जानें कैंची धाम Neem Karauli Baba के आश्रम के बारे में, जानें पूरी डिटेल
Neem Karauli Baba: यदि आप भी उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों के बीच घूमने का मन बना रहे है तो आपको भी कैंची धाम जरूर जाना चाहिए। जानें आप कैसे जा सकते हैं? और कितना लगेगा बजट, जानें पूरी डिटेल.
Neem Karauli Baba: दुनिया में यदि कोई सबसे ज्यादा कीमती चीज है वो है शांति और सुकून। यदि आपके मन में शांति और सुकून न हो तो आप कितना भी पैसा कमा लें, कितने भी सफल क्यों न हो जाएं आपको कभी शांति और संतुष्टि नहीं मिलेगी और किसी भी काम में मन नहीं लगेगा।
मार्क जुकरबर्ग हों या फिर क्रिकेटर विराट कोहली ये बड़ी हस्तियां भी बाबा के आश्रम में आकर उनका आशीर्वाद ले चुके हैं। इसलिए तुम्हें भी एक बार बाबा नीम करौली के दर्शनों के लिए कैंची धाम जाना चाहिए, आपके अशांत मन को वहां जाकर शांति जरूर मिलेगी।
नीम करोली बाबा का मंत्र | Neem Karoli Baba Mantra
मैं हूँ बुद्धि मलीन अति, श्रद्धा भक्ति विहीन
करू विनय कछु आपकी, होउ सब ही विधि दीन
श्रद्धा के यह पुष्प कछु, चरणन धरि सम्हार
कृपासिंधु गुरुदेव प्रभु, करि लीजे स्वीकार
नीम करोली बाबा का चमत्कार | Neem Karoli Baba Miracle
- जब घी में बदल गया नदी का पानी: एक बार की बात है कैंची धाम आश्रम में भंडारा होना था। बड़ी संख्या में लोग भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने आए लेकिन इस दौरान घी कम पड़ गया। बाबा नीम करोली के अनुयायियों ने इस बात की जानकारी उन तक पहुंचाई। नीम करौली बाबा जी ने अपने भक्तों से कहा चिंता मत करो, पास बह रही गंगा नदी से दो कनस्तर जल भरकर ले आओ। भक्तों ने ऐसा ही किया वह गंगाजल भरकर ले आए और कढ़ाई में डाल दिया।
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- गंगा मईया को लौटाया घी : बाबा नीम करोली के चमत्कार से कढ़ाई में डाला जल देशी घी में बदल गया और उसमें गर्मा-गर्भ पूड़िया तली जाने लगी। सभी भक्त ये देखकर हैरान रह गए। दूसरे दिन बाबा के आदेश पर दो कनस्तर देशी घी बाजार से लाकर गंगा मईया को वापस कर दिया गया और घी नदी में प्रवाहित कर दिया।
कैसे पहुंचेंगे कैंची धाम?
- ट्रेन के माध्यम से : कैंची धाम का नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। जो कि कैंची धाम से लगभग 43 किलोमीटर दूर है। यहां आने के लिए आपको अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन से काठगोदाम रेलवे स्टेशन के लिए टिकट लेना होगा। उसके बाद आप काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर उतर कर कैंची धाम बस अथवा टैक्सी से जा सकते हैं।
- सड़क के माध्यम से : कैंची धाम नैनीताल से लगभग 17 किलोमीटर दूर है। साथ ही भवाली से कैंची धाम की कुल दूरी लगभग 9 किलोमीटर है। इसलिए अगर आप कैंची धाम सड़क मार्ग द्वारा आना चाहते हैं तो आसानी से आ सकते हैं। इसके लिए आपको अपने नजदीकी स्थान से बस अथवा गाड़ी से नैनीताल अल्मोड़ा मार्ग पर जाना होगा।
- हवाई जहाज के माध्यम से : अपने नजदीकी एयरपोर्ट से सीधा पंतनगर एयरपोर्ट डायरेक्ट फ्लाइट से जा सकते हैं। पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आप वहां से बस या टैक्सी के माध्यम से कैंची धाम जा सकते हैं।
कैसे करें दर्शन | How to Have Darshan
नीम करोली बाबा के आश्रम पहुंचने के बाद आपको किसी से कुछ भी पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बाबा के दर्शनों के लिए कितने भी लोगों की भीड़ क्यों न हो, आश्रम के सेवा में तैनात कर्मचारी पूरी कोशिश करते हैं कि आपको किसी भी तरह की कोई भी दिक्कत न हो। वहां जाकर पहले मंदिर की दुकानों से प्रसाद ले।
बाबा को वहां सिर्फ बेसन के लड्डू के प्रसाद का ही भोग लगता है, इसके अलावा आप किसी भी तरह का प्रसाद वहां नहीं चढ़ा सकते हैं, इसलिए आप किसी भी तरह का कैसा भी प्रसाद घर से लेकर न आएं। अगर आप अलग से कुछ दान भी करना चाहते हैं तो वो कर सकते हैं। प्रसाद चढ़ा कर हमने बाबा के दिव्य स्वरूप मूर्ति रुप के दर्शन किए जिससे अशांत मन को बहुत ही शांति मिली।
हनुमान जी का मंदिर है कैंची धाम में | Hanuman Temple in Kainchi Dham
कैंची धाम में ही हनुमान जी का मंदिर है, 15 जून 1964 को यहां हनुमान जी की मूर्ति को स्थापित किया गया था। इसलिए अगर आप कभी जून के महीने में कैंची धाम आते हैं, तो यहां आपको उस दिन विशाल भंडारा और मेला देखने के लिए मिलेगा। ये मेला और भंडारा हर साल लगाया जाता है। इसलिए जून महीने में आपका नैनीताल आना हों तो कैंची धाम भी जरूर आएं। आपको उन दिनों में बाबा के दर्शनों के साथ- साथ भंडारे का प्रसाद और वहां पर लगे मेले का आनंद भी मिलेगा।
कमरे का किराया क्या होगा?
कैंची धाम के आसपास भी बहुत से होटल आपको मिल जाएंगे। जिसका किराया अलग-अलग है। वहां पर आपको 2000 रुपये तक कमरा मिल जाएगा। नैनीताल में भी आपको 2000 रुपये तक का कमरा मिल जाएगा। नैनीताल से आश्रम की दूरी लगभग 16 किमी है। तो बाबा के दर्शनों के बाद आप नैनीताल की खूबसूरत वादियों में रात गुजार सकते हैं।
वहां का मौसम कैसा था ?
सितंबर महीने में मौसम बहुत ही खुशनुमा होता है। सर्दी के कपड़ों को अलग से आपको लेकर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दिन में मौसम सामान्य रहता है। रात में यहां मौसम ठंडा रहता है। आप किसी भी मौसम में यहां विजिट कर सकते हैं।
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