कैलारस जनपद के 106 गाँवों में गौरव दिवस मनाने की तिथियाँ निर्धारित
मुरैना
प्राचीन काल से ही ग्राम संगठित शक्ति का एक केन्द्र बिन्दु रहा है। प्रेम सद्धभाव, समरसता और सहकार ग्रामीण जीवन के मूल तत्व है। अपने खूब सूरत इतिहास, परम्पराओं के कारण प्रत्येक गांव की एक विशिष्ट पहचान होती है। अपनी संस्कृति, धरोहर और विशिष्टताओं के प्रति गौरव की भावनाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से शासन द्वारा ग्राम पंचायतों के प्रत्येक ग्राम में एक गौरव दिवस मनाये जाने का निर्णय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लिया है।
निर्णयों के अनुसार कलेक्टर श्री बी.कार्तिकेयन के मार्गदर्शन में कैलारस जनपद के 106 गांवों में गौरव दिवस मनाने की तिथियां निर्धारित की गई है। जिसमें माधौगढ़ के लिये 9 मार्च, बड़वन के लिये 11 मार्च, खेड़ाकलां के लिये 23 मार्च, खेड़ा-तोर के लिये 16 मार्च, जयराम पुरा के लिये 17 मार्च, रजपुरा जागीर के लिये 14 मार्च, लुधाया के लिये 15 मार्च, सेमई के लिये 8 मार्च, कुटरावली के लिये 29 मार्च, एेंचौली के लिये 21 मार्च, सिमरौदा के लिये 22 मार्च, नेपरी के लिये 27 मार्च, हटीपुरा के लिये 8 मार्च, पचेखा के लिये 25 मार्च, जरेना मानगढ़ के लिये 26 मार्च, किशनघड़ी के लिये 28 मार्च, किरावली जदीद के लिये 7 मार्च, सुहास के लिये 12 मार्च, किर्रायच के लिये 14 मार्च, गुलपुरा के लिये 30 मार्च, सूरापुरा के लिये 31 मार्च, उचाड़ के लिये 10 मार्च, हेरावली के लिये 11 मार्च, महेवा के लिये 24 मार्च, सांई पुरा के लिये 25 मार्च, भीलमपुर के लिये 26 मार्च, इटोरा के लिये 22 मार्च, बदरेंटा के लिये 29 मार्च, नया गांव गिर्द के लिये 30 मार्च, शहद पुर के लिये 21 मार्च, कोल्हेरा के लिये 22 मार्च, चौकी के लिये 9 मार्च, नगावली के लिये 22 मार्च की तिथि गौरव दिवस के लिये निर्धारित की है।
इसी प्रकार रायपुर के लिये 23 मार्च, खनपुरा के लिये 24 मार्च, मामचौन के लिये 11 मार्च, कट्टोली के लिये 15 मार्च, खिरी के लिये 28 मार्च, देवकच्छ के लिये 29 मार्च, गोल्हारी के लिये 31 मार्च, देवरी के लिये 9 मार्च, भिभुती के लिये 10 मार्च, डुगरावली के लिये 23 मर्चा, जखोदा के लिये 26 मार्च, नीवाजीत का पुरा के लिये 15 मार्च, बेहरारा-जागीर के लिये 24 मार्च, पनिहारी के लिये 11 मार्च, पलिखिनी के लिये 14 मार्च, बरौली के लिये 15 मार्च, सगोरिया के लिये 26 मार्च, कोड़ा के लिये 29 मार्च, बाल्हेरा के लिये 16 मार्च, सिंगाचौली के लिये 12 मार्च, बिलैआ के लिये 15 मार्च, लहर्रा के लिये 26 मार्च, बुरावली के लिये 29 मार्च, सुजर्मा के लिये 22 मार्च, गुरैमा के लिये 21 मार्च, तिलोंजरी के लिये 2 अप्रैल, कैमरा घाघ के लिये 5 अपै्रल, निरार के लिये 7 अप्रैल, वीरमपुर के लिये 8 अप्रैल, रिठौनियां के लिये 31 मार्च, भिलसैंया के लिये 15 मार्च, बेरई मानगढ़ के लिये 16 मार्च, आंतरी के लिये 8 मार्च, कैलारस ग्रामीण के लिये 28 मार्च, डोंगरपुर के लिये 25 मार्च, कुर्रोली के लिये 11 मार्च, खेड़ा-मानगढ़ के लिये 15 मार्च, बड़ागांव के लिये 17 मार्च, चमरगवां के लिये 14 अप्रैल, पिपरूआ के लिये 15 मार्च, लाभकरन का पुरा के लिये 29 मार्च, बिलगांव क्वारी के लिये 14 मार्च, बंगस के लिये 15 मार्च, तोरिका के लिये 26 मार्च, नया गांव के लिये 27 मार्च, दीपहेरा के लिये 10 मार्च, मकूंदा के लिये 11 मार्च, शेखपुरा के लिये 1 अप्रैल को गौरव दिवस मनाने का दिन तय किया गया है।
ग्राम स्यावटा के लिये 3 अप्रैल, बघरौली के लिये 25 मार्च, कोंडेरा के लिये 29 मार्च, चौड़ेरा के लिये 30 मार्च, रिझौनी के लिये 22 मार्च, पाड़ोली के लिये 23 मार्च, बस्तौली के लिये 15 मार्च, ब्रहमबाजना के लिये 17 मार्च, मालीबाजना के लिये 6 अप्रैल, माधौपुरा के लिये 7 अप्रैल, डमेजर के लिये 28 मार्च, अर्रोदा के लिये 14 मार्च, किसरौली के लिये 24 मार्च, बराहना के लिये 26 मार्च, पिपरौनिया के लिये 31 मार्च, अर्राहट के लिये 1 अप्रैल, कोट-सिरथरा के लिये 12 मार्च, थाटीपुरा के लिये 15 मार्च, पट्टे का पुरा के लिये 17 मार्च, रामपुर मानगढ़ के लिये 21 मार्च, बूढ़िसिरथरा के लिये 23 मार्च, फुलौंदा के लिये 25 मार्च, गस्तौली के लिये 29 मार्च, किरावली-मानगढ़ के लिये 21 मार्च और बिरावली के लिये 24 मार्च की तिथि प्रतिवर्ष गौरव दिवस मनाने के लिये निर्धारित की गई है।