Kharmas : 15 दिसंबर से मंगल कार्यो पर लगेगी रोक, जाने क्या है वजह
हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य करने से पहले मुहूर्त जरूर देखा जाता है। गृह प्रवेश, विवाह व अन्य मांगलिक कार्यों में शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा जाता है।
Kharmas : देवउठनी एकादशी के साथ चार माह से चल रहा चातुर्मास खत्म हो गया है और शादी ब्याह जैसे मांगलिक कार्य फिर शुरू हो चुके हैं लेकिन दिसंबर माह में खरमास लगने के लिए कारण शुभ कार्यों पर पाबंदी लग जाएगी। इन पूरे एक माह की अवधि को खरमास या मलमास नाम से जानते हैं। जानिए खरमास की तिथि के साथ अन्य चीजें।
खरमास कब शुरू हो रहे हैं?
हिंदू पंचांग के मुताबिक खरमास 15 दिसंबर से शुरू हो रहे हैं जो पूरे एक महीने के लिए रहेंगे। आने वाले साल में 14 जनवरी 2023 को मकर संक्रांति के दिन खरमास समाप्त होगा। हिंदू पंचांग के मुताबिक 16 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इसी के साथ खरमास शुरू हो जाएगा। 14 जनवरी को मकर राशि में सूर्य के प्रवेश करते ही खरमास समाप्त हो जाएगा।
हिंदू ज्योतिष शास्त्र में अनुसार हर महीने में एक बार संक्रांति होती है। इस दौरान सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। 12 माह में 12 राशियों में सूर्यदेव प्रवेश करते हैं। ऐसे ही जब सूर्य बृहस्पति की राशि धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास लगता है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं होता है।
एक महीने के लिए विवाह नहीं होंगे
16 दिसंबर 2022 से हिंदू मान्यताओं के मुताबिक शादी विवाह पर पाबंदी लग जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सूर्य 14 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसके साथ ही 15 जनवरी से वैवाहिक कार्यों के अलावा, गृह प्रवेश, मुंडन, छेदन संस्कार सहित अन्य मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।