सहकारी संस्थाओं का नेतृत्व विकास प्रशिक्षण कायर्क्रम सम्पन्न
धार
राष्ट्रीय सहकारी शिक्षा केन्द्र नई दिल्ली एंव जिला सहकारी संघ मर्यादित धार के संयुक्त तत्वावधान में मत्स्य पालन सहकारी संस्थाओं के संचालक मंडल के लिये नेतृत्व विकास कायर्क्रम का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कायर्क्रम खलघाट मैं दिनांक 14.09.2022 से 16.09.2022 तक सम्पन्न हुआ।
कायर्क्रम में सहकारी प्रशिक्षण कैन्द्र के पूर्व प्राचार्य श्री के.एल. राठौर ने सहकारी संस्थाओं में होने वाली बैठकों, सहकारी आदोंलन का देश एंव विदेशों के परिद्दश्य, उपनियम नियम एंव अधिनियम पर प्रशिक्षण प्रदान किया। श्री राठौर ने कहा की सहकारी आन्दोलन भारत के गांवो के दुरदराज क्षेत्र मैं रहने वाले लोंगों की आवश्यकताओं की पूर्ति करने व विकास मैं महत्वपूर्ण भुमिका निभाता है। सहकारी प्रशिक्षण के पूर्व प्राचार्य श्री निरंजन कुमार कसारा ने अन्तर्राष्ट्रीय सहकारी संघ द्वारा मान्य प्रतिपादित सहकारी सिद्धान्त, सहकारिता में नवाचार, अंकेक्षण का महत्व पर प्रशिक्षण प्रदान किया एंव कहा कि संस्था के सदस्यों की जागरूकता संस्था की समृद्धि व समाज के सवार्गींण विकास मैं भुमिका निभाती है।
मत्स्य पालन विभाग के विेकासखण्ड अधिकारी श्री गणेश पिपरोलिया नें विभाग की योजनाओं के माध्यम से विकास पर प्रकाश डाला व माॅ नमर्दा मत्स्य बीज उत्पादक कैन्द्र लुनेरा खुर्द में स्थित विशाल हेचरी का अध्ययन भृमण कराते हुवे हेचरी के ईतिहास व मछली के जीवन चक्र की रूपरेखा पर जानकारी प्रदान की। सहकारी संघ के प्रबंधक श्री शुभेन्द्र सिंह पंवार ने जिला सहसकरी संघ की सहकारी संस्थाओं के गठन मैं भुमिका व सहकार से समृद्धि पर जानकारी दी। संघ के एल.एन. चावड़ा प्रचार-प्रसार अधिकारी ने संगठन की सफलता मैं सदस्यों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
प्रारंभ में मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्वलन से कायर्क्रम का शुभारंभ हुआ। अतिथियों का स्वागत श्री अशोक भाई जादव, मोतीलाल जी बदनावरे, मुकेश जी जादव, शोभाराम जी चैहान, सुखलाल जी मुकाती व जिला सहकारी संघ द्वारा किया गया।
आभार श्री लक्ष्मीनारायण चावड़ा ने किया।