सतना में घरों-दुकानों के बाहर ‘BOYCOTT ISRAEL PRODUCTS’ के लगे POSTER
BOYCOTT ISRAEL PRODUCTS: सतना में "बॉयकॉट इजराइल प्रोडक्ट्स" के पोस्टर लगाए जाने से शहर में हलचल मच गई है। कई घरों और दुकानों के बाहर यह पोस्टर चस्पा मिले, जिससे स्थानीय रहवासी और जिला प्रशासन दोनों चौंक गए हैं।

BOYCOTT ISRAEL PRODUCTS: उज्जवल प्रदेश, सतना. मध्य प्रदेश के सतना (Satna) में “बॉयकॉट इजराइल प्रोडक्ट्स” (BOYCOTT ISRAEL PRODUCTS) के पोस्टर (Posters) लगाए जाने से शहर में हलचल मच गई है। वार्ड क्रमांक 36 के कई घरों (Houses) और (&) दुकानों (Shops) के बाहर (Outside) यह पोस्टर चस्पा मिले, जिससे स्थानीय रहवासी और जिला प्रशासन दोनों चौंक गए हैं।
ये सब तब हो रहा है जब इजराइल और हमास के बीच जारी संघर्ष थम चुके तीन महीने हो चुके हैं और फिलहाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ी हलचल नहीं है। सुबह उठकर जब लोगों ने अपने घरों के बाहर इन पोस्टरों को देखा, तो वे अंचभे में पड़ गए। किसी को भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि इन्हें किसने और कब लगाया। खास बात यह है कि अब तक न तो किसी राजनीतिक संगठन ने और न ही किसी सामाजिक या धार्मिक संस्था ने इसकी जिम्मेदारी ली है।
पोस्टर सामने आने के बाद जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन सक्रिय हो गया है। आंतरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही, नगर निगम की अतिक्रमण विरोधी टीम और सिटी कोतवाली पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए अधिकांश पोस्टरों को हटा दिया है।
यह बहिष्कार अभियान ऐसे समय पर क्यों शुरू हुआ, जब फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष को लेकर कोई नई घटना सामने नहीं आई है? यह सवाल प्रशासन और जनता दोनों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। जानकारों का मानना है कि यह किसी खास राजनीतिक उद्देश्य या सामाजिक संदेश को हवा देने की कोशिश हो सकती है।
कुछ लोगों ने आशंका जताई है कि यह भारत-इजराइल के कूटनीतिक रिश्तों को प्रभावित करने की साजिश भी हो सकती है। हालांकि प्रशासन इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए हर पहलू से जांच कर रहा है। स्थानीय रहवासियों का कहना है कि वे खुद इस घटनाक्रम से परेशान और भ्रमित हैं। किसी को यह नहीं समझ आ रहा कि आखिर उनके घरों और दुकानों को ही निशाना क्यों बनाया गया।