जल्द ही आ रहा है ‘सेल्फ बैलेंसिंग’ स्कूटर, मिलेगी दुर्घटना के खतरे से मुक्ति

Indias First Self Balancing Electric Scooter: ऑटो एक्सपो की तैयारी पूरी हो चुकी हैं, महज कुछ दिनों में ग्रेटर नोएडा के इंडिया मार्ट एक्सपो में गाड़ियों का सबसे बड़ा जमघट लगने जा रहा है. इस बार आप को यहाँ सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर देखने को मिलेगी.

Self Balancing Scooter in India: उज्जवल प्रदेश, मुंबई. ऑटो एक्सपो में दुनिया भर से आने वाली कई कंपनियां शिरकत कर रही हैं, जो कि अपने एक से बढ़कर एक नए वाहनों और कॉन्सेप्ट को पेश करेंगे. इसी दौरान मुंबई बेस्ड एक स्टार्टअप लाइगर मोबिलिटी (Liger Mobility) भी दुनिया के पहले ‘सेल्फ बैलेंसिंग’ (Self-Balancing) इलेक्ट्रिक स्कूटर को पेश करने की योजना बना रहा है. ये स्कूटर कई मायनों में बेहद ख़ास है.

लाइगर मोबिलिटी ने घोषणा की है कि, वो इस ऑटो एक्सपो में अपने नए सेल्फ बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर को पेश करेगा. ऑटो एक्सपो का आयोजना इस बार 13 जनवरी से 18 जनवरी तक ग्रेटर नोएडा में किया जा रहा है. हालांकि मीडिया के लिए 11 जनवरी और 12 जनवरी की तारीख तय की गई है. दो साल पर होने वाला ये एक्सपो कोरोना महामारी के चलते पोस्टफोन कर दिया गया था, अब एक बार फिर से चमचमाती कार-बाइक्स और इलेक्ट्रिफाइड व्हीकल्स का बड़ा जखीरा लोगों के बीच खड़ा नजर आएगा.

Self-Balancing स्कूटर में क्या है ख़ास

खैर, इस नए इलेक्ट्रिक स्कूटर की बात करें तो स्टार्टअप का दावा है कि इसमें ऑटो-बैलेंसिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिसे लाइगर मोबिलिटी ने पूरी तरह से इन-हाउस डेवलप किया है. इस तकनीक पर ये स्टार्टअप लंबे समय से काम कर रहा था और इससे पहले महिंद्रा ड्यूरो स्कूटर पर भी इस्तेमाल कर इसकी टेस्टिंग की गई थी.

हालांकि अभी इस इलेक्ट्रिक स्कूटर से जुड़ी टेक्निकल जानकारियों को कंपनी ने साझा नहीं किया है. लेकिन इसकी एक तस्वीर को कंपनी ने शेयर जरूर किया है. जिसे देखकर कहा जा सकता है कि, इसे नियो-रेट्रो स्टाइल के साथ LED हेडलाइट्स से सजाया गया है. इस स्कूटर में किसी भी तरह का कोई स्टैंड नहीं दिया गया है और ये स्कूटर खुद-ब-खुद बैलेंस बनाकर खड़ी रहती.

बता दें कि, मुंबई बेस्ड Liger Mobility की स्थापना दो IIT ग्रेजुएट्स ने की है, ये स्टार्ट-अप सेल्फ बैलेंसिंग तकनीक पर लंबे समय से काम कर रहा है. इस तकनीक का मुख्य उद्देश्य सड़क पर होने वाले हादसों पर रोकथाम लगाना है. आमतौर पर देखा जाता है कि, स्कूटर इत्यादि चलाते वक्त लोगों का बैलेंस बिगड़ जाता है और वो किसी दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं, लेकिन इस स्कूटर के साथ ऐसा नहीं है. इसकी सबसे बड़ी ख़ास बात ये है कि, इसे हल्का-फुल्का धक्का भी लगता है तो ये स्कूटर गिरती नहीं है.

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