Chanakya Niti: चाणक्य अनुसार इन जगहों पर रुकना है नर्क के समान, जाने चरित्रहीन स्त्रियों के अंगों की पहचान
Chanakya Niti | चाणक्य नीति के अनमोल वचन | चाणक्य नीति की 10 बातें | चाणक्य नीति जीवन जीने की | चाणक्य नीति स्त्री | चाणक्य नीति: दुश्मन | चाणक्य नीति शिक्षा | चाणक्य नीति की बातें | चाणक्य नीति की 100 बातें
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की श्रेष्ठतम विद्वानों ने की जाती है। उनके द्वारा रचित चाणक्य नीति आज भी लाखों युवाओं का मार्गदर्शन कर रही है। आचार्य चाणक्य की नीतियों के कारण ही महान चक्रवर्ती सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य ने मगध में मौर्य वंश की स्थापना की थी।
आचार्य चाणक्य की नीतियां सफलता और असफलता के भेद को उजागर करती हैं। चाणक्य नीति के इस भाग में आज हम एक ऐसे विषय जिसमें उन्होंने बताया है कि व्यक्ति को किस स्थान पर एक भी क्षण नहीं रहना चाहिए आइए जानते हैं।
चाणक्य नीति के इस श्लोक का रखें ध्यान | Chanakya Niti in Hindi
लोकयात्रा भयं लज्जा दाक्षिण्यं त्यागशीलता।
पञ्च यत्र न विद्यन्ते न कुर्यात्तत्र संगतिम् ।।
अर्थात- जिस स्थान पर आजीविका ना मिले। जहां लोगों में भय, लज्जा, उदारता या दान की प्रवृत्ति ना हो। ऐसे पांच स्थान पर व्यक्ति को निवास नहीं करना चाहिए।
इस श्लोक के माध्यम से आचार्य चाणक्य ने बताया है कि जिस स्थान पर आजीविका ना हो, वहां रुकना मनुष्य के लिए व्यर्थ है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे स्थान पर न तो धन का आदान-प्रदान होता है और ना ही मनुष्य की उन्नति के मार्ग खुलते हैं। इसके साथ उन्होंने बताया है कि जहां राजा अथवा प्रशासन या धर्म-अधर्म का भय और लज्जा न हो, वहां पर क्रूरता और लोभ का बोलबाला बढ़ जाता है। ऐसे स्थान पर रुकना मनुष्य के लिए नर्क के समान होता है। शास्त्रों में भी बताया गया है कि जहां लोगों में उदारता और दान की प्रवृत्ति नहीं है, वहां न तो माता लक्ष्मी रूकती है और न ही आर्थिक या भौतिक रूप से उन्नति होती है। सज्जन व्यक्ति वहां एक एक क्षण भी रुक सकते हैं, क्योंकि ऐसे स्थान पर हीन भावना का विस्तार बहुत अधिक हो जाता है।
चरित्रहीन स्त्री के पहचान करने का ये हैं आसान टिप्स | Charitraheen Auraton ki Pahchan
चाणक्य नीति महिलाओं के बारे में कई बातें कही गयी है। गुरुदेव के अनुसार दुष्ट स्त्री के लक्षण बहुत आसानी से पहचाने जा सकतें है, चरित्रहीन स्त्रियों के अंगों की पहचान करना Chanakya Niti में बताया गया है।
आचार्य चाणक्य ने अपनी पुस्तक चाणक्य नीति में चरित्रहीन महिलाओं के बारे में कई ऐसी बातें बताई हैं। जिन पर विचार और उन बातों को अनुसरण करने वाले व्यक्ति के जीवन में कभी भी दुख और धोखा आदि का भाव उत्पन्न नहीं होता। आचार्य चाणक्य ने अपनी पुस्तक में ऐसी परिस्थितियों के बारे में लिखा है जो आज भी देखने को मिल सकती हैं। ऐसे ही आचार्य चाणक्य ने स्त्रियों के बारे में कुछ ऐसी बातें बताई हैं जिनको जानकर किसी भी चरित्रहीन स्त्री के प्यार में आप नहीं पड़ेंगे।
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आचार्य चाणक्य के अनुसार चरित्रहीन महिलाओं के ये हैं लक्षण…
चाणक्य के अनुसार इस प्रकार की महिलाओं से दूर रहें लेकिन भारत के प्रसिद्ध ग्रंथ चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे कई तरीके हैं जिससे महिलाओं की चेहरे, आचार, व्यवहार को देखकर उसका स्वभाव का पता लगाया जा सकता है। महिलाओं के चेहरे और उसके शरीर पर ऐसे कुछ लक्षण होते हैं, जो उसे एक तरफ से लक्ष्मी का दर्जा मिलता है तो दूसरी तरफ ऐसे लक्षणों से उसको अशुभ मानी जाती है।
ये आचरण कुल खानदान के विनाश के कारण बनते है
