Income Tax Slab: 12 लाख तक की इनकम टैक्स फ्री! क्या अब पुरानी टैक्स स्लैब होगी खत्म?

Income Tax Slab: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है। अब 12 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स फ्री होगी। इस फैसले के बाद उम्मीद है कि 90% से ज्यादा लोग नई टैक्स स्लैब को अपनाएंगे। क्या इसका मतलब यह है कि ओल्ड टैक्स स्लैब खत्म हो जाएगी? जानिए पूरी डिटेल।

Income Tax Slab: उज्जवल प्रदेश डेस्क. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने बजट 2025 में टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत देते हुए घोषणा की कि अब 12 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स फ्री होगी। इस फैसले से मध्यम वर्ग को बहुत बड़ा फायदा होगा। अब सवाल यह उठता है कि क्या इस फैसले के बाद ओल्ड टैक्स स्लैब खत्म हो जाएगी? इस खबर में जानते हैं इसका पूरा विश्लेषण।

90% टैक्सपेयर्स होंगे नई टैक्स स्लैब में शिफ्ट

  • केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के चेयरमैन रवि अग्रवाल के अनुसार, इस फैसले के बाद 90% से ज्यादा टैक्सपेयर्स ओल्ड टैक्स स्लैब छोड़कर नई टैक्स स्लैब में ट्रांसफर हो सकते हैं। अभी यह आंकड़ा 75% के करीब है।
  • उन्होंने बताया कि नई टैक्स व्यवस्था को अपनाना अब आसान होगा क्योंकि इसमें ज्यादा कटौती और छूट की झंझट नहीं होगी। यह उन टैक्सपेयर्स के लिए एक सरल विकल्प होगा, जो बिना किसी अतिरिक्त पेपरवर्क के अपना टैक्स भरना चाहते हैं।

आयकर विभाग रखेगा नजर, AI का होगा इस्तेमाल

आयकर विभाग अब टैक्सपेयर्स की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी इस्तेमाल करेगा। CBDT प्रमुख के अनुसार, करदाताओं के लिए टैक्स फाइलिंग को आसान बनाने के लिए सरलीकृत ITR-1, पहले से भरे आयकर रिटर्न और TDS की स्वचालित गणना जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।

नई टैक्स स्लैब क्यों है आसान

  • नई टैक्स व्यवस्था (NTR) को सरल बनाने के लिए कुछ अहम बदलाव किए गए हैं
  • पुरानी व्यवस्था में मिलने वाली कटौती और छूट को खत्म कर दिया गया है।
  • टैक्सपेयर्स को कोई अतिरिक्त गणना करने की जरूरत नहीं होगी।
  • कोई भी व्यक्ति बिना किसी पेशेवर मदद के खुद ही अपना टैक्स भर सकता है।

क्या ओल्ड टैक्स स्लैब होगी खत्म?

वर्तमान में सरकार ने ओल्ड टैक्स स्लैब को पूरी तरह खत्म करने की घोषणा नहीं की है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अधिकतर करदाता नई व्यवस्था को अपनाने के बाद पुरानी व्यवस्था धीरे-धीरे अप्रासंगिक हो सकती है।

बजट 2025 में किए गए प्रमुख बदलाव

  • 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं।
  • 25 लाख रुपये तक की आय वालों को हर साल 1.1 लाख रुपए तक टैक्स बचाने का मौका।
  • वेतनभोगी वर्ग को 75,000 रुपए की अतिरिक्त स्टैंडर्ड डिडक्शन।

बजट में किए गए टैक्स सुधारों का असर

  • इस फैसले के बाद अधिकांश टैक्सपेयर्स नई टैक्स स्लैब में शिफ्ट होने के लिए प्रेरित होंगे।
    CBDT चेयरमैन के अनुसार “अगर 100% करदाता नई टैक्स स्लैब नहीं अपनाते, तो भी अगले साल यह आंकड़ा 90% या उससे अधिक हो सकता है।” वर्तमान में लगभग 74-75% टैक्सपेयर्स नई व्यवस्था को अपना चुके हैं।

मध्यम वर्ग को सबसे ज्यादा फायदा

  • कम टैक्स देने से लोगों की बचत बढ़ेगी।
  • बचत से उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
  • सरकार को अप्रत्यक्ष करों से अधिक राजस्व प्राप्त होगा।

फर्जी कटौती करने वालों पर सख्ती

CBDT ने बताया कि पिछले साल 90,000 करदाताओं ने फर्जी कटौती का दावा किया था, लेकिन बाद में संशोधित रिटर्न दाखिल कर 1,000 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया। सरकार इस बार टैक्स चोरी रोकने के लिए सख्ती से कदम उठा रही है।

बजट 2025 में 12 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स फ्री करने के फैसले से करोड़ों टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत मिली है। इस बदलाव के चलते 90% से अधिक लोग नई टैक्स स्लैब को अपनाने के लिए तैयार हो सकते हैं। हालांकि, ओल्ड टैक्स स्लैब को अभी खत्म करने का कोई ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन नई व्यवस्था को अपनाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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