Congress: सिब्बल से लेकर सिंधिया तक ये नेता छोड़ चुके कांग्रेस, देखें लिस्ट
Congress: एक तरफ कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी को हराने का दावा कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ खुद के लोग ही साथ छोड़ते जा रहे हैं।
Congress: सबसे पुरानी पार्टी की सुबह एक बड़े झटके के साथ हुई। राहुल गांधी के करीबी कहे जाने वाले मिलिंद देवड़ा ने पार्टी के साथ छोड़ने का एलान कर दिया। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के शुरू होने से कुछ घंटे पहले ये खबर मिलने से कांग्रेस तिलमिला उठी है।
आम चुनाव से ठीक पहले मिलिंद देवड़ा जैसे बड़े नेता का पार्टी को छोड़ना कांग्रेस काफी नुकसान पहुंचा सकता है। खास बात ये है कि देवड़ा कांग्रेस छोड़कर जाने वाले पहले और आखिरी नेता नहीं हैं। बीते कुछ समय में पार्टी से मिलिंद समेत 11 बड़े नेता अपना मुंह मोड़ चुके हैं।
आइए जानते हैं Congress ko chodh chuke logo ki list
मिलिंद देवड़ा – Milind Deora
यह नाम आज सुबह से काफी सुर्खियां बटोर रहा है। मिलिंद देवड़ा ने रविवार को सोशल मीडिया पर कांग्रेस से इस्तीफा देने का एलान किया। देवड़ा ने कुछ समय पहले ही उद्धव ठाकरे गुट द्वारा मुंबई दक्षिण सीट से चुनाव लड़ने का दावा करने पर नाराजगी व्यक्त की थी। तभी से खबरें आ रही थी कि वह पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। हालांकि उस समय उन्होंने इन खबरों को मात्र अफवाह बताया था। पर आखिरकार 14 जनवरी को भारत न्याय जोड़ो यात्रा के शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया।
कपिल सिब्बल – Kapil Sibal
कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल इस सूची में दूसरे नंबर पर आते हैं। सिब्बल ने 16 मई 2022 को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उन्होंने अपने इस्तीफे के एक हफ्ते बाद इसकी घोषणा की थी। उन्होंने बाद में समाजवादी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद के तौर पर नामांकन भरा था। (Congress ko chodh chuke)
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गुलाम नबी आजाद – Ghulam Nabi Azad
कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने भी साल 2022 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। सबसे पुरानी पार्टी के लिए यह एक बहुत बड़ा झटका था। गुलाम नबी की नाराजगी तब सामने आई थी, जब उन्होंने अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के कुछ घंटों बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया गांधी चाहती थीं कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर में आजाद के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़े। इसलिए उन्हें चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। नबी ने पद मिलने के कुछ घंटों के बाद ही स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से उन्हें लेकर राजनीतिक गलियारों में तमाम कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, बाद में उन्होंने अब जम्मू-कश्मीर में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के नाम से अपना दल बना लिया।
हार्दिक पटेल – Congress ko chodh chuke
गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने मई 2022 में कांग्रेस छोड़ दी थी। राहुल गांधी हार्दिक को 2019 में पार्टी में लेकर आए थे। हार्दिक पटेल ने अपने त्याग पत्र में लिखा था कि पार्टी के ज्यादातर बड़े नेता अपने फोन में ही व्यस्त रहते हैं। अपने त्याग पत्र के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे।
अश्विनी कुमार – Ashwini Kumar
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने पंजाब चुनाव से कुछ दिन पहले फरवरी 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पार्टी प्रमुख को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया था। ये पत्र उन्होंने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को लिखा था। पार्टी के एक अनुभवी नेता रहे कुमार 2019 के चुनावों में हार के बाद पार्टी छोड़ने वाले पहले नेताओं में शामिल थे। अश्विनी कुमार यूपी सरकार के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री रह चुके हैं। वे 46 साल तक कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं।
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सुनील जाखड़ – Have Left Congress
सुनील जाखड़, जिन्होंने पंजाब कांग्रेस इकाई का नेतृत्व किया था, ने 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना करने के लिए नेतृत्व द्वारा कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद पार्टी छोड़ दी थी। वह मई में भाजपा में शामिल हुए और उसी साल जुलाई में उन्हें भाजपा पंजाब इकाई का प्रमुख बना दिया गया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह जनवरी 2022 को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। वो उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले ऐसा करने वाले सबसे प्रमुख नेता बन गए। पिछड़ी जाति के प्रमुख नेता सिंह कथित तौर पर प्रियंका गांधी के नेतृत्व वाले यूपी अभियान में साइड लाइन किए जाने से नाराज थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया – Congress ko chodh chuke
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2020 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। वो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उस दौरान मध्य प्रदेश में कांग्रेस में बड़े पैमाने पर दलबदल हुआ, जिससे कमल नाथ सरकार गिर गई थी। इस्तीफा देने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ जाकर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद इस बात की गुंजाइश बढ़ गई थी की सिंधिया भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि दूसरी तरफ, कांग्रेस का आलाकमान लगातार सिंधिया को मनाने की कोशिश कर रहा था। फिलहाल, सिंधिया एक केंद्रीय मंत्री हैं।
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जितिन प्रसाद
जितिन प्रसाद राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे। उन्होंने साल 2021 में कांग्रेस छोड़ दी थी। इसके बाद वो भी भाजपा में शामिल हो गए थे। उस दौरान वह यूपी में कांग्रेस के शीर्ष ब्राह्मण चेहरे थे। अपने फैसले का बचाव करते हुए उन्होंने कहा था कि भाजपा एकमात्र वास्तविक राजनीतिक पार्टी है।
अल्पेश ठाकोर
कांग्रेस के पूर्व विधायक अल्पेश ठाकोर ने जुलाई 2019 में दो राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ मतदान करने के बाद पार्टी छोड़ दी थी। कुछ दिनों बाद वह भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें राधापुर से उपचुनाव के लिए मैदान में उतारा गया, लेकिन वह चुनाव हार गए। हालांकि, पिछले साल हुए चुनाव में उन्होंने गांधीनगर दक्षिण से जीत हासिल की थी।
अनिल एंटनी
कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने पिछले साल जनवरी में पार्टी छोड़ दी थी और अगले महीने भाजपा में शामिल हो गए थे। भारत को विकास के रास्ते पर लाने के लिए बहुत स्पष्ट दृष्टिकोण रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की।