- आपके मन में हमेशा यह सवाल आ रहा होगा की चरित्रहीन औरत की पहचान कैसे करें, तो नीचे इसकी पूरी जानकारी दी गयी है जो आपको मदद कर सकता है। चरित्रहीन औरत की पहचान कुछ महिला ऐसी भी होती है जिनके आचरण कुल (खानदान) के विनाश के कारण बनते हैं। वहीं स्त्रियों को सामाजिक भाषा में अशुभ या कुलक्षणी कहा जाता है। ऐसी महिलाओं की पहचान करना तब तक संभव नहीं है, जब तक जब तक उन्हें अच्छी तरह से जान ना लिया जाए । महिलाएं अपने परिवार की इज्जत को बचाने का काम करती है। अपनी नैतिक और सामाजिक आचरण को पवित्र रखती है। चाणक्य ने बताया है कि स्त्री जाति एक बहुत ही पूजनीय जाति होती है। आचार्य चाणक्य ने अपनी पुस्तक में स्त्री को देवी का दर्जा दिया है। पर कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जो अपने कुचरित्र और चरित्रहीन की वजह से अपने से जुड़े लोगों के जीवन पर गलत प्रभाव डालती हैं। ऐसी महिलाओं को केवल एक पुरुष से प्यार करना नहीं आता।
- ये महिलाएं दिल और जुबान का तालमेल नहीं बना पाती। इनके मन में कुछ और चल रहा होता है और इनकी जुबान पर कुछ और चल रहा होता है। चरित्रहीन महिलाओं को एक से अधिक पुरुषों से संबंध बनाने में शर्म नहीं आती। ऐसी महिलाओं के बहुत सारे पुरुष मित्र होते हैं। और ये शातिर तरीके से सभी को अपने प्रेमजाल में फंसा कर रखती हैं। इन महिलाओं के दिल में कोई और इंसान होता है और संबंध ये किसी और पुरुष के साथ बना रही होती हैं। ऐसी महिलाएं प्यार किसी और से इजहार करती हैं और प्यार करती किसी और पुरुष से करती हैं। ऐसी महिलाओं को अकसर लोगों को लुभाते देखा जा सकता है। ऐसी महिलाएं पूरी कोशिश करती हैं कि लोग उसे देखें। इसके लिए वो किसी भी हद तक जा सकती हैं। चरित्रहीन महिलाएं किसी एक पुरुष की नहीं होती हैं। उनका प्रेमी, उनका साथी उनकी जरुरत के हिसाब से बदलता रहता है।
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- जिस महिला की पैर पिछला भाग अत्यधिक मोटा होता है ऐसी महिलाएं घर के लिए अशुभ माना जाता है। इसके उल्टा अगर पैर की पिछले भाग बहुत ज्यादा पतला या सुखा हो, ऐसी महिलाएं अपने जीवन में विभिन्न प्रकार के पीड़ा का सामना करती है।
- चाणक्य नीति के अनुसार चरित्रहीन औरत की पहचान के संकेत चाणक्य नीति के अनुसार जो महिला जिसकी पैर की कनिष्ठा अंगुली क्या उसके साथ वाली उंगली धरती को स्पर्श ना करती हो और अंगूठी की साथ वाली उंगली अंगूठे से बहुत ज्यादा लंबी हो, ऐसी स्त्रियां हालात और परिस्थिति के अनुसार अपना चरित्र बदल लेती है। ऐसी ऐसी महिलाएं सौभाग्य में बहुत क्रोधी होती है। उन पर नियंत्रण कर पाना बहुत कठिन होता है। इनकी चरित्र पर कभी भी विश्वास नहीं किया जा सकता।
- ललाट या माथा अधिक लंबा होता है, ऐसी महिलाओं अपनी देवर के लिए अशुभ होती है। जिन महिलाओं की पेट लंबा होता है, अपने ससुर के लिए और जिनका कमर के नीचे का हिस्सा भारी होता है अपने पति के लिए अशुभ मानी जाती है।
- महिला के पेट अगर घड़ी की तरह होता है तो, वह महिला पूरे जीवन में ताउम्र गरीबी और दरिद्रता से गुजरती है। महिलाओं के पेट अधिक लंबा या गद्देदार होती है, यह सब खराब किस्मत की निशानी होती है।
बाल से भी पहचानें - जिन महिलाओं की होठों के ऊपर भाग में अधिक बाल होता है कद बहुत लंबा होता है, ऐसी स्त्रियां अपने पति के लिए अशुभ मानी जाती है। जिन महिलाओं के कानों में अधिक मात्रा में बाल होती है, उनका आकार एक सा नहीं होता, ऐसी स्त्रियां घर में दुख वजह बनती है। मोटे लंबे और चौड़े दांत जो बाहर निकलते प्रतीत होते हैं, ऐसी स्त्री के जीवन में हमेशा दुखों के बादल छाए रहते हैं। जिन महिलाओं के मसूड़े काली होती है यह भी दुर्भाग्य की निशानी है।
