अब फ्री नहीं रहा Google सर्च, कुछ भी सर्च करने के लिए अब देने होंगे पैसे !
Users Pay For Google Search : Google अपने सबसे लोकप्रिय सर्च फीचर इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स से चार्ज लेने की तैयारी में है। सामने आ रही रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स को अब गूगल सर्च इस्तेमाल करने के लिए भी पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
Users Pay For Google Search : Google दुनिया भर के करोड़ों यूजर्स को बड़ा झटका देने वाला है। यूजर्स को गूगल पर कुछ भी सर्च करने के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं। गूगल ऐसे AI इनेबल्ड सर्च फीचर पर काम कर रहा है, जिसके लिए वो यूजर्स से चार्ज कर सकता है। गूगल यूजर्स को सर्च में जेनरेटिव AI एक्सपीरियंस देने की प्लानिंग कर रही है। गूगल अपनी वेब सर्विस और ऐडवर्टिजमेंट के जरिए रेवेन्यू जेनरेट करता है। गूगल यूजर्स को कुछ भी फ्री में सर्च करने का विकल्प देता है। यूजर्स गूगल पर कुछ भी फ्री में सर्च कर पाते हैं।
Google Search के लिए देने होंगे पैसे
सामने आ रही एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल अब सर्च से भी रेवेन्यू कमाने की सोच रहा है। द फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट की मानें तो आने वाले समय में यूजर्स को गूगल सर्च में AI फीचर मिलेगा, जिसके लिए उन्हें पैसे खर्च करना पड़ सकता है। गूगल का यह जेनरेटिव AI सर्च फीचर कंपनी के Google One सब्सक्रिप्शन प्लान में जोड़ा जा सकता है। हालांकि गूगल पर बिना AI के कुछ भी सर्च करना पहले की तरह फ्री रहेगा।
बता दें गूगल के इस पेड सर्विस के लिए भी यूजर्स को ऐड फ्री एक्सपीरियंस नहीं मिलेगा यानी यूजर्स AI फीचर्स द्वारा कुछ सर्च करेंगे तो उनको भी आम यूजर्स की तरह ही विज्ञापन दिखेंगे। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि गूगल का यह जेनरेटिव एआई फीचर कंपनी के नए बिजनेस मॉडल का हिस्सा हो सकता है। गूगल अपने अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन के जरिए रेवेन्यू कमाता है।
Search Generative Experience
गूगल के इस बिजनेस मॉडल को लेकर एक सर्वे किया गया, जिसमें 70 प्रतिशत यूजर्स चाहते हैं कि वो फ्री में सर्च फीचर का इस्तेमाल करेंगे। वहीं, गूगल के सर्च जेनरेटिव एक्सपीरियंस (SGE) के लिए केवल 30 प्रतिशत यूजर्स ही खर्च करना चाहेंगे। गूगल के इस AI इनेबल्ड सर्च फीचर के जरिए यूजर्स को बेहतर सर्च एक्सपीरियंस मिल सकता है। हालांकि, गूगल का यह फीचर फिलहाल एक्सपेरिमेंटल फेज में है। इसे कब लाया जाएगा, यह भी कंफर्म नहीं है। गूगल की यह तैयारी बता रही है कि टेक्नोलॉजी कंपनियां अब यूजर्स से हर उस सर्विस के लिए चार्ज करेगी, जो उन्हें फ्री में मिल रहा था।