Ayushman Card: QR कोड को स्कैन कर होगा 5 लाख का मुफ्त इलाज, जानें पूरी डिटेल
Ayushman Card: आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्र सरकार के द्वारा गरीब और जरूरतमंदों के लिए महत्वकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भव की शुरूआत की गयी है।
Ayushman Card: आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्र सरकार के द्वारा गरीब और जरूरतमंदों के लिए महत्वकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भव की शुरूआत की गयी है। आयुष्मान भव योजना (Ayushman Bhav Yojana) का तीसरा चरण शुरू हो गया है। इसके तीसरे चरण में कार्ड बनाने की प्रक्रिया को पहले से काफी ज्यादा आसान कर दिया गया है। सरकार की कोशिश है कि इस योजना से ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदों को जोड़ा जाए और उन्हें स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जाए।
सरकार ने इसके लिए आयुष्मान मोबाइल एप (Ayushman Mobile App) के साथ क्यूआर कोर्ड (QR Code) भी लांच कर दिया है। इस क्यूआर कोर्ड को स्कैन करते ही, आवेदक सीधे सरकारी पोर्ट पर जा सकता है और beneficiary.nha.gov.in पोर्टल पर पहुंचकर सीधे आवेदन किया जा सकता है। लाभुक को किसी परेशानी में नहीं फंसना पड़े इसके लिए अब सरकार के द्वारा रजिस्ट्रेशन के दौरान सेल्फ वेरीफिकेशन मोड की शुरूआत कर दी है। जहां लाभुक आवेदक को OTP, आइरिस और फिंगरप्रिंट और फेस-आधारित वेरीफिकेशन विकल्प दिया जाता है।
क्यूआर कोड कैसे करेगा काम
- आवेदन करने का वाला इच्छुक व्यक्ति अपने मोबाइल से क्यूआर कोर्ड को स्कैन करेगा।
- स्कैन करते ही, मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर से आयुष्मान भारत एप डाउनलोड हो जाएगा।
- एप में बेनीफिशरी विकल्प को चुनिए।
- अपना मोबाइल नंबर डालकर वेरिफाई पर क्लिक करें और आपके पास एक ओटीपी आएगा। इसको डालकर ओके दबाएं।
- यहां लाभुक अपने सफेद राशन कार्ड के मुखिया नाम डालकर खोजे या उसका आधार कार्ड नंबर भी डाल सकते हैं। उसके बाद आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करें।
- अगर सफेद राशन कार्ड में छह लोग हैं तो छह अलग-अलग कार्ड बनेगा। इन्हें मोबाइल में डाउनलोड किया जा सकता है।
- हर व्यक्ति को पांच-पांच लाख रुपये का मु्फ्त इलाज मिलेगा।
- आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाने या किसी दिक्कत की स्थिति में केंद्र और राज्य स्तरीय दो हेल्पलाइन भी मदद के लिए उपलब्ध हैं।
- नेशनल हेल्थ मिशन के हेल्पलाइन नंबर 180018004444 पर काल कर सकते हैं। इसके अलावा राज्य स्तरीय हेल्पलाइन भी डायल किया जा सकता है।
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इन दस्तावेजों की पड़ेगी कार्ड बनाने में जरूरत
- आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले एप में मोबाइल नंबर के माध्यम से लॉगइन करें।
- आप ओटीपी, आइरिस और फिंगरप्रिंट और फेस-आधारित वेरीफिकेशन की मदद से रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा करें।
- कार्ड बनाने के लिए आपके पास राशन कार्ड, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, पैन कार्ड आदि दस्तावेजों का होना जरूरी है।
- सरकार के द्वारा आपके द्वारा भेजा गया रिक्वेस्ट वेरिफाई किया जाएगा। इसके आधार पर आपका नाम आयुष्मान से जोड़ दिया जाएगा।
- आयुष्मान कार्ड के लिए अप्लाई करने से पहले सरकार की वेबसाइट पर जाकर चेक कर लेना चाहिए की आप योजना में शामिल होने के पात्र है या नहीं है।
कौन-कौन सी बीमारियां होंगी कवर | Covered Disease
योजना के तहत लगभग हर तरह की बीमारियों को कवर किया गया है। इसमें कार्ड बनने से पहले की पुरानी बीमारी का भी इलाज कराया जा सकता है। साथ ही, बीमारी के कारण एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च को भी कवर किया जाता है। योजना के तहत मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज, ट्रांसपोर्ट पर होने वाला खर्च, आदि को कवर किया जाता है। योजना की पात्रता की जांच करने के लिए 14555 पर काल कर सकते हैं। इसके अलावा, pmjay.gov.in पर भी अपनी पात्रता चेक कर सकते हैं। अब तक साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा लोग अपना इलाज करा चुके हैं।
पोर्टल की रात में रहती है अच्छी स्पीड | Portal Good Speed
विभाग का ‘आयुष्मान एप’ नया पोर्टल है। इसमें दिन के समय भारी दबाव रहता है। इसलिए सर्वर डाउन रहता है। रात 12 बजे के बाद स्पीड में सुधार आता है। यह सुबह छह बजे तक चलता है। इसलिए अगर रात को पोर्टल पर काम किया जाए तो बेहतर रहेगा। बार-बार लागिन या नंबर नहीं डालना पड़ेगा। दिक्कत होने पर संबंधित अस्पताल जाएं।
इन हेल्पलाइन नंबरों से मिलेगी मदद | Helpline Number
कार्ड न बन पाने या किसी दिक्कत की स्थिति में केंद्र और राज्य स्तरीय दो हेल्पलाइन भी मदद के लिए उपलब्ध हैं। नेशनल हेल्थ मिशन के हेल्पलाइन नंबर 180018004444 पर काल कर सकते हैं। इसके अलावा राज्य स्तरीय हेल्पलाइन 14555 को भी डायल किया जा सकता है। जल्द ही आगरा में भी दो लोकल नंबर जारी करने की तैयारी है।