क्या छह हार के बावजूद प्लेऑफ कर पाएगी CSK, जानें धोनी का गणित

नई दिल्ली
महेंद्र सिंह धोनी के दोबारा कप्तान बनने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर टूर्नामेंट में तीसरी जीत हासिल की। नौ मैचों में उसकी ये तीसरी जीत है। टीम को छह मुकाबलों में हार मिली है। अंक तालिका में चेन्नई सुपरकिंग्स नौवें स्थान पर काबिज है। उसके हिस्से में अब सिर्फ पांच मैच बचे हैं। टीम के प्रशंसकों के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या चेन्नई प्लेऑफ में पहुंच पाएगी? टीम के लिए क्या हैं समीकरण?

चेन्नई को जीतने होंगे सभी मैच
चेन्नई अपने बाकी बचे पांच मैच जीत ले तो उसके 16 अंक हो जाएंगे। आमतौर पर 16 अंक होने पर टीमें प्लेऑफ में पहुंच जाती हैं। इस बार आईपीएल में आठ की जगह 10 टीमें खेल रही हैं। ऐसे में 16 अंक के बावजूद चेन्नई की टीम बाहर रह सकती है।

दूसरी टीमों के नतीजों पर रखना होगा ध्यान
अपने सभी मैचों को जीतने के अलावा चेन्नई को दूसरी टीमों के नतीजों पर ध्यान रखना होगा। गुजरात टाइटंस नौ मैचों में आठ जीत के साथ शीर्ष पर है। उसके 16 अंक हैं। प्लेऑफ में उसका स्थान करीब-करीब पक्का हो गया है। लखनऊ सुपर जाएंट्स 14 अंक के साथ दूसरे, राजस्थान रॉयल्स 12 अंकों के साथ तीसरे और सनराइजर्स हैदराबाद 10 अंकों के साथ चौथे पायदान पर है। चेन्नई की टीम चाहेगी कि शीर्ष चार टीमें अपने ज्यादा से ज्यादा मैचों को गंवाए। इन चारों के अलावा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स और कोलकाता नाइटराइडर्स के भी नतीजों पर भी चेन्नई की नजर होगी।

नेट रनरेट में करना होगा सुधार
चेन्नई की टीम छह मैच जीते हैं, लेकिन उसका नेट रनरेट अभी भी निगेटिव है। नौ मैचों के बाद धोनी की टीम का नेट रनरेट -0.407 है। टीम को बाकी बचे पांच मैचों में जीत के अलावा अपने नेट रनरेट में भी सुधार करना होगा। अगर टीम 14 मैचों में 16 अंक हासिल कर लेती है तो अंत में नेट रनरेट की भूमिका बड़ी हो जाएगी।

चेन्नई के बाकी बचे मैच
चेन्नई को इस सीजन की दो मजबूत टीमों से अभी भी खेलना है। 15 मई को उसका मुकाबला शीर्ष पर काबिज गुजरात और 20 मई को तीसरे स्थान की टीम राजस्थान रॉयल्स से होगा। उससे पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस से भी चुनौती मिलेगी। मुंबई की टीम प्लेऑफ से करीब-करीब बाहर हो चुकी है। अब वह दूसरी टीमों को नुकसान पहुंचा सकती है।

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