Monkey Pox New Case: हो जाएं सावधान, दुबई से लौटे व्यक्ति में मिला Mpox, जानिए लक्षण और बचाव के तरीके

Monkey Pox New Case: कर्नाटक में दुबई से लौटे व्यक्ति में मंकीपॉक्स (Mpox) का मामला सामने आया है। यह इस साल राज्य का पहला मामला है। मरीज को आइसोलेट कर इलाज किया जा रहा है। मंकीपॉक्स के लक्षण और बचाव के उपायों को जानना बेहद जरूरी है।

Monkey Pox New Case: दुबई से लौटे 40 वर्षीय व्यक्ति में कर्नाटक में मंकीपॉक्स (Mpox) का पहला मामला सामने आया है। मरीज की तबीयत खराब होने के बाद उसे अस्पताल में आइसोलेट किया गया और पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) में पुष्टि की गई। आइए जानते हैं मंकीपॉक्स के लक्षण, इसके इलाज और बचाव के तरीके।

कैसे हुआ संक्रमण?

यह मरीज पिछले 19 साल से दुबई में रह रहा था और 17 जनवरी को मंगलुरु लौटा। भारत लौटने के बाद उसे चकत्ते और बुखार की शिकायत हुई। जांच में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई। मरीज की पत्नी का भी परीक्षण किया गया है, हालांकि अभी तक संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।

मंकीपॉक्स के प्रमुख लक्षण

प्रारंभिक लक्षण

  • बुखार
  • सिर दर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • थकान

बाद के लक्षण (1-3 दिन बाद)

  • हथेलियों और तलवों पर धब्बे
  • चकत्ते और मवाद से भरे छाले
  • गले में खराश और खांसी

ऐसे करें मंकीपॉक्स का इलाज

  • मंकीपॉक्स के लिए अभी कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों को प्रबंधित करने के उपाय मौजूद हैं।
  • बुखार और दर्द: पेरासिटामोल या इबुप्रोफेन जैसी दवाओं का उपयोग करें।
  • हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी और लिक्विड डाइट लें।
  • घाव की देखभाल: संक्रमण से बचने के लिए घाव को साफ और सूखा रखें।
  • एंटीवायरल दवाएं: टेकोविरिमैट (TPOXX) जैसी दवाएं डॉक्टर की सलाह से ली जा सकती हैं।

मंकीपॉक्स से बचने के तरीके

  • आइसोलेशन: संक्रमित व्यक्ति को अलग रखें।
  • हाइजीन: हाथों को साबुन और पानी से नियमित धोएं।
  • संक्रमित वस्तुओं से बचाव: संक्रमित व्यक्ति के कपड़े और बिस्तर का उपयोग न करें।
  • डॉक्टर से संपर्क: किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

विशेषज्ञों की सलाह

  • कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है और लोगों को सावधान रहने की सलाह दे रहा है। अगर आपको बुखार या चकत्ते जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत मेडिकल सहायता लें।
  • मंकीपॉक्स जैसी बीमारियों से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता बेहद जरूरी है। सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सतर्क करें।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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