B.Ed डिग्री अब हुई बेकार, प्रदेश में शिक्षक बनने के लिए अब यह होगी न्यूनतम योग्यता

BEd : अब अगर आप B.Ed course करना चाहते है तो कृपया ये न्यूज़ आप जरूर पड़ें। ignou bed ने एक सर्कुलर जारी किया है क्या है इसके मैंने निचे देखे।

B.Ed DEGREE USELESS: B.Ed किए हुए अगर आप तो आपके लिए बहुत बड़ी अपडेट यहां पर देखने को मिल रही है। और आपके लिए झटका भी हो सकता है। भारत में केंद्र सरकार की तरफ से यहां पर सरकारी विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए जो B.Ed का संचालन किया जाता है।

कई सारे संस्थानों में तो यहां पर नई शिक्षा नीति के तहत बहुत बड़ी अपडेट आ चुकी है। जोकि B.Ed की योग्यता में बदलाव को लेकर अपडेट है । जैसे कि प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूल तक शिक्षक बनने के लिए योग्यताएं होती है तो अब यह योग्यता में ही बदलाव हो चुका है। अब आपको नया कोर्स करना पड़ेगा। जो कि पूरी अपडेट इस पोस्ट के माध्यम से नीचे हम आपको बताने जा रहे हैं।

भारत में शिक्षक बनने के लिए B.ED नहीं है न्यूनतम योग्यता

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद यानी NCTE के जो अध्यक्ष प्रोफेसर योगेश सिंह इन की तरफ से बहुत बड़ी जानकारी दी गई है। जो कि यह जानकारी नई शिक्षा नीति के सिफारिशों को लेकर है जो कि नई शिक्षा नीति के सिफारिशों के जरिए 4 वर्षीय B.Ed प्रोग्राम शुरू करने का यहां पर ऐलान किया गया है । नई शिक्षा नीति 2020 की जो सिफारिशों के तहत 2023 तक जितने भी विद्यालय वहां पर शिक्षक बनने के लिए अब शिक्षकों की जो न्यूनतम योग्यता है उसे तय कर दिया गया है।

Also Read

इसमें आपको अब 4 वर्षीय B.Ed या 4 वर्षीय अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम जिसे आप आई टीईटी भी कह सकते हैं। डिग्री धारक यहां पर शामिल होंगे । आपकी जानकारी के लिए बता दिया जाता है पहला पायलट प्रोजेक्ट इसी सत्र से 41 विश्वविद्यालयों में यहां पर शुरू होने जा रहा है । इस पाठ्यक्रम के यहां पर चार चरण होंगे । जिसमें 5+3+3+4 के लिए शिक्षकों के यहां पर तैयार किया जाएगा।

ITEP कोर्स का क्या है सबसे बड़ा यहां पर फायदा

यहां पर इस कोर्स को आधुनिक शिक्षा प्रदान करना ही इस कोर्स की सबसे बड़ी खासियत है । आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि जब प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक समावेशी शिक्षा और भारत तथा इसके मूल्य तथा कला परंपराओं के समाज में आने विषयों का आधार भी इस कोर्स को यहां पर स्थापित करना है। पूरे भारत में अब लागू होगा। शिक्षा क्षेत्र के पुनरुद्धार में महत्वपूर्ण योगदान यहां पर साबित होने जा रहा है। आगामी समय में अब यही कोर्स चलने वाले हैं।

Odisha Train Crash : बालासोर ट्रेन हादसे में मारे गए अब तक 81 मृतकों की नहीं हुई पहचान, रेलवे ने आमजन से मांगी मदद

Back to top button