Gwalior News : HELMET ना पहनने पर पुलिस ने काट दिया CAR चालक का चालान
Latest Gwalior News : देशभक्ति जनसेवा के संकल्प पर ग्वालियर पुलिस ने अजब ही कारनामा कर डाला है। कार के चालक का हेलमेट न पहनने पर चालान काट दिया। इतना ही नहीं 250 रुपये की रसीद दी, लेकिन वसूली 500 रूपए हुई।
Latest Gwalior News : उज्जवल प्रदेश, ग्वालियर. देशभक्ति जनसेवा के संकल्प पर ग्वालियर पुलिस ने अजब ही कारनामा कर डाला है। कार के चालक का हेलमेट न पहनने पर चालान काट दिया। इतना ही नहीं 250 रुपये की रसीद दी, लेकिन वसूली 500 रूपए हुई। कार ओवरस्पीड में है, यह कह कार को रोका गया और ई-रसीद दी।
जिस पर कार का नंबर लिखा और हेलमेट न पहनने पर 250 रुपये जुर्माना लिखा। डबरा से आमखो लौट रहे परिवार के साथ यह वाकया हुआ। जिन्होंने पुलिस के ओवरस्पीड कहने पर तत्काल मांग के अनुसार 500 रुपये दे दिए। ग्वालियर की ट्रैफिक पुलिस कुछ भी कर सकती है, इस घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया। पुलिस ने लिए नियम कायदे एक तरफ और वसूली अभियान जारी है।
सूबेदार राधावल्लभ की मशीन से कटी रसीद
जो रसीद कार चालक को मिली है, उस पर सूबेदार राधावल्लभ गुर्जर का नाम अंकित है। यानी यह मशीन उन्हीं के नाम पर अलाट है। बिना उनकी मानीटरिंग के यह मशीन आपरेट हो ही नहीं सकती। क्योंकि मशीनों की देखरेख, आपरेट की जिम्मेदारी सूबेदार और सब इंस्पेक्टर की है। इन्हीं के नाम पर यह मशीनें अलाट हुई हैं।
घटनाक्रम: परिवार में जल्दी में था, पुलिस ने पूरा फायदा उठाया
ग्वालियर के आमखो इलाके में रहने वाले सुधीर (परिवर्तित नाम)। इनके बेटे की शादी कुछ समय पहले ही हुई थी। 23 दिसंबर को बहू की विदा कराकर डबरा स्थित बेटे की ससुराल से घर जा रहे थे। वह अपनी कार एमपी07 6954 से आ रहे थे। जैसे ही जौरासी घाटी के पास पहुंचे तो ट्रैफिक पुलिस का प्वाइंट यहां लगा था।
पुलिसकर्मियों ने रोका और कहा- गाड़ी की गति निर्धारित गति से अधिक थी, इसलिए एक हजार रुपये का ओवरस्पीड का चालान कटेगा। सुधीर जल्दबाजी में थे, वह यह भी नहीं पूछ सके कि आखिर यह पता कैसे चला कि उनकी गाड़ी तेज रफ्तार में थी। जबकि इनके पास कोई यंत्र भी नहीं था।
फिर इनसे 500 रुपये लिए और पीओएस मशीन से एक रसीद दी। जब उन्होंने देखा तो रसीद 250 रुपये की थी, वह कार से थे, लेकिन रसीद पर लिखा था दो पहिया वाहन चलाते समय चालक द्वारा हेलमेट नहीं पहना गया था। जब उन्होंने पूछा तो बोले एक हजार का चालान कटने से ठीक है। रसीद लो, चलते बनो। वह रसीद लेकर ग्वालियर आए।