राजस्थान-जयपुर में ओल्ड पावर हाउस के कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण, ‘कुसुम योजना में पत्रावलियों का शीघ्र करें निस्तारण-चेयरमैन’
जयपुर।
प्रदेश के विद्युत वितरण निगमों की चेयरमैन सुश्री आरती डोगरा ने कुसुम योजना में पत्रावलियों के त्वरित, समयबद्ध एवं सुगम निस्तारण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा का उपयोग कर किसानों को दिन में बिजली सुलभ कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को प्राथमिकता दे रही है।
ऐसे में लेटर ऑफ अवॉर्ड जारी करने के बाद डिस्कॉम्स द्वारा सोलर प्लांट स्थापित करने तथा पावर परचेज एग्रीमेंट करने से संबंधित पत्रावलियों का यथाशीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। इससे जमीनी स्तर पर योजना को गति दी जा सकेगी।डोगरा शुक्रवार प्रातः राममंदिर ओल्ड पावर हाउस स्थित जयपुर डिस्कॉम के विभिन्न कार्यालयों एवं शाखाओं का आकस्मिक निरीक्षण करने के दौरान अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रही थीं। उन्होंने रेगुलेशन, प्रोजेक्ट, प्लानिंग एवं मॉनीटरिंग शाखाओं के निरीक्षण के दौरान कुसुम योजना से संबंधित पत्रावलियों का गहनता से अवलोकन किया। इन फाइलों को देख रहे अधिकारियों एवं कार्मिकों से की गई टिप्पणियों तथा फाइलों के मूवमेंट को लेकर सवाल किए और फोन के माध्यम से आवेदकों से बात भी की। डिस्कॉम्स चेयरमैन ने कहा कि सोलर पावर जनरेटर से प्राप्त आवेदनों में कमियों को जांचने के लिए अधिकारियों के अलग-अलग स्तर होने से पत्रावलियों के निस्तारण में अधिक समय लगता है। उन्होंने अति. मुख्य अभियंता (पीपीएम) को निर्देश दिए कि एक डेस्क स्थापित करें जिसमें तकनीकी तथा लेखा शाखा से संबंधित अधिकारी एक ही स्थान पर बैठें और प्राप्त आवेदन की चेक लिस्ट के अनुसार उसी दिन जांच कर पाई गई कमियों की पूर्ति के लिए सोलर पावर जेनरेटर को उसी दिन अवगत कराएं। डोगरा ने कहा जिस भूमि पर प्लांट स्थापित किया जाना है उसके स्वामित्व संबंधी दस्तावेजों की पूर्ति को लेकर तीनों डिस्कॉम्स में एकरूपता रखी जाए। इससे सोलर पावर जनरेटर्स तथा किसानों को भूमि के मालिकाना हक संबंधी दस्तावेज की पूर्ति के लिए बेवजह परेशान नहीं होना पड़ेगा। प्लांटों की स्थापना और पावर परचेज एग्रीमेंट करने के काम में गति आएगी। साथ ही आवेदकों का संतुष्टि का स्तर बढ़ेगा।