MP Breaking News : पुरानी कार से बनाई वोकेशनल एक्सप्रेस
MP Breaking : केन्द्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान, भोपाल स्क्रैप एंबेसडर कार का सबसे अच्छा उपयोग अर्थात 'कबाड़ से जुगाड़ का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है,जो कि व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को दर्शाता है। इस कार को ‘’वोकेशनल एक्सप्रेस’’ नाम दिया गया है।
MP Breaking : उज्जवल प्रदेश, भोपाल. व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत उत्कृष्ट संस्थान पंसुंश केन्द्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान, भोपाल स्क्रैप एंबेसडर कार का सबसे अच्छा उपयोग अर्थात ‘कबाड़ से जुगाड़ का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है,जो कि व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को दर्शाता है। इस कार को ‘’वोकेशनल एक्सप्रेस’’ नाम दिया गया है।
इस एक्सप्रेस में विभिन्न कौशल क्षेत्रों के लोगो शामिल हैं, जो कि सभी के लिए सूचनात्मक हैं। जिसे ‘करके सीखो’ की अवधारणा को मूल आधार बनाकर विकसित किया गया है। इस वोकेशनल एक्सप्रेस के बारे में बताते हुए प्रोफेसर सौरभ प्रकाश, ने कबाड़ से जुगाड़ (बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट)’ की अवधारणा के बारे में बताते हुए कहा कि एक पुरानी कबाड़ कार को व्यावसायिक शिक्षा मॉडल में रूपांतरित करने का सारा काम विभाग के सदस्यों द्वारा ही पूरा किया गया है।
यह वोकेशनल एक्सप्रेस, व्यावसायिक विषयों के रोजगारोन्मुखी महत्व को समझाते हुए, रोचक व व्यवहारिक रूप से शिक्षकों, प्रशिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों को प्रेरित करती रहेगी। इस एक्सप्रेस पर विभिन्न कौशल क्षेत्रों के प्रतीक चिह्न प्रदर्शित किए गए हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि विभाग के सदस्यों द्वारा ही औजारों और उपकरणों में सभी आवश्यक संशोधन और सुधार किए गए हैं। साथ ही आपसी सहयोग एवं समन्वय के मूल्यों पर ध्यान केंद्रित करने से इस परियोजना को पूर्ण सफलता मिली।
उन्होंने आगे बताया कि ‘करके सीखो (लर्निंग बाय डूइंग)’ की अवधारणा को मूल आधार बनाकर कार का पुन:-संयोजन किया गया। कार से बाहर निकाले गए पुर्जों में से कुछ को ऑटोमोबाइल लैब में प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल किया गया एवं बाकी से उपयोगी उत्पाद वोकेशनल एक्सप्रेस का विकास किया गया। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी विभाग भविष्य में इसे इलेक्ट्रिक-व्हीकल में बदलने के लिए प्रयास करेगा।
वहीं संस्था न के संयुक्तभ निदेशक डॉ. दीपक पालीवाल ने कहा कि हमारे संस्थान को ऐसे और अधिक कार्यशील मॉडलों पर काम करना चाहिए जो विभिन्न कौशल क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगे, साथ ही सभी को इस तरह के और विचारों के साथ आगे बढ़ने और उसी का अनुसरण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
संस्थान में मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली, पंजाब सहित अन्य राज्यों से आए व्यावसायिक शिक्षकों ने मास्टर ट्रेनर ने इसका आज दिनांक 28 दिसम्बर, 2022 को अवलोकन किया। जिससे उन्हे व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिली, सभी ने इस नवाचार की प्रशंसा की।