ज्यादा चमकीला पीला (वाइब्रेंट येलो) है तो इसका मतलब हो सकता है कि आप विटामिन बी कॉम्प्लेक्स युक्त सप्लीमेंट्स ले रहे हैं। यह आमतौर पर हानिकारक नहीं होता, लेकिन ज्यादा मात्रा में सप्लीमेंट्स का सेवन यूरिन के रंग को प्रभावित कर सकता है। अगर यह लंबे समय तक बना रहता है तो डॉक्टर से सलाह लें।

क्लाउडी यूरिन

अगर आपका यूरिन बादलों की तरह सफेद या क्लाउडी दिख रहा है तो यह किसी संक्रमण, डिहाइड्रेशन, किडनी स्टोन या किसी अन्य गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। यह स्थिति पुरुषों में सीमेन के मिश्रण के कारण भी हो सकती है। क्लाउडी यूरिन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।

कब जाएं डॉक्टर के पास?

अगर आपके यूरिन का रंग बार-बार बदल रहा है और इसके साथ कोई अन्य लक्षण भी महसूस हो रहे हैं, जैसे कि दर्द, जलन, बुखार या पेट दर्द, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यूरिन के रंग का बदलाव आपके शरीर में होने वाली किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। सही समय पर जांच और इलाज से आप अपनी सेहत को बेहतर बनाए रख सकते हैं।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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