TRUMP के TARRIF PLAN से बिगड़ी अमेरिकी शेयर बाजार की तबीयत, भारत में भी PANIC
TRUMP के टैरिफ प्लॉन की वजह से दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिकी शेयर बाजार में धीमेपन की आशंका जताई जा रही है। भारतीय शेयर बाजार पहले से ही काफी दबाव में है।

TRUMP: उज्जवल प्रदेश, वाशिंगटन. अमेरिकी शेयर बाजार (US Stock Market) में 10 मार्च को भारी गिरावट (Worsens) देखने को मिली है। Nasdaq में 4 प्रतिशत S&P 500 में 2.70 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट के पीछे की वजह डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के टैरिफ पॉलिस (TARRIF PLAN) को माना जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की वजह से दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में धीमेपन की आशंका जताई जा रही है। जिसकी वजह से निवेशकों में संशय का माहौल है। रॉयटर्स के मुताबिक सोमवार को S&P 500 के उच्चतम स्तर से मार्केट में 4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। अमेरिका में 2022 से अबतक टेक्नोलॉजी कंपनियों के शेयरों में 10 मार्च को सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। बता दें, अमेरिका में सिर्फ स्टॉक मार्केट तक गिरावट सीमित नहीं रहा था।
एसेट क्लास, कॉरपोरेट बॉन्ड्स, यूएस डॉलर और क्रिप्टोकरेंसी में भी भारी बिकवाली देखने को मिली। यूएस बॉन्ड की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। ट्रंप की टैरिफ ने अमेरिकी शेयर बाजार में चिंताएं बढ़ा दी हैं। ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन जैसे देशों पर नए टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। वहीं, भारत पर बराबरी का टैरिफ लगाने की बात कही है। इस कारण से बिजनेस और निवेशकों के मन में संशय बन गया है।
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इंवेस्टमेंट स्ट्रेटजिस्ट वी के विजयकुमार कहते हैं, “प्रेसीडेंट की टैरिफ पॉलिसी और अनिश्चिचतता की वजह से यूएस स्टॉक मार्केट में खराब असर डाला है।”
भारत पर क्या पड़ेगा असर
आज से शेयर बाजार में अमेरिकी मार्केट में गिरावट का असर दिखना शुरू हो गया है। घरेलू बाजार में आज गिरावट देखने को मिली है। भारतीय (India) शेयर बाजार पहले से ही (Too) काफी दबाव (Panic) में है। विदेशी निवेशक लगातार पैसा निकाल रहे हैं। जिससे बाजार पर प्रेशर बना हुआ है। इसके अलावा अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी बहुत उत्साहित करने वाले अनुमान नहीं दिखाई दे रहे हैं।
एक्सपर्ट्स की सलाह है कि आईटी और फार्मा सेक्टर पर सबसे बड़ा असर देखने को मिल सकता है। ऐसे में इन सेक्टर्स की कंपनियों के शेयरों के प्रदर्शन पर नजर रखें। बता दें, अगर अमेरिकी शेयर बाजार अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहता है तो इसका बुरा असर भारतीय स्टॉक मार्केट पर भी दिखेगा। ऐसे में निवेशकों को बाजार में तेजी का इंतजार बढ़ सकता है।