बुंदेलखंड में पर्यटन, रोजगार, संस्कृति और विकास की इबारत लिखने के लिएचित्रकूट से कुदरैल इटावा तक बना बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे तैयार है.
इस एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वालों को टोल प्लाजा बुंदेली शौर्य गाथा बताएंगे और यात्री बुंदेलखंड की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत जानेंगे.
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के बन जाने से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर और जालौन के लोगों के लिए दिल्ली का सफर आसान हो जाएगा.
एक्सप्रेस-वे पर250 से ज्यादा छोटे पुल, 15 से ज्यादा फ्लाईओवर, 6 टोल प्लाजा और12 से ज्यादा बड़े पुल और4 रेल पुल बनाए गए हैं.
एक्सप्रेस-वे पर250 से ज्यादा छोटे पुल, 15 से ज्यादा फ्लाईओवर, 6 टोल प्लाजा और12 से ज्यादा बड़े पुल और4 रेल पुल बनाए गए हैं.
24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.
एक्सप्रेस-वे के रास्ते चित्रकूट से दिल्ली तक का सफर केवल6 घंटे में पूरा हो जाएगा.
इस परियोजना को फरवरी2023 में पूरा होना था, लेकिन काम8 महीने पहले ही पूरा हो गया.
6 हिस्सों में बने एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर14,850 करोड़ रुपये का खर्च आया है.
एक्सप्रेस-वे 8 नदियों बागेन, केन, श्यामा, चन्दावल, बिरमा, यमुना, बेतवा और सेंगर से होकर गुजरता है
प्रयागराज, फतेहपुर, कौशांबी, झांसी, ललितपुर के साथ मध्यप्रदेश के रीवां, सतना, पन्ना, छतरपुर, टीमकमगढ़, निवाड़ी आदि जिलों को अप्रत्यक्ष रूप से फायदा मिलेगा.