Uttarkashi Tunnel Rescue Live: अब तक 15 मीटर हुई वर्टिकल ड्रिलिंग, 71 मीटर बाकी, 2 दिनों में हो जाएगा काम पूरा
Uttarkashi Tunnel Collapse LIVE Updates: राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के प्रबंध निदेशक महमूद अहमद ने पत्रकारवार्ता की। उन्होंने कहा कि हम अब उस स्तर पर आ गए हैं, जहां हमने कल से 2-3 और विकल्पों पर काम करना शुरू कर दिया है।
Uttarkashi Tunnel Rescue Live: उज्जवल प्रदेश, सिलक्यारा (उत्तरकाशी). दिवाली के दिन से उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में कैद 41 श्रमिक बाहर निकले की उम्मीद लगाए हैं। उन्हें बाहर निकालने की पूरी कोशिशें हो रही हैं लेकिन हर बार मशीन के आगे बाधा आ रही है। रेस्क्यू का आज 15वां दिन है। हैदराबाद से प्लाज्मा कटर लाया गया है। इसके साथ ही बीएसएनएल ने भी फंसे मजदूरों तक लैंडलाइन की सुविधा दे दी है।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Mahmood Ahmad, the Managing Director of National Highways & Infrastructure Development Corporation Limited (NHIDCL) says, "We have now come to a stage where we started working on 2-3 more options since yesterday. We have told… pic.twitter.com/z7vzlkoVjw
— ANI (@ANI) November 26, 2023
2 दिन में पूरी होगा ड्रिलिंग का काम – Uttarkashi Tunnel Rescue Live
महमूद अहमद ने कहा कि हमने एसजेवीएनएल को वर्टिकल ड्रिलिंग करने के लिए कहा है। हमने उन स्थानों की पहचान की है, जहां ड्रिलिंग बेहतर हो सकती है। लगभग 15 मीटर की ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है। हमने एक स्थान की पहचान की है, जहां हमारा अनुमान है कि कुल 86 मीटर की ड्रिलिंग की जानी है। 15 मीटर हो चुकी है। हमें लगता है कि यह अगले 2 दिनों में पूरा हो जाएगा।
डॉक्टरों से कराया जा रहा संवाद
सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि पाइप में फंसे ऑगर बिट को निकाले जाने के बाद आगे की माइनिंग का कार्य मैन्युअल रूप से किया जाएगा। जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया अंदर फंसे सभी श्रमिक सकुशल हैं। सभी श्रमिक हिम्मत बनाए हुए हैं। श्रमिकों से संवाद के लिए बीएसएनएल की मदद से अतिरिक्त कम्युनिकेशन सेटअप तैयार किया गया है। श्रमिकों को पर्याप्त मात्रा में भोजन, एवं अन्य आवश्यक सामग्री मौजूद है। फंसे श्रमिकों का निरंतर डॉक्टरो से संवाद करवाया जा रहा है। साथ ही मनोचिकित्सकों से भी निरंतर परामर्श करवाया जा रहा है।
हमारे पास 15 दिनों का लक्ष्य
महमूद अहमद ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अगले दो दिन बाद से यानी 28 नवंबर से इसकी ड्रिलिंग शुरू होगी। यह एक लंबी प्रक्रिया है। हमारे पास 15 दिनों का लक्ष्य है। हम एक ड्रिफ्ट टनल भी बनाना चाहते हैं, डिजाइन बना लिया है और मंजूरी दे दी है। हम इन विभिन्न पक्षों पर काम कर रहे हैं। बड़कोट की ओर से ड्रिलिंग करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।