PSL Final : लगातार दूसरी बार पीएसएल चैंपियन बना लाहौर
PSL Final : लाहौर में खेले गए फाइनल मुकाबले में भी शाहीन अफरीदी की कप्तानी वाली टीम ने मोहम्मद रिजवान की अगुआई वाली सुल्तानंस को 1 रन से हराकर खिताब पर कब्जा किया.
PSL Final : लाहौर. पाकिस्तान सुपर लीग 2023 का अंत भी वैसे ही हुआ जैसी कि इसकी शुरुआत हुई थी. सीजन के पहले मैच में भी लाहौर कलंदर्स ने मुलतान सुलतान को एक रन से हराया था और शनिवार को लाहौर में खेले गए फाइनल मुकाबले में भी शाहीन अफरीदी की कप्तानी वाली टीम ने मोहम्मद रिजवान की अगुआई वाली सुल्तानंस को 1 रन से हराकर खिताब पर कब्जा किया.
आखिरी गेंद पर मुलतान की टीम को जीत के लिए चार रन चाहिए थे. खुशदिल शाह तीसरा रन पूरा करते हुए छलांग लगाने के बावजूद क्रीज तक नहीं पहुंच पाए. और पीएसएल में पहली बार किसी टीम ने अपना खिताब बचा लिया. उसने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 200 रन बनाए जिसके जवाब में मुलतान सुलतान की टीम 8 विकेट पर 199 रन बना सकी.
पाकिस्तान सुपर लीग 2022 का फाइनल भी इन्हीं दोनों टीमों के बीच ही खेला गया था तब भी लाहौर कलंदर्स ही विजेता रहे थे. कलंदर्स ने तब 43 रन से जीत हासिल की थी. और एक बार फिर खिताब जीतकर उन्होंने खुद को पाकिस्तान सुपर लीग का सबसे बड़ा चैंपियन साबित किया है. पर इस लीग में ड्रामा या संयोग सिर्फ इतना ही नहीं रहा है. पहले मैच में भी मुलतान की टीम को आखिरी गेंद चार रन चाहिए थे. जमन खान ने खुशदिल शाह को गेंद फेंकी थी. और वह एक रन से चूक गए थे. वहीं इस मैच में भी वही गेंदबाज और वहीं बल्लेबाज थे. इतना ज्यादा संयोग वाकई हैरान करने वाला है.
आखिरी दो ओवरों में लग रहा था कि कलंदर्स मैच अब आसानी से जीत जाएंगे. टिम डेविड, अनवर अली और कायरन पोलार्ड पहले आउट हो चुके थे और सुलतान की टीम को 12 गेंद पर 35 रन चाहिए थे. लेकिन हारिस राउफ के ओवर में अब्बास अफरीदी और खुशदिल ने 22 रन बटोर लिए. अब आखिरी ओवर में 13 रन की जरूरत थी. जमन की रफ्तार सुलतान की टीम पर भारी पड़ रही थी. और आखिर एक रन से मुकाबला लाहौर कलंदर्स के नाम रहा.
इससे पहले, कंलदर्स ने टॉस जीतकर सभी को हैरान करते हुए पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. टीम को मिर्जा बेग ने तेज शुरुआत की. लेकिन फखर जमां अपने अंदाज से काफी दूर नजर आए. वह 34 गेंद पर सिर्फ 39 रन बनाकर ही आउट हुए. पाकिस्तान सुपर लीग में यह पहली बार हुआ कि उन्होंने 30 से ज्यादा रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट इतना कम रहा.
इस पिच पर उस्माना मीर ने अचानक मदद हासिल करनी शूरू कर दी. गेंद ग्रिप होने के साथ-साथ उछाल भी लेने लगी. उन्होंने अगले ओवर में सैम बिलिंग्स को आउट किया. इसके बाद अहसान हफीज को गोल्डन डक पर चलता किया. उन्होंने तीन ओवरों में 24 रन देकर तीन विकेट हासिल किए. स्पिनर्स को मदद मिलती देख रिजवान ने खुशदिल को ओवर दिया. और उन्होंने पहले ही ओवर में सिकंदर रजा को आउट कर कलंदर्स का स्कोर 5 विकेट पर 112 रन कर दिया.
मैदान पर उतरने का अगला नंबर डेविड वीसा का था लेकिन उस समय सब हैरान रह गए जब कप्तान शाहीन शाह अफरीदी बल्ला थामे मैदान पर आए. अफरीदी ने खुद को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोट किया. उन्होंने मिडल-ओवर में पावर हिटिंग कर मैच का रुख बदला. सिर्फ 15 गेंद पर 45 रन ठोक दिए. इसमें दो चौके और पांच छक्के थे. आखिरी पांच ओवरों में कलंदर्स ने 85 रन बनाए. 17वें ओवर में अहसानुल्लाह के ओवर में कुल 24 रन बने. और आखिर में कलंदर्स की टीम 6 विकेट पर 200 के स्कोर तक पहुंची.
सुलतान की शुरुआत कुछ अलग रही. मोहम्मद रिजवान को इस बारे में पता था कि आज पारी संभालने की जिम्मेदारी से काम नहीं होगा. और इसी वजह से उन्होंने आते ही आक्रामक बल्लेबाजी शुरू कर दी. पहली सात गेंदों पर चार चौके लगाकर उन्होंने मैच की लय तय कर दी. शाहीन शाह अफरीदी के ओवर में तो उन्होंने 20 रन जोड़े. जब वीसा ने उस्मान खान (12 गेंद पर 18 रन, चार चौके) को आउट किया तो रिजवान ने कदम थोड़े पीछे खींचे और आक्रमण की बागडोर अब राइली रूसो के हाथ में आ गई.
इस साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज ने जिम्मेदारी को बखूबी निभाया. उन्होंने 32 गेंद पर 52 रन बनाए. उन्होंने राशिद खआन की गेंद पर चौका लगाकर 30 गेंद पर अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की. 10 ओवर बाद सुलतान का स्कोर 1 विकेट पर 105 रन था. लक्ष्य अब पहुंच में लगने लगा था. लेकिन राशिद खान को भी दुनिया का बेहतरीन टी20 गेंदबाज ऐसे ही नहीं कहा जाता. उन्होंने रूसो को बोल्ड कर मुलतान के खेमे में संदेश दिया कि पिक्चर अभी बाकी है.
वीसा ने बाउंड्री पर बेहतरीन कैच पकड़कर रिजवान को चलता किया और राशिद ने एक और कामयाबी हासिल की. यह सिक्स होता लेकिन वीसा के प्रयास की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने इसे विकेट में बदल दिया. कायरन पोलार्ड और टिम डेविड पारी को जरूरी रफ्तार नहीं दे पाए. दोनों ने 16-16 गेंदें खेलीं और क्रमश: 19 और 20 रन बनाए. शाहीन ने दोनों को आउट कर कलंदर्स के लिए मुकाबला आसान कर दिया. खुशदिल और अब्बास अफरीदी ने मुकाबला काफी करीब पहुंचा दिया था लेकिन 1 रन की हार से वह टीम को नहीं बचा पाए.