Salary Hike 2025: कितना वेतन बढ़ेगा इस साल? पिछले साल बढ़ी थी 9.3%, जानिए पूरी रिपोर्ट
Salary Hike 2025 में वेतन वृद्धि को लेकर Aon plc की रिपोर्ट में 45 उद्योगों की 1400 कंपनियों के डेटा का विश्लेषण किया गया है। इंजीनियरिंग और ऑटो सेक्टर में वेतन वृद्धि सबसे ज्यादा रहने की संभावना है, जबकि एट्रिशन दर घट रही है।
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Salary Hike 2025: उज्जवल प्रदेश डेस्क. अगर आप नौकरी करते हैं और सैलरी हाइक का इंतजार कर रहे हैं, तो आपके लिए एक अहम खबर है। वैश्विक पेशेवर सेवा फर्म Aon plc की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में भारत में वेतन वृद्धि औसतन 9.2% होने की संभावना है। पिछले साल यह दर 9.3% थी। रिपोर्ट में विभिन्न उद्योगों का गहराई से विश्लेषण किया गया है और यह अनुमान लगाया गया है कि इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टर में वेतन वृद्धि सबसे अधिक हो सकती है।
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अगर आप नौकरी कर रहे हैं और वेतन वृद्धि का इंतजार कर रहे हैं, तो आपके लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विस फर्म एऑन पीएलसी (Aon plc) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कि 2025 में भारत में वेतन वृद्धि औसतन 9.2 प्रतिशत रहने की संभावना है। यह दर 2024 के 9.3 प्रतिशत के मुकाबले थोड़ी कम है, लेकिन फिर भी यह एक स्थिर वृद्धि को दर्शाती है।
वेतन वृद्धि पर व्यापक अध्ययन
इस रिपोर्ट को 45 अलग-अलग उद्योगों की 1400 से अधिक कंपनियों के डेटा के विश्लेषण के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें यह पाया गया कि 2022 के बाद से वेतन वृद्धि में धीरे-धीरे कमी आ रही है। 2022 में कंपनियों ने “ग्रेट रिजाइनेशन” के कारण कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए औसतन 10.6 प्रतिशत वेतन वृद्धि दी थी। हालांकि, 2023 में यह दर घटकर 9.3 प्रतिशत और अब 2025 में 9.2 प्रतिशत हो गई है।
किन सेक्टर्स में मिलेगी ज्यादा सैलरी हाइक?
रिपोर्ट के अनुसार, कुछ उद्योगों में अन्य की तुलना में अधिक वेतन वृद्धि देखने को मिल सकती है। इंजीनियरिंग डिजाइन सेवाएं और ऑटोमोबाइल निर्माण क्षेत्र में 10.2 प्रतिशत तक की उच्चतम वेतन वृद्धि होने की उम्मीद है। वहीं, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) में वेतन वृद्धि का अनुमान 10 प्रतिशत तक लगाया गया है। दूसरी ओर, अन्य क्षेत्रों में यह दर औसतन 9 प्रतिशत के आसपास रह सकती है।
एट्रिशन दर में गिरावट
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि एट्रिशन यानी कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर में भी कमी आई है। 2022 में यह दर 21.4 प्रतिशत थी, जो 2023 में घटकर 18.7 प्रतिशत और 2024 में 17.7 प्रतिशत रह गई है। यह दर्शाता है कि भारत में अब कंपनियों को एक स्थिर प्रतिभा पूल मिल रहा है और बड़े पैमाने पर नौकरी बदलने की प्रवृत्ति कम हो रही है।
वेतन वृद्धि में गिरावट के कारण
Aon के टैलेंट सॉल्यूशंस फॉर इंडिया के पार्टनर और रिवॉर्ड कंसल्टिंग लीडर रूपांक चौधरी ने बताया कि वेतन वृद्धि की दर में गिरावट के पीछे कई बाहरी कारक जिम्मेदार हैं। इनमें भू-राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियाँ, अमेरिकी व्यापार नीतियों का प्रभाव, मध्य पूर्व में जारी संघर्ष, और जनरेटिव एआई जैसी तकनीकों की तेज़ी से बढ़ती लोकप्रियता शामिल हैं। हालांकि, भारत की अर्थव्यवस्था अभी भी स्थिर बनी हुई है और निजी खपत तथा ग्रामीण मांग में सुधार हो रहा है।
कंपनियों की रणनीति और भविष्य की संभावनाएँ
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय कंपनियाँ अब अपने वेतन बजट को अधिक विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग कर रही हैं। कंपनियाँ अब अपने लाभ मार्जिन को ध्यान में रखते हुए वेतन वृद्धि की योजना बना रही हैं। 2025 के लिए सेक्टर-वार वेतन वृद्धि के रुझानों को देखकर यह स्पष्ट है कि कंपनियाँ बाजार की अनिश्चितताओं और विभिन्न सेक्टर्स में प्रतिभाओं को आकर्षित करने के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं।
भविष्य की रणनीति
Aon में टैलेंट सॉल्यूशंस फॉर इंडिया के एसोसिएट पार्टनर अमित कुमार ओटवानी का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर वैश्विक घटनाओं का प्रभाव पड़ सकता है। सरकारों, व्यवसायों और कर्मचारियों की बदलती अपेक्षाएँ भारतीय वेतन संरचना को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में, कंपनियों को डेटा-ड्रिवन रणनीतियों और तकनीकी नवाचारों का अधिकतम उपयोग करना होगा।