MP Breaking: छतरपुर में हिंसा के बाद बड़ा ऐक्शन, हाजी अली के ‘महल’ पर बुलडोजर, देखें वीडियो…
MP Breaking News: मोहन यादव सरकार ने छतरपुर में थाने पर हमला करने वालों पर सख्त ऐक्शन लिया है। थाने पर पथराव को लेकर पुलिस ने 45 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर (FIR) दर्ज की है तो 200 अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
MP Breaking News: उज्जवल प्रदेश, छतरपुर. मोहन यादव सरकार ने छतरपुर में थाने पर हमला करने वालों पर सख्त ऐक्शन लिया है। थाने पर पथराव को लेकर पुलिस ने 45 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर (FIR) दर्ज की है तो 200 अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। मुस्लिम समुदाय के पूर्व सदर मोहम्मद शहजाद हाजी अली को मुख्य आरोपी बनाया गया है। हाजी अली के महलनुमा मकान को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। अधिकतर आरोपी शहर से भाग चुके हैं। पुलिस हाजी अली समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश में जुटी है। कई आरोपियों को सर्विलांस पर रखा गया है। अधिकतर लोग अपना फोन बंद कर चुके हैं। पुलिस लोकल इंटेलिजेंस की भी मदद ले रही है।
एमपी के छतरपुर में थाने पर हमला और पथराव करने वाले कांग्रेस के उपाध्यक्ष शहज़ाद अली के घर चला बुलडोज़र…@drmohanyadav51 pic.twitter.com/znERZifyRq
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) August 22, 2024
मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने घटना का संज्ञान लेकर डीजीपी से सख्त ऐक्शन लेने को कहा था। सीएम ने एक्स पर लिखा, ‘मध्यप्रदेश ‘शांति का प्रदेश’ है, कोई भी सुनियोजित तरीके से कानून को हाथ में ले यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैनें पुलिस के उच्च अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोषियों की जल्द पहचान कर कठोर कार्यवाही की जाए जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। प्रदेश में शांति और सौहार्द बना रहे यही हमारी प्राथमिकता है।’
Also Read: MP News: प्रदेश के CM मोहन यादव की सैनेटरी पैड योजना की हो रही यूनिसेफ में तारीफ
छतरपुर में बुधवार को मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने कोतवाली पर पथराव कर दिया था। घटना में तीन सिपाही सहित प्रभारी अरविंद कुजूर गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है। महाराष्ट्र के महंत रामगिरी महाराज की ओर से कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से आहत होकर बड़ी संख्या में लोग कोतवाली पहुंचे थे। वे रामगिरी महाराज पर एफआईआर दर्ज कराना चाहते थे। इसी दौरान नारेबाजी होने लगी और उग्र भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। बड़ी मुश्किल से भीड़ को तितर-बितर किया गया और पुलिसकर्मियों को अस्पताल पहुंचाया गया।