जया किशोरी ने दी आरोपों पर सफाई बोलीं- वह कोई संत, साधु या साध्वी नहीं, देखें वीडियो
जया किशोरी ने गाय की चमड़ी से बना महंगा बैग यूज करने पर सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह की बातें सोशल मीडिया में फैलाई गई हैं सच्चाई उससे बिल्कुल उलट है।
कोलकाता. जया किशोरी ने गाय की चमड़ी से बना महंगा बैग यूज करने पर सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह की बातें सोशल मीडिया में फैलाई गई हैं सच्चाई उससे बिल्कुल उलट है। जया किशोरी ने कहाकि वह इस बैग को कई साल से इस्तेमाल कर रही हैं। यह पूरी तरह से कस्टमाइज्ड फैब्रिक बेस्ड बैग है।
आध्यात्मिक वक्ता के रूप में मशहूर जया ने यह भी कहाकि वह पिछले 22 साल से पूजा-पाठ कर रही हैं और इस तपस्या को तोड़ेंगी नहीं। उन्होंने कहाकि मैं अपने चाहने वालों को यकीन दिलाना चाहती हूं कि मैंने कभी कुछ गलत नहीं किया और आगे भी गलत नहीं करूंगी। गौरतलब है कि जया किशोरी का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह ‘डिओर बुक टोट’ कंपनी के बैग के साथ दिखी थीं। इस बैग की कीमत दो लाख से ज्यादा बताई गई है और यह भी दावा किया गया है कि इसे बनाने में गाय की चमड़ी का इस्तेमाल किया गया है।
#WATCH | Kolkata: On the controversy over carrying an expensive handbag, Spiritual orator Jaya Kishori says, “The bag is a customised bag. There is no leather in it and customised means that you can get it made as per your wish. That is why my name is also written on it. I have… pic.twitter.com/TCRlumJ2R4
— ANI (@ANI) October 29, 2024
चमड़े का बैग में नहीं किया गया उपयोग
महंगा हैंडबैग रखने के विवाद पर आध्यात्मिक वक्ता जया किशोरी ने कहा कि मेरा बैग एक कस्टमाइज बैग है। इसमें कोई चमड़ा नहीं है। कस्टमाइज्ड का मतलब है कि आप इसे अपनी इच्छानुसार बनवा सकते हैं, इसीलिए बैग पर मेरा नाम लिखा है। मैंने कभी चमड़े का उपयोग नहीं किया है। मैं न ही कभी करूंगी।
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उन्होंने कहा कि जो लोग मेरी ‘कथा’ में आए हैं, वे अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं कभी नहीं कहती कि सब कुछ ‘मोह माया’ है। आप पैसा मत कमाओ या सब कुछ त्याग दो। मैंने खुद कुछ भी त्याग नहीं किया है, तो मैं आपको ऐसा करने के लिए कैसे कह सकती हूं?
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संत, साधु या साध्वी नहीं हूं मैं
मैं पहले दिन से स्पष्ट हूं कि मैं कोई संत, साधु या साध्वी नहीं हूं। मैं एक सामान्य घर में रहती हूं। अपने परिवार के साथ रहती हूं। मैं युवाओं से भी यही कहती हूं कि आप खूब मेहनत करो। आप पैसा कमाओ, खुद को अच्छी जिंदगी दो। अपने परिवार को अच्छी जिंदगी दो। अपने सपनों को पूरे करो।