US Tariff : iPhone खरीदना होगा महंगा? Donald Trump के नए टैक्स से बढ़ सकते हैं दाम, भारत में बने iPhone के लिए बढ़ेंगी मुश्किलें?
US Tariff : अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैक्स लगाने की घोषणा की है, जिससे iPhone और MacBook की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। Apple भारत में अपने प्रोडक्ट्स का उत्पादन बढ़ा रहा है, लेकिन नए टैक्स से कंपनी की लागत बढ़ सकती है, जिससे ग्राहकों को अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है।

US Tariff : उज्जवल प्रदेश डेस्क. अगर आप नए iPhone या MacBook खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने घोषणा की है कि 2 अप्रैल से अमेरिका में रेसिप्रोकल टैक्स लागू होगा, जिससे भारत में बने Apple प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ सकती हैं। इस फैसले का असर ग्लोबल टेक मार्केट पर भी पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस फैसले की पूरी डिटेल और इसका Apple समेत अन्य कंपनियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
भारत में बने Apple प्रोडक्ट्स पर पड़ेगा असर
अगले महीने से iPhone और MacBook जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स महंगे हो सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैक्स लगाने का ऐलान किया है, जिसका सीधा असर भारत में बने Apple प्रोडक्ट्स पर पड़ सकता है। इस फैसले का मतलब है कि अमेरिका में भारत से जाने वाली चीजों पर उतना ही टैक्स लगेगा, जितना भारत में अमेरिका से आने वाली चीजों पर लगता है। इससे भारत में बनने वाले iPhone और MacBook की कीमतों में उछाल आ सकता है।
Donald Trump का सख्त रुख
Donald Trump ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि अमेरिका में भारत से आने वाले ऑटोमोबाइल पार्ट्स पर “100 प्रतिशत से अधिक टैक्स” लगता है। इसी को आधार बनाते हुए उन्होंने घोषणा की कि अब अमेरिका भी समान टैक्स दरें लागू करेगा। हालांकि, उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स का विशेष रूप से जिक्र नहीं किया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले का असर स्मार्टफोन्स, लैपटॉप्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स पर भी पड़ेगा।
Apple को होगा भारी नुकसान?
Apple पिछले कुछ वर्षों से भारत में अपने प्रोडक्ट्स का उत्पादन बढ़ा रहा है। कंपनी ने 2017 में भारत में आईफोन बनाना शुरू किया था, लेकिन शुरुआत में केवल बेस वेरिएंट का उत्पादन होता था। अब Apple भारत में अपने फ्लैगशिप मॉडल्स जैसे iPhone 16 Pro और Pro Max का भी उत्पादन कर रहा है। इसके अलावा, लेटेस्ट iPhone 16e भी भारत में असेंबल हो रहा है और यहां से ग्लोबल मार्केट में एक्सपोर्ट किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Apple ने इस वित्तीय वर्ष में 8-9 बिलियन डॉलर का शिपमेंट किया है। अभी तक भारत में बने Apple प्रोडक्ट्स पर अमेरिका में कोई ड्यूटी नहीं लगती थी, जिससे कंपनी को बड़ा फायदा हो रहा था।
नए टैक्स से कैसे बदलेगी स्थिति?
अगर 2 अप्रैल से Donald Trump का रेसिप्रोकल टैक्स लागू होता है, तो भारत में बने Apple प्रोडक्ट्स को अमेरिका में बेचने के लिए अधिक टैक्स चुकाना पड़ेगा। इससे Apple की लागत बढ़ जाएगी, जिसका सीधा असर iPhone और MacBook की कीमतों पर पड़ेगा। यह न सिर्फ अमेरिकी ग्राहकों के लिए, बल्कि भारतीय और अन्य देशों के ग्राहकों के लिए भी बुरी खबर हो सकती है, क्योंकि Apple आमतौर पर बढ़ी हुई लागत का बोझ ग्राहकों पर डालता है।
भारत में Apple की रणनीति
Apple ने हाल ही में भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस को बढ़ाने के लिए बड़ी योजनाएं बनाई हैं। भारत सरकार भी स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पीएलआई (Production Linked Incentive) योजना चला रही है, जिससे Apple को फायदा हो रहा है। लेकिन अगर अमेरिका में टैक्स बढ़ता है, तो Apple को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है।
ग्लोबल टेक मार्केट पर असर
इस फैसले का असर सिर्फ Apple तक सीमित नहीं रहेगा। सैमसंग, मोटोरोला और अन्य कंपनियां भी भारत में अपने स्मार्टफोन्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स का उत्पादन कर रही हैं और उन्हें अमेरिकी बाजार में एक्सपोर्ट कर रही हैं। अगर नया टैक्स लागू होता है, तो इन कंपनियों को भी अपनी कीमतें बढ़ानी पड़ सकती हैं, जिससे अमेरिकी ग्राहकों को अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी।
उपभोक्ताओं के लिए क्या मायने रखता है?
अगर आप iPhone या MacBook खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो हो सकता है कि आपको जल्द ही बढ़ी हुई कीमतें देखने को मिलें। हालांकि, Apple और अन्य कंपनियां इस टैक्स का असर कम करने के लिए नए उपाय तलाश सकती हैं, लेकिन फिलहाल इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है।