Latest CG News : नारायणपुर में भीड़ ने SP के ऊपर किया जानलेवा हमला
CG News : छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में मतांतरण विवाद को लेकर स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि बीच बचाव करने गए एसपी (SP) पर ही हमला हो गए। दो पक्षों के बीच चल रहे विवाद के बीच जमकर पत्थरबाजी और लाठी-डंडे चले।
CG News : उज्जवल प्रदेश, नारायणपुर. छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में मतांतरण विवाद को लेकर स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि बीच बचाव करने गए एसपी (SP) पर ही हमला हो गए। दो पक्षों के बीच चल रहे विवाद के बीच जमकर पत्थरबाजी और लाठी-डंडे चले। इस दौरान SP सदानंद कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। वहीं जिला कलेक्टर अजीत वसंत भी अस्पताल में मोजूद है।
जानकारी के मुताबिक, आदिवासी समाज ने मतांतरण विवाद को लेकर विशाल रैली निकाली, जिसमें 5 हज़ार से अधिक ग्रामीण शामिल हुए। इसी दौरान स्थानीय बंगलापारा में स्थित कैथोलिक चर्च पर तोड़फोड़ है और नारायण पुर एसपी पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया।
दरअसल, आदिवासी समाज का आरोप है कि मतांतरण के लिए सोची-समझी साजिश के तहत एक समुदाय विशेष द्वारा भाले-भाले गरीब लोगों को प्रलोभन के जाल में फंसाकर अभियान चलाया जा रहा है। मतांतरण आदिवासी संस्कृति को प्रभावित कर रही है। इस तरह की गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने की जरूरत है। उधर, धरना दे रहे मतांतरित लोगों का आरोप है कि उनके साथ मारपीट की गई और गांव से बाहर जाने का दबाव डाला जा रहा है। इनका आरोप है कि लगातार शिकायत करने के बाद भी प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के बेनूर क्षेत्र के आधा दर्जन गांवाें में सर्व आदिवासी समाज और मतांतरित ग्रामीणों के बीच विवाद गहरा गया है। सर्व आदिवासी समाज के लोगों का आरोप है कि प्रलोभन देकर मतांतरण कराने का काम चल रहा है। आदिवासी समाज में परगना की व्यवस्था है। बेनूर परगना के अंतर्गत बेनूर, भाटपाल, चिंगनार, गोहड़ा, बोरपाल आदि आधा दर्जन गांवों में पिछले कुछ दिनों से मतांतरण को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई थी।
रविवार को मतांतरण को लेकर विवाद दोनों समुदायों के बीच नोंकझोंक भी हुई। दोनाें पक्षों द्वारा एक-दूसरे पर मारपीट का भी आरोप लगाया गया। रात करीब नौ बजे इन गांवाें के मतांतरण करने वाले परिवारों के तीन सौ से अधिक लोग नारायणपुर पहुंचे और कलेक्टरेट के बाहर धरना पर बैठ गए। जिला एवं पुलिस प्रशासन की समझाइश के बाद भी विवाद का कोई समाधान नहीं निकला है।