Narmada Parikrama मार्ग पर एमपी में 50 करोड़ से सामुदायिक भवन और सुविधाएं बढ़ेंगी

Narmada Parikrama: मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में लोग मां नर्मदा की परिक्रमा प्रारंभ करते हैं। जिला प्रशासन ने यहां 14 ग्राम पंचायतों में परिक्रमावासियों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।

Narmada Parikrama: उज्जवल प्रदेश, अनूपपुर. मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में लोग मां नर्मदा की परिक्रमा प्रारंभ करते हैं। मां नर्मदा का उद्गम स्थल होने के बावजूद परिक्रमा वासियों के लिए यहां उपलब्ध सुविधाएं नाकाफी हैं। जरूरी सुविधाएं न मिल पाने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने यहां 14 ग्राम पंचायतों में परिक्रमावासियों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। इसके तहत नर्मदा परिक्रमा मार्ग पर सड़क ,बिजली, पानी, सामुदायिक भवन सहित अन्य जरूरी व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं। मां नर्मदा परिक्रमा मार्ग में आने वाले 14 ग्राम पंचायतों सिजघाट में खाल्हेदूधी, इटौर, घोघरी, बरांझ, बीजापुरी, चंदन घाट के कछरा टोला, खेतगांव, ठाढ़ पाठर, देवरी, दमेहडी, भीम कुंडी, मोहंदी, हरई, दमगढ़ का चयन किया गया है।

परिक्रमावासियों के लिए मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता बनाने की योजना तैयार की गई है। वरिष्ठ कार्यालय को इसके अनुमोदन के लिए पत्राचार किया गया है। स्वीकृति मिलने के बाद कार्य प्रारंभ किया जाएगा। अभी असुविधा के बीच करनी पड़ती है परिक्रमा वर्तमान समय में भी यहां पर नर्मदा परिक्रमावासी प्रतिवर्ष मां नर्मदा की परिक्रमा कर रहे हैं। जहां पर सड़क बिजली पानी सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं वर्तमान में नहीं है जिसके कारण परिक्रमा वासियों को काफी असुविधा का सामना यहां करना पड़ता है।

मां नर्मदा की परिक्रमा का धार्मिक महत्व होने के कारण प्रतिवर्ष देश के विभिन्न हिस्सों से यहां लोग मां नर्मदा की परिक्रमा प्रारंभ करने के लिए पहुंचते हैं और स्थानीय स्तर पर कोई सुविधा उपलब्ध न होने से उन्हें इससे जूझना पड़ता है। पंचायतों में ये सुविधाएं की जाएंगी विकसित सामुदायिक भवन, सोलर लाइट, पानी टंकी, सीएससी, हैंड पंप, घाट निर्माण, ग्रेवल रोड सहित अन्य कार्य प्रत्येक ग्राम पंचायत में कराए जाने की योजना बनाई गई है।

14 ग्राम पंचायत में निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार किया गया है जिसमें इन सभी कार्यों को शामिल करते हुए उनकी अनुमानित लागत 50 करोड़ 14 लाख रुपए निर्धारित की गई है। स्वीकृति मिलते ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इसके बाद यहां परिक्रमा वासियों को होने वाली असुविधा दूर हो सकेगी।

सुविधा विकसित करने की योजना

नर्मदा तट पर सुविधा विकसित किए जाने के लिए योजना तैयार की गई है जल्द ही वरिष्ठ कार्यालय से इस पर अनुमति मिलने के पश्चात कार्य किया जाएगा।
तन्मय वशिष्ठ शर्मा, सीईओ जिपं

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। वे समाचार का प्रबंधन करने, सामग्री तैयार करने और समय पर सटीक समाचार प्रसारण सुनिश्चित करने में माहिर हैं। वर्तमान घटनाओं की गहरी समझ और संपादकीय कौशल के साथ, उन्होंने समाचार उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, संस्कृति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाचार कवरेज एवं संपादन किया है।

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