- स्त्री के हथेली पर ऐसा कोई चिन्ह हो, जो किसी मांसाहारी पक्षी या पशु जैसे कौवा, उल्लू, सांप, भेड़िया इनकी तरह दिखता हो, ऐसी महिलाएं दूसरों के दुखों का कारण बनती है। जिन स्त्रियों की हाथों की नसों की उबर हथेली के आकार में अंतर या हथेली चपटी हो, तो ऐसी महिलाएं आजीवन सुख और धन से विहीन रह जाते हैं। जिस महिला के आंखें पीली और डरावना हो महिला के स्वभाव अच्छा नहीं होता है। जिन महिलाओं की आंखें चंचल और स्लेटी रंग की होती है, वो बहुत ही उत्तम मानी जाती है।
चाणक्य नीति में यह भी बताया गया है जिन महिलाओं की गर्दन छोटी होती है तो, ऐसी महिला किसी भी निष्पत्ति के लिए दूसरों पर निर्भर रहती है। गर्दन की लंबाई चार उंगलियों से ज्यादा होती है वह महिला अपना ही वंश के विनाश के कारण बनती है।
चाणक्य नीति के अनुसार अशुभ लक्षणों वाली महिलाओं की पहचान
जिस स्त्री की हथेली पर कोई ऐसा चिन्ह हो जो किसी मांसभक्षी पक्षी या पशु जैसे कोयल, उल्लू, भेड़िया आदि की तरह दिखता हो तो ऐसी स्त्रियां दूसरे के दुख का कारण बनती हैं। ऐसी स्त्रियां जिनके कानों में बहुत बाल होते हैं और उनका आकार आसमान होता है तो ऐसी स्त्रियां घर में क्लेश की वजह बनती हैं।
मसूड़ों का काला होना भी स्त्री के दुर्भाग्य की निशानी है। जिन महिलाओं के होठों के ऊपर वाले भाग में अधिक बाल होते हैं, जिनका कद बहुत लम्बा होता है वो स्त्रियां स्वयं के पति के लिए ही हानिकारक साबित होती हैं।
जो महिलाएं धन से अत्यधिक प्रेम करती हैं और सिर्फ धन की पीछे ही रिश्तों का निर्वाह करती हैं उनसे दूर रहने की सलाह आचार्य चाणक्य द्वारा दी गयी है। इस प्रकार की स्त्रियों की रूचि हमेशा से ही भौतिक सुख प्राप्त करने में होती है और इसके लिए ये किसी को भी धोखा दे सकती हैं।
इसलिए इस तरह के स्त्रियों से दूर रहने में ही भलाई है। जिन स्त्रियों के होठ के ऊपरी भाग में अपेक्षाकृत ज्यादा बाल होते हैं, जिनका तन काफी लंबा होता है। ऐसी स्त्रियां अपने पति के लिए अशुभ मानी जाती हैं।
चंचल आँखों वाली महिलाएं अपने परिवार के लिए सौभाग्यशाली होती हैं
हमने आपको पहले भी बताया है कि स्त्री के चरित्र के बारे में उनके स्वभाव को देखकर भी पता लगाया जा सकता है। इस मामले में भारत में एक बहुत ही प्रचलित पुस्तक मौजूद है जिसका नाम है चाणक्य नीति। चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे कई तरीके हैं जिससे महिलाओं के भाव तथा बोलने के रहस्य से उनके आचार के बारे में पता लगाया जा सकता है।
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- जो महिलाएं टेड़ी आंखों वाली होती हैं उनके बारे में बताया है कि ये महिलाएं दिल और दिमाग के बीच संतुलन बनाए रखने में असमर्थ होती हैं।
- दोस्तों ऐसी महिलाएं अत्याधिक क्रोधी स्वभाव की होती हैं और उन पर नियंत्रण स्थापित कर पाना बहुत कठिन होता है और इनके चरित्र पर कभी भी विश्वास नहीं किया जा सकता।
- दोस्तों आगे बताया गया है जिन महिलाओं के पैर का पिछला भाग काफी मोटा हो और उठा हो ऐसी महिलाएं घर के लिए शुभ नहीं होती। इसके उलट अगर पाँव का यह भाग मांस रहित हो या चर्बी से रहित हो तो इस तरह की महिलाएं जीवन में विभिन्न प्रकार के कष्टों को आते जाते देखती हैं।
- जिन महिलाओं की आँखें पीली और थोड़ी टेड़ी होती हैं ऐसी महिलाओं का स्वभाव बहुत बुरा होता है। ऐसी महिलाएं जिनकी आँखें चंचल और स्लेटी रंग की होती है वे उत्तम मानी गई हैं। हाथों की नसों में उभार, हथेली के आकार में अंतर हो तो ऐसी स्त्रियां आजीवन सुख और धन से विहीन रह जाती हैं।
Note: ये जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ujjwalpradesh.com इसकी पुष्टि नहीं करता। हमने इस लेख में किसी भी तरह महिलाओं को शुभ या अशुभ के श्रेणी में विभाजित नहीं किया है। ना ही ऐसा प्रयास किया है। जिससे महिलाओं की गरिमा का हनन हो।