Chaitra Navratri: व्रत में नहीं बढ़ेगा वजन, ऐसे खाएं खाना
Chaitra Navratri: चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल से शुरू हो रही है। नवरात्रि में मां दुर्गा (Maa Durga) के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि में मां दुर्गा को खुश करने के लिए उनके भक्त पूरे नौ दिनों तक व्रत रखते हैं।
Chaitra Navratri: चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल से शुरू हो रही है। नवरात्रि में मां दुर्गा (Maa Durga) के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि में मां दुर्गा को खुश करने के लिए उनके भक्त पूरे नौ दिनों तक व्रत रखते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि व्रत में ऐसे फल और सब्जियों का सेवन किया जाए जिससे कि व्रत के दौरान शरीर में पानी की कमी न हो।
आइये जानते है ये उपाय
- नवरात्रि में हर 3 घंटे के बाद कुछ न कुछ जरूर खाएं । नियमित अंतराल पर छोटे-छोटे आहार लेने से आपका मेटाबॉल्जिम सही रहता है ।
- व्रत के दौरान पापड़ और चिप्स खाने से बचें। इसकी बजाय आप दही, योगर्ट, स्मूदी और फल का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें क्योंकि ये आपको एनर्जी से भरपूर बनाए रखने में मदद करते हैं ।
- उबले हुए आलू या शक्करकंद की चाट को पुदीने की चटनी, सेंधा नमक, काली मिर्च और नींबू मिलाकर खा सकती हैं । खीर की जगह आप मिक्स फ्रूट दही खा सकती हैं ।
- पकौड़े बनाने के बजाय आप कुट्टू के आटे या सिंघारे के आटे की रोटी खा सकती हैं । आप चाहें तो समक के चावल की इडली या डोसा भी बना सकती हैं।
- नवरात्रि व्रत के दौरान दिन में दो बार दूध जरूर पिएं । हालांकि फूल क्रीम मिल्क की जगह आप स्किम्ड मिल्क ले सकती हैं । अगर आप खीर बना रही हैं तो केवल स्किम्ड मिल्क का ही इस्तेमाल करें और चीनी कम रखें ।
- जब भी आपको लगे है कि शरीर की एनर्जी का लेवल कम हो रहा है तो नींबू पानी या नारियल पानी पी सकती हैं । अगर आपको हर्बल टी पसंद है तो आप उसका भी सेवन कर सकती हैं।
- आलू भाजी बनाने के बजाय आप कद्दू, घिया या लौकी को टमाटर प्यूरी और थोड़े से आलू के साथ खा सकती हैं ।
- व्रत के दौरान सलाद खाना न भूलें जिसमें आप टमाटर, खीरा और मूली जरूर शामिल करें । यह आपको कब्ज दूर करने में मदद करता है।
- व्रत के दौरान दही को अपना सबसे सच्चा साथी बनाएं । यह आपकी आंतों को मजबूत रखने और डाइजेशन में सुधार करने में मदद करता है । आप नवरात्रि के नौ दिनों में दही या छाछ का सेवन कर सकती हैं ।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Ujjwalpradesh.com इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)