पिन पॉइंट सूचना पर भी न फोर्स भेजा न संसाधन, गुना घटना पर बोले नाथ-अपराधियों के हौसले बुलंद

गुना
आरोन के जंगल मे शिकारियों का गैंग शेड्युल वन के जानवर काले हिरण का शिकार कर रहा है। ये पिन पॉइंट सूचना पुलिस के पास थी। आला अफसरों के संज्ञान में लाने के बाद भी मुट्ठी भर पुलिस स्टाफ को कम संसाधनों के साथ खूंखार शिकारियों से भिड़ने भेज दिया। इस लापरवाही के लिए एसपी से लेकर थाना प्रभारी तक पर भी गाज गिर सकती है।

गुना के आरोन व आसपास के जंगलों मे काले हिरन बहुतायात में पाए जाते हैं। इन हिरनों की खाल और मांस की विदेशों तक में तस्करी होती है। यहां रहने वाले स्थानीय जाति इस काम में माहिर है और इसी पर निर्भर रहती है। बीती रात को मुखबिर से इत्तला मिलने के बाद आरोन थाने के फोर्स ने आला अफसरों को इसकी जानकारी दी थी। सूत्रों का कहना है कि आला अफसरो ने इस सूचना को जरा भी गंभीरता से नहीं लिया। एक एसआई, हवलदार व दो सिपाहियों को कम संसाधनों के साथ शिकारी गिरोह से भिड़ने के लिए भेज दिया। इस मुहिम की कमान भी हाल ही में पुलिस में आए एसआई राजकुमार को सौंप दी। जिन्हें इस तरह के बड़े आॅपरेशन करने का पहले कोई अनुभव भी नहीं था। यहां सामने सात-आठ शिकारियों की टोली ने पुलिस को देखते ही ताबड़तोड़ गोली मार दी। वारदात में मौके पर ही एसआई, हवलदार व सिपाही की मौत हो गई। जबकि एक प्राइवेट चालक जैसे-तैसे जान बचाकर भागा।

नाथ बोले-भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद
गुना में शिकारियों द्वारा तीन पुलिस कर्मियों को मारने की घटना को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस ने इस घटना के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया है। वहीं कांग्रेस ने ग्वालियर आईजी को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।

नाथ ने अपने बयान में शिकारियों की गोली से शहीद हुए पुलिस कर्मियों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा है कि इनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए। नाथ ने कहा कि यह देखना होगा कि आखिर भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसलें इतने बुलंद क्यों हैं। सरेआम अपराधी पुलिसकर्मियों की हत्या कर रहे हैं। जंगल में बैखौफ शिकार हो रहा है। प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी लचर क्यों है, जिम्मेदार आखिर कर क्या रहे हैं। घटना के बाद जागना सरकार की आदत बन चुकी है। यदि सरकार का कानून व्यवस्था व अपराधियों पर नियंत्रण होता तो इस तरह की घटना को रोका जा सकता था। पुलिसकर्मियों की शहादत को बचाया जा सकता था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि अपराधियों पर कठोर कार्रवाई होना चाहिए। हमारे गुना जिले के लिए यह शर्म की बात है।

अंतिम संस्कार में शामिल होंगे प्रभारी मंत्री: नरोत्तम
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि किसी भी सूरत में अपराधी बच नहीं सकेंगे। उन्होंने हमारे तीन साथियों को हमसे छीना है। इनके अंतिम संस्कार में जिलों के प्रभारी मंत्री शामिल होंगे। घटना में सात शिकारी थे। मिश्रा ने कहा कि शहीदों के परिजनों के साथ पूरी सरकार खड़ी हुई है। उन्हें हर संभव सहायता सरकार की ओर से की जाएगी। उनके परिजनों को एक-एक करोड की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। पुलिस की क्रॉस फायरिंग में नौशाद मारा गया है। दोनों तरफ से 50 राउंड फायरिंग हुई थी। पुलिस ने घटना स्थल से दो बोरों में हिरण के सिर और चार बॉडी के अलावा मोर की एक बॉडी बरामद की है।

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