MP Election 2023: कर्मचारियों की तैनाती कर भाजपा करेगी चुनावी तैयारी
MP Assembly Election 2023: नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले शिवराज सरकार द्वारा जिलों के भीतर कर्मचारियों के तबादले करने का निर्णय होने के बाद अब होने वाले तबादलों में बीजेपी की चुनावी जमावट का रंग नजर आ सकता है।
MP Assembly Election 2023:उज्जवल प्रदेश, भोपाल. नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले शिवराज सरकार द्वारा जिलों के भीतर कर्मचारियों के तबादले करने का निर्णय होने के बाद अब होने वाले तबादलों में बीजेपी की चुनावी जमावट का रंग नजर आ सकता है। इसके लिए खासतौर पर ऐसे कर्मचारियों को टारगेट किया जाएगा जो नागरिकों को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने में आनाकानी करते हैं और किसी दल विशेष को सपोर्ट करते हैं।
यह काम जिलों की कोर कमेटियों में शामिल पदाधिकारियों द्वारा स्थानीय स्तर पर लिए गए फैसले के आधार पर जिला प्रशासन के साथ समन्वय करके किया जाएगा। जिलों की कोर कमेटियों से यह भी कहा गया है कि वे अधिकारियों के साथ पूरी तरह से तालमेल रखेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी संगठन का मानना है कि पार्टी के कार्यकर्ता अगर केंद्र और राज्य सरकार की हितग्राहीमूलक योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से करा लें तो आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत पक्की है। संगठन का कहना है कि अलग-अलग योजनाओं में चार से पांच तरह के फायदे लोगों को मिल रहे हैं और इसे सिर्फ प्रचारित करने की जरूरत है कि बीजेपी की सरकार के कारण यह फायदे मिल रहे हैं। इस काम में बीजेपी के पदाधिकारियों को कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर काम करना होगा।
अधिकारी समय पर योजना का क्रियान्वयन कर लाभ देंगे तो उसका फायदा पार्टी को होगा। इसीलिए सीएम चौहान और प्रदेश अध्यक्ष शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा जिलों की कोर कमेटियों के पदाधिकारियों, सांसद, विधायकों को बुलाकर यही कह रहे हैं कि योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक से कराओ।
मैदानी कार्यकर्ता को इसके लिए साधने का काम करो कि वह योजना का लाभ देने में आनाकानी करने वाले कर्मचारियों अधिकारियों की जानकारी दे और जो कर्मचारी ऐसा करते पाए जाएं उन्हें प्रशासन के समन्वय और तालमेल के आधार पर संबंधित क्षेत्र से हटाने का काम करें। कोर कमेटियों के पदाधिकारियों से साफ कहा गया है कि तीस जून तक सरकार ने जिलों के भीतर कर्मचारियों के स्थानांतरण का बैन हटाया है तो इसका लाभ उठाएं और मैदानी जमावट करें। जो ठीक से काम न करें, उन्हें दूसरी जगह स्थानांतरित कराएं।
आज फिर महाकौशल के जिलों के साथ हो रही मीटिंग
सीएम शिवराज, प्रदेश अध्यक्ष शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद गुरुवार को सीएम हाउस में फिर मीटिंग कर रहे हैं। आज महाकौशल क्षेत्र के जबलपुर, बालाघाट, नरसिंहपुर, मंडला, छिंदवाड़ा समेत अन्य जिलों की कोर कमेटियों की बैठक बुलाई गई है जो दोपहर से शाम तक चलेगी। बुधवार को ग्वालियर चंबल संभाग के भिंड, दतिया, श्योपुर को छोड़ बाकी जिलों की मीटिंग ली जा चुकी है।
आज से जारी होने लगेंगे जिले के भीतर आदेश
प्रदेश में जिला स्तर पर तबादले आज से शुरु हो जाएंगे। तबादलों पर छूट के पहले दिन आज प्रदेशभर में जिला स्तर पर विभागों में तबादला सूचियां तैयार होती रही। ये सूचियां विभाग मुख्यालय तक आएंगी और प्रभारी मंत्रियों के पास भी भेजी जाएगी फिर उनके अनुमोदन के बाद तबादले आदेश जारी किए जाएंगे।
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प्रभारी मंत्री भी अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय हो गए है। उनके पास जो आवेदन आमकर्मचारियों के आ रहे है किसी को अपने बीमार माता-पिता के पास रहना है तो कहीं पति और पत्नी को एक जगह पदस्थ किया जाना है। कहीं प्रशासनिक स्तर पर तबादले किए जाने है। इन सभी आवेदनों पर विचार कर इन्हें तबादला सूची में डालकर इनके तबादले आदेश जारी किए जाएंगे। जिलों के भीतर होंने वाले तबादलों में किसी भी संवर्ग में बीस प्रतिशत से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले नहीं किए जाएंगे।
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रो हजार से अधिक जिस संवर्ग में कर्मचारी है उनमें पांच प्रतिशत ही तबादले किए जाएंगे। 201 से दो हजार तक के संवर्ग में दस प्रतिशत से अधिक तबादले नहीं किए जाएंगे।एक ही स्थान पर तीन साल से अधिक समय से पदस्थ कर्मचारियों, बीमारी से परेशान और शिकायतों के आधार पर कर्मचारियों के तबादले किए जाएंगे। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार भी काफी संख्या में तबादले किए जाएंगे। राज्य स्तर के जरुरी तबादलों के लिए मुख्यमंत्री के समन्वय में जाना होगा।
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