MP News : बुरहानपुर में 40 गांव के अतिक्रमणकारियों ने डाले हथियार
MP News : बुरहानपुर के जंगल में जमीन के लिए संघर्ष खत्म हो गया है। चालीस गांव के अतिक्रमणकारियों ने तीर-कमान समेत सभी हथियार डाल दिए हैं। साथ ही अब जंगल बचाने का संकल्प भी लिया है।
Latest MP News : उज्जवल प्रदेश, बुरहानपुर. बुरहानपुर जिले के घाघरला और उसके आसपास के 40 गांवों के ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन के सामने तीर और गोफन रखकर आत्मसमर्पण किया है। यह सभी वन अतिक्रमणकारी हैं जो घाघरला के जंगलों को काटकर अतिक्रमण कर रहे थे। जब भी वन विभाग और पुलिस का अमला कटाई रोकने जंगल जाता, उन पर यह अतिक्रमणकारी तीर और गोफन से हमला करते।
पिछले दो-तीन महीने से गतिरोध बना हुआ था। एक बार तो वन चौकी तक लूट ली गई थी। अब वन अतिक्रमणकारियों ने पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर जंगल को बचाने की कसम खाई है।
बुरहानपुर जिला पिछले कुछ महीनों से अतिक्रमणकारियों को लेकर चर्चा में बना हुआ था। कुछ दिनों में घाघरला और आसपास के जंगलों में आधा दर्जन से अधिक मुठभेड़ की घटना हो चुकी हैं, जहां अतिक्रमणकारियों ने पुलिस और वन विभाग को रोका है। इन वन अतिक्रमणकारियों ने फॉरेस्ट के रेंज ऑफिस तक को घेरकर वन अमले को घायल कर वहां से गिरफ्तार साथियों को छुड़ा लिया था। इसके बाद पुलिस और वन अमले ने भी अतिक्रमणकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का मन बना लिया था।
हालांकि, पुलिस और प्रशासन लगातार समझाइश देने की कोशिश कर रहे थे कि जंगलों में अतिक्रमण न किया जाए। सोमवार को घाघरला और आसपास के 40 गांवों के सैकड़ों वन अतिक्रमणकारियों ने तीर और गोफन त्यागे और प्रशासन के सामने समर्पण किया है।
तीर-कमान रख बोले- अब बचाएंगे जंगल
वन अतिक्रमणकारियों ने अपने तीर और गोफन का समर्पण करते समय एकजुट होकर नारेबाजी भी की। उन्होंने नारे लगाए की आज से वे सभी अपने तीर-कमान सरेंडर करते हैं। उन्होंने नारे लगाए कि आज से वे सभी घाघरला के जंगलों में नहीं जाएंगे। इसके बाद सभी ने अपने तीर-कमान सांकेतिक रूप से प्रशासन के सामने जमीन पर रख दिए। समर्पण करने के पश्चात अतिक्रमणकारियों ने वादा किया कि वे अब प्रशासन के साथ मिलकर जंगल बचाने का काम भी करेंगे। किसी को जंगलों पर अतिक्रमण नहीं करने देंगे।
आरोपियों पर कार्रवाई होगी
बुरहानपुर एसपी राहुल कुमार ने बताया कि घाघरला के वन अतिक्रमणकारियों ने वीडियो जारी किया है। उन्होंने अपने तीर-कमान डाल दिए हैं। अब वे कहीं अतिक्रमण करने नहीं जाएंगे। इसके साथ ही तीर-कमान से किसी पर हमला भी नहीं करेंगे। इसका मतलब यह नहीं है कि सबकुछ खत्म हो गया है। पिछले दिनों अतिक्रमणकारियों के खिलाफ जो केस दर्ज हुए थे, उनमें वैधानिक तरीके से कार्रवाई होगी।