Indian Railway: यात्रीगण कृपया ध्यान दें! 172 ट्रेनें रद्द, 700 से ज्यादा प्रभावित, 42 दिन का रेल संकट! जानें किन रूट्स पर पड़ेगा असर

Indian Railway: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गंगा पुल मरम्मत कार्य के चलते भारतीय रेलवे ने 20 मार्च से 30 अप्रैल तक 172 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इस दौरान 700 से अधिक ट्रेनें प्रभावित होंगी। सफर से पहले अपनी ट्रेन का स्टेटस चेक करना जरूरी है, ताकि असुविधा से बचा जा सके।

Indian Railway: उज्जवल प्रदेश डेस्क. रेल यात्रियों के लिए एक जरूरी खबर आई है। उत्तर रेलवे ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गंगा पुल के मरम्मत कार्य के कारण 20 मार्च से 30 अप्रैल तक 172 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। इस दौरान 700 से अधिक ट्रेनें प्रभावित रहेंगी। यदि आप भी इस दौरान यात्रा करने वाले हैं, तो पहले से तैयारी कर लें और अपनी ट्रेन की स्थिति की जांच करें।

यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना

अगर आप ट्रेन से सफर करने की योजना बना रहे हैं, तो पहले यह खबर जरूर पढ़ लें। भारतीय रेलवे ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में गंगा पुल की मरम्मत के कारण 172 ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, 700 से अधिक ट्रेनें अलग-अलग तरीकों से प्रभावित रहेंगी। यह बदलाव 20 मार्च से 30 अप्रैल तक लागू रहेगा, यानी पूरे 42 दिनों तक रेलवे यातायात में रुकावटें बनी रहेंगी।

रेलवे ने क्यों लिया यह बड़ा फैसला?

रेलवे ट्रैफिक को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए रेलवे विभाग समय-समय पर पुलों और पटरियों की मरम्मत करता रहता है। इस बार उन्नाव जिले में गंगा नदी पर बने पुल की मरम्मत हो रही है। इस कार्य के चलते भारतीय रेलवे को इस रूट पर ट्रेन सेवाएं अस्थायी रूप से रोकनी पड़ी हैं। मरम्मत कार्य के चलते ट्रेनों का संचालन सुरक्षित नहीं माना जा सकता, इसलिए रेलवे ने 42 दिनों के लिए मेगा ब्लॉक की घोषणा की है।

इन ट्रेनों को किया गया है रद्द

उत्तर रेलवे ने इस अवधि में विभिन्न इंटरसिटी, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया है। इनमें से कुछ प्रमुख ट्रेनें निम्नलिखित हैं:

  • प्रयागराज-कानपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 14123)
  • कानपुर-मानिकपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 14124)
  • वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 11109)
  • लखनऊ-वीरांगना लक्ष्मीबाई इंटरसिटी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 11110)
  • लखनऊ जंक्शन-वीरांगना लक्ष्मीबाई सुपरफास्ट एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 22453)
  • वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन-लखनऊ सुपरफास्ट एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 22454)

इसके अलावा कई अन्य पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को भी अस्थायी रूप से रद्द किया गया है।

700 से ज्यादा ट्रेनें होंगी प्रभावित

हालांकि रेलवे ने केवल 172 ट्रेनों को ही पूरी तरह से रद्द किया है, लेकिन इस मेगा ब्लॉक का असर 700 से ज्यादा ट्रेनों पर पड़ने वाला है। कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं, जबकि कुछ को छोटे स्टेशनों पर रोकने का निर्णय लिया गया है। इससे यात्रियों को भारी असुविधा हो सकती है।

यात्रियों को होने वाली परेशानियां

रेलवे के इस फैसले से लाखों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। खासकर वे लोग जो रोजाना काम के सिलसिले में इन ट्रेनों का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें वैकल्पिक यात्रा साधनों की तलाश करनी होगी। इसके अलावा, लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्री भी प्रभावित होंगे क्योंकि कई प्रमुख ट्रेनें इस दौरान या तो रद्द रहेंगी या फिर उनके मार्ग बदले जाएंगे।

यात्रियों को क्या करना चाहिए?

यदि आप इस अवधि में ट्रेन से यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको पहले से तैयार रहना जरूरी है। कुछ जरूरी सुझाव इस प्रकार हैं:

  • अपनी ट्रेन का स्टेटस जांचें– रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या NTES ऐप पर जाकर पता करें कि आपकी ट्रेन कैंसिल हुई है या नहीं।
  • वैकल्पिक साधनों की तलाश करें– अगर आपकी ट्रेन रद्द हो गई है, तो बस या हवाई यात्रा जैसे दूसरे विकल्पों पर विचार करें।
  • स्टेशन पर जाने से पहले अपडेट लें– कई बार ट्रेनें आखिरी समय पर भी रद्द की जा सकती हैं, इसलिए सफर से पहले जानकारी अपडेट कर लें।
  • टिकट रिफंड के लिए आवेदन करें– यदि आपकी ट्रेन कैंसिल हो गई है, तो रेलवे आपको पूरा पैसा वापस करेगा। इसके लिए IRCTC वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

रेलवे द्वारा उठाए गए कदम

रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई इंतजाम किए हैं:

  • वैकल्पिक ट्रेनों की संख्या बढ़ाई गई है।
  • कुछ ट्रेनों का मार्ग बदला गया है ताकि अधिकतम यात्रियों को लाभ मिल सके।
  • टिकट कैंसिलेशन और रिफंड की प्रक्रिया को आसान बनाया गया है।

यूपी-बिहार से दिल्ली जाने वाले यात्री होंगे सबसे ज्यादा प्रभावित

इस रेलवे ब्लॉक का सबसे ज्यादा असर उत्तर प्रदेश और बिहार से दिल्ली जाने वाले यात्रियों पर पड़ेगा। रोजाना हजारों लोग इन ट्रेनों से दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज और वाराणसी जैसी जगहों की यात्रा करते हैं। ऐसे में उन्हें दूसरे साधनों का उपयोग करना पड़ेगा, जिससे सफर महंगा और असुविधाजनक हो सकता है।